डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं

Career in Share Market: बेस्ट करियर ऑप्शन है स्टॉक मार्केट, ब्रोकर बनकर करें डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं मोटी कमाई, जॉब के हैं ढेरों विकल्प
Career In Share Market: लगातार ग्रोथ कर रहे शेयर मार्केट में युवाओं के लिए करियर की अपार संभावनाएं हैं। यहां पर युवा स्टॉक ब्रोकर बनकर लाखों से करोड़ों रुपये तक की कमाई कर सकते हैं। अगर आप भी अपना करियर इस क्षेत्र में बनाना चाहते हैं तो आपको यहां पर पूरी जानकारी मिलेगी।
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में युवा ऐसे बनाएं शानदार करियर   |  तस्वीर साभार: Representative Image
- स्टॉक ब्रोकर के बिना स्टॉक मार्केट को समझ पाना मुश्किल
- स्टॉक ब्रोकर को इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स जानकारी जरूरी
- स्टॉक ब्रोकर अनुभव के बाद कर सकता है करोड़ों में कमाई
Career in Share Market: शेयर मार्केट लगातार और तेजी से बढ़ता जा रहा है। ट्रेडिंग इंडस्ट्री में हो रहे इस विस्तार के साथ यहां पर रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। अगर आप भी स्टॉक एक्सचेंज, स्टॉक ब्रोकर, निफ्टी और सेंसेक्स में दिलचस्पी रखते हैं तो आप भी यहां पर शानदार करियर बना सकते हैं। आज के समय में हर कोई शेयर बाजार में पैसा लगाकर जल्द से जल्द अमीर बनना चाहता है, लेकिन शेयर बाजार कोई बच्चों का खेल नहीं है। यहां पर पैसा लगाने के लिए मार्केट की अच्छी जानकारी होनी चाहिए, नहीं तो भारी नुकसान हो सकता है। शेयर मार्केट के इस खेल को समझने में मदद करते हैं स्टॉक ब्रोकर। ये इन्वेस्टर और डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं शेयर मार्केट के बीच की कड़ी होते हैं। ब्रोकर के बिना इन्वेस्टर के लिए स्टॉक मार्केट को समझ पाना मुश्किल है।
जानें, स्टॉक ब्रोकर को
स्टॉक ब्रोकर दो तरह के होते हैं। एक फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर होते हैं तो अपने क्लाइंट्स को स्टॉक एडवाइजरी, मार्जिन मनी की सुविधा, ट्रेडिंग सुविधा और आईपीओ में इन्वेस्टमेंट की फैसिलिटी देते हैं। इनकी कस्टमर सर्विस काफी अच्छी मानी जाती है। वहीं, दूसरे होते हैं डिस्काउंट ब्रोकर। ये क्लाइंट के साथ बहुत कम ब्रोकरेज पर काम करते हैं। डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट को स्टॉक एडवाइजरी और रिसर्च की सुविधा नहीं देते हैं। ये अकाउंट खोलने से लेकर ट्रेडिंग में मदद करते हैं।
स्टॉक ब्रोकर के लिए जरूरी योग्यता
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, एकाउंटेंसी, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की नॉलेज होना जरूरी है। इसलिए इन विषयों में ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं। स्टॉक मार्केट की बेहतर नॉलेज के लिए शनल स्टॉक एक्सचेंज का ‘एनसीएफएम कोर्स’ ऑनलाइन सर्टिफिकेशन प्रोग्राम भी उपलब्ध है।
स्टॉक ब्रोकर करियर ऑप्शन व सैलरी
युवा कोर्स पूरा करने के बाद इस फील्ड में कई तरह से करियर बना सकते हैं। युवाओं के लिए स्टॉक एक्सचेंज के अलावा रेगुलेशन अथॉरिटी, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी, म्यूचुअल फंड कंपनी, फॉरेन इन्वेस्टमेंट फर्म्स, ब्रोकर फर्म्स और बैंक व इंश्योरेंस एजेंसी में जॉब की अच्छी संभावना होती है। उम्मीदवार अपने एक्सपीरियंस के आधार पर इक्विटी ट्रेडर, इक्विटी एडवाइजर, इक्विटी डीलर, स्टॉक एडवाइजर, वेल्थ मैनेजर, फाइनेंशियल एनालिस्ट, इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, सिक्योरिटी एनालिस्ट और रिस्क मैनेजर जैसे पदों पर कार्य कर सकते हैं। एक स्टॉक ब्रोकर की शुरुआती सालाना सैलरी 4 से 8 लाख रुपये तक हो सकती है। वहीं, एक्सपीरियंस के बाद स्टॉक ब्रोकर करोड़ों तक में कमाई कर सकते हैं।
Stock broker meaning in Hindi – स्टॉक ब्रोकर क्या होता है ?
ब्रोकर का काम शेयर मार्केट में बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच में स्टॉक ब्रॉकर एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है।
अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है, और यह दोनों ही अकाउंट को एक स्टॉक ब्रोकर ही खोल सकता है। किसी भी निवेशक के द्वारा buy या sell के आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज तक पहुंचाने का काम भी स्टॉक ब्रोकर का ही होता है।
स्टॉक ब्रोकर एक विनियमित व्यावसायिक व्यक्ति या कोई कंपनी हो सकती है, जो आम तौर पर ब्रोकरेज फर्म या ब्रोकर-डीलर से जुड़ा होता है, जो बदले में शुल्क या कमीशन के लिए स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से या काउंटर पर रिटेल और संस्थागत ग्राहकों दोनों के लिए स्टॉक और अन्य प्रतिभूतियों को खरीदता है और बेचता है।
स्टॉकब्रोकर्स को उनके पास रखे गए लाइसेंस, उनके द्वारा बेची गई प्रतिभूतियों के प्रकार या उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के आधार पर कई पेशेवर पदनामों द्वारा जाना जाता है.
स्टॉक ब्रोकर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं –
- डिस्काउंट ब्रोकर – डिस्काउंट ब्रोकर का काम सिर्फ इतना होता है कि वह आपकी शेयरों को खरीदते और बेचते हैं। फुल सर्विस ब्रोकर की तुलना में डिस्काउंट ब्रोकर के चार्जेस बहुत कम होते हैं या शून्य होते हैं क्योंकि यह आपको कोई सुविधाएं उपलब्ध नहीं करते हैं। अगर आप डिस्काउंट ब्रोकर के साथ डिमैट अकाउंट खुलवा ते हैं तो आपको अपना पोर्टफोलियो खुद मैनेज करना होगा।
- फुल सर्विस ब्रोकर – फुल सर्विस ब्रोकर आपको कई सारी सुविधाएं मुहैया करता है। फुल सर्विस ब्रोकर के चार्जेस बहुत हाई होते हैं। यह आपको पोर्टफोलियो अपडेट, लीगल सलाह, टैक्स एडवाइस, मार्जिन की सुविधा जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं। यह आपको शेयरों से जुड़ी हुई रिसर्च या जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं। यह आपको रिटायरमेंट प्लान इन्वेस्टमेंट प्लान जैसी सुविधाएं भी देता है। यह आपके पोर्टफोलियो को भी मैनेज करता है।
आप सोच रहे होंगे कि क्या स्टॉक ब्रोकर इन सब सौदा करवाने का फीस लेता है? तो हां स्टॉक ब्रोकर आपसे हर आर्डर की एक तय फीस लेता है जिसे हम ब्रोकरेज (दलाली) कहते हैं। दोस्तों हर स्टॉक ब्रोकर की दलाली अलग-अलग होती है यह आपके स्टॉक ब्रोकर के ऊपर निर्भर करता है कि वह कितना दलाली लेता है।
उदाहरण –
Zerodha, Groww, 5paisa आदि डिस्काउंट ब्रोकर हैं।
ICICI security, SBI, HDFC आदि फुल सर्विस ब्रोकर हैं।
ब्रोकरेज क्या होता है (What is Brokerage in Hindi)
स्टॉक मार्केट में शेयर को खरीदने और बेचने के लिए स्टॉक ब्रोकर हमने कुछ फीस चार्ज करता है जिसे कि ब्रोकरेज कहते हैं हर स्टॉक ब्रोकर का ब्रोकरेज अलग- अलग होता है |
स्टॉक ब्रोकर काम कैसे करते हैं (Stock Broker Work in Hindi)
स्टॉक ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए एक डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाते हैं जिसके द्वारा निवेशक शेयर बाजार में ट्रेड कर सकता है. जब निवेशक शेयर मार्केट में ऑर्डर करता है कि कौन सा शेयर खरीदना है, कब खरीदना है, कितना खरीदना है तो स्टॉक ब्रोकर अपने ग्राहकों के ऑर्डर को मार्केट में पहुंचाते हैं.
एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं, माना आपको एक कंपनी G के 50 शेयर खरीदने है तो जब आप शेयर मार्केट में G कंपनी के 50 शेयर खरीदने का ऑर्डर करते हैं डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं तो स्टॉक ब्रोकर आपके ऑर्डर को मार्केट में पहुंचाता है और किसी ऐसे कंपनी या व्यक्ति की तलाश करता है जिसे G कंपनी के 50 शेयर बेचने हैं. जब Match हो जाता है तो आपके डीमैट अकाउंट में G कंपनी के शेयर आ जायेंगे और पैसे आपके ट्रेडिंग अकाउंट से कट जाते हैं.
इसी प्रकार जब आप शेयर बेचते हैं तो स्टॉक ब्रोकर मार्केट में ऐसे व्यक्ति या कंपनी को ढूंढते हैं जिसे उस Specific कंपनी के शेयर खरीदने हैं. और Match हो जाने पर शेयर आपके डीमैट अकाउंट से कम हो जाते हैं और पैसे आपके ट्रेडिंग अकाउंट में आ जाते हैं. इस प्रोसेस को करने में कुछ समय लगता है, अधिकतम दो दिनों के अन्दर ट्रेड कम्पलीट हो जाती है |
भारत में कुछ Popular Full Service Stocks Broker की सूची निम्न हैं –
- ICICI Direct (आईसीआईसीआई डायरेक्ट)
- HDFC Securites (एचडीएफसी सिक्योरिटीज)
- Motilal Oswal (मोतीलाल ओसवाल)
- IIFL Securites (आईआईएफएल सिक्यूरिटीज़)
- SBI Securites (एसबीआई सिक्यूरिटीज़)
- Axis Securites (एक्सिस सिक्यूरिटीज़)
अच्छे स्टॉक ब्रोकर का चयन कैसे करें –
स्टॉक ब्रोकर का चयन करने से पहले ये सुनिश्चित कर लें कि आपको किस प्रकार के स्टॉक ब्रोकर की जरुरत है. अगर आपको शेयर डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं बाजार में बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है तो आप फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर के साथ शेयर बाजार में निवेश की शुरुवात कर सकते हैं.
लेकिन अगर आप अधिक पैसे खर्च नहीं करना चाहते हैं ट्रेडिंग में तो डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर से अपना डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं. लेकिन ध्यान रहें कि डिस्काउंट ब्रोकर आपको शेयर बाजार से जुडी टिप्स नहीं देते हैं|
ऐसे स्टॉक ब्रोकर को चुनें जो SEBI (Securities and Exchange Board of India) तथा स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर हो. क्योंकि अगर आप ऐसे ब्रोकर के पास चले जाते हैं जो SEBI और स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर नहीं है तो आपके साथ फ्रॉड भी हो सकता है.
स्टॉक ब्रोकर चुनने से पहले ब्रोकर के सारे फीस और चार्ज भी Check कर लें. यह भी जरुर Check करें कि कोई Hidden चार्ज तो नहीं हैं. आप इन सब बातों को ध्यान में रखकर आप डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं एक अच्छे स्टॉक ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं |
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है – stock broker meaning in hindi [2022]
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है ,stock broker meaning in hindi – शेयर मार्किट की बात कोरे तो स्टॉक ब्रोकर का भूमिका काफी एहम होता है। क्युकी बिना स्टॉक ब्रोकर के हेल्प से आप शेयर खरीद या बेच नहीं सकते है। अभी के टाइम पे लोगो की रुझान शेयर मार्किट, म्यूच्यूअल फण्ड की तरफ काफी बाड़ने लगी है।
जब से इंटरनेट हमारे बीच दस्तक दिया है तबसे हार एक काम आसान हो गया है। पहले बड़े शहर मे ही शेयर मार्किट मे निवेश होता था, लेकिन इंटरनेट की कारन आज केवल शहर ही नहीं गाओ मे भी लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग करने लगी है।
इसलिए शेयर मार्किट मे इन्वेस्ट करने से पहले आपको हार एक चीज़ के बारे मे बेसिक जानकारी होनी चाहिए ताकि आपको इन्वेस्ट करने मे कोई भी परिसानी ना हो। तो आज का मेरा ये पोस्ट बहुति महत्तपूर्ण है आज मे आपको स्टॉक ब्रोकर क्या होता है – stock broker meaning in hindi के बारे मे अच्छे से समझाने की कोसिस करेंगे ताकि आपको एक बेसिक ज्ञान मिलते रहे।
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है – stock broker meaning in hindi
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है (what is stock broker)
जैसे आप जानते है हम शेयर बाजार से डायरेक्ट जाके शेयर नहीं खरीद सकते है इसलिए हम लोगो को किसी कंपनी या किसी फॉर्म या किसी मध्यस्तता की जरुरत होती है, तो जो कंपनी या जो व्यक्ति जब हमारे आर्डर को मार्किट तक पोछाने की काम करते है उसको ही स्टॉक ब्रोकर कहलाते है। स्टॉक ब्रोकर कोई व्यक्ति, कंपनी या कोई फॉर्म हो सकता है जो रजिस्टर है स्टॉक एक्सचेंज मे।
सीधे भाषा मे कहे तो, जिस कंपनी हमारे आर्डर को NSE या BSE मे पोछाते है इसके लिए वो कंपनी कुच fees चार्ज करते है उसको ब्रोकरेज या दलाली कहते है, तो जो कंपनी ब्रोकरेज लेके डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं हमारे आर्डर को शेयर मार्किट मे प्लेस करता है उसी को ही स्टॉक ब्रोकर कहते है।
स्टॉक ब्रोकर काम कैसे करते है
शेयर मार्किट से जब हम शेयर buy और sell करते है तो इसके लिए हम स्टॉक ब्रोकर मे एक शेयर मार्किट trading account ओपन करते है। इसके द्वारा हम शेयर मार्किट को आर्डर देते है की हमें कोन सा शेयर खरीदना है, कब खरीदना है, कितने मात्रा मे खरीदने है और कब बेचना है।
तो जो स्टॉक ब्रोकर होते है वो अगले सेकंड मे ही हमारे आर्डर को मार्किट मे पोछा देते है। अब समझने की कोसिस करते है की ये प्रोसेस कैसे काम करते है मान लीजे अपने अपनी trading account से आर्डर दिया की हमें A कंपनी के 20 शेयर खरीदना है अपने ये आर्डर प्लेस किया तो स्टॉक ब्रोकर आपकी आर्डर को मार्किट मे ले जायेगा तो मार्किट उस कंपनी या वो व्यक्ति को खोज करेगा जीनोने अपनी A कंपनी के शेयर बेच रही है
तो क्या हो रहा है आप शेयर खरीद रहे हो और वो व्यक्ति शेयर बेच रहा है, तो आपकी मैचिंग आर्डर को प्रोसेस करके वो आपकी आर्डर को आप तक पोछा देगा तो इसके लिए जो मध्यस्तता की काम करते है वो होता है स्टॉक ब्रोकर।
Career in Stock Market: स्टॉक मार्केट में ऐसे बनाएं करियर और करें मोटी कमाई
Career in Stock Market: पैसा कमाने के लिए जानकारी होना बेहद ज़रूरी है.
Career in Stock Market: आजकल लोगों को स्टॉक मार्किट और स्टॉक एक्सचेंज में काफी दिलचपी बढ़ने लगी है. कोई भी इस करियर में . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : August 19, 2022, 11:02 IST
हाइलाइट्स
स्टॉक ब्रोकर के तौर पर करियर बनाने के बाद किसी की भी सालाना सैलरी 2 से 8 लाख रुपये तक पहुँच सकती है.
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए उम्मीदवार को कोर्स इसका कोर्स करना होगा.
इस क्षेत्र में पैसा कमाने के लिए जानकारी और दिलचस्पी दोनों ही बेहद ज़रूरी है.
नई दिल्लीः Career in Stock Market: दुनिया में हो रही हर चीज़ की खबर रखने वाले लोग शेयर बाजार, स्टॉक एक्सचेंज, स्टॉक ब्रोकर, निफ्टी और सेंसेक्स के बारे ज़रूर पता होगा. इन दिनों शेयर बाजार में पैसा लगाना आम हो गया है. लेकिन शेयर बाजार कोई बच्चों का खेल नहीं है. इसमें जो पैसा लगता है उसे स्टॉक मार्केट की काफी जानकारी होती है.
इस क्षेत्र में पैसा कमाने के लिए जानकारी और दिलचस्पी दोनों ही बेहद ज़रूरी है. जो शख्स किसी इन्वेस्टर और शेयर मार्केट के बीच काम करता है, उसे स्टॉक ब्रोकर कहते हैं. किसी ब्रोकर के बिना एक इन्वेस्टर या निवेशक के लिए स्टॉक मार्केट में अपना अच्छा परफॉर्मेंस दे पाना बेहद मुश्किल है. इस फील्ड में भी जॉब की कई अवसर मौजूद हैं.
स्टॉक ब्रोकर 2 तरह के होते हैं
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर – फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को स्टॉक एडवाइजरी, स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन पर ट्रेडिंग सुविधा और IPO में इन्वेस्टमेंट जैसी सर्विस देते हैं. फुल टाइम स्टॉक ब्रोकर की कस्टमर सर्विस काफी को काफी अच्छा माना जाता है. साथ ही इनकी कमाई भी अच्छी खासी हो जाती है.
डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर – दूसरा होता है डिस्काउंट ब्रोकर. अपने क्लाइंट से काफी कम ब्रोकरेज लेकर शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करते हैं. लेकिन डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने किसी भी क्लाइंट को स्टॉक एडवाइजरी और रिसर्च की सुविधा नहीं देते हैं. अकाउंट खोलने से लेकर सभी काम इनके ऑनलाइन ही होते हैं.
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए एलिजिबिलिटी
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए उम्मीदवार को कोर्स इसका कोर्स करना होगा. एक स्टॉक ब्रोकर को एकाउंटेंसी, कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की अच्छी नॉलेज होनी बेहद जरूरी है. इसमें करियर बनाने के लिए इन विषयों में ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ‘एनसीएफएम कोर्स’ ऑनलाइन सर्टिफिकेशन प्रोग्राम भी उपलब्ध हैं.
क्या होंगे करियर ऑप्शन
क्या होगी सैलरी
इस फील्ड में स्टॉक एक्सचेंज, फॉरेन इन्वेस्टमेंट फर्म्स, रेगुलेशन अथॉरिटी, म्यूचुअल फंड वाली कंपनी, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी, ब्रोकर फर्म्स, इंश्योरेंस एजेंसी, बैंक और दूसरे इंस्टिट्यूट में भी करियर का अच्छा स्कोप हैं. स्टॉक ब्रोकर के तौर पर करियर बनाने के बाद किसी की भी सालाना सैलरी 2 से 8 लाख रुपये तक पहुँच सकती है.
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