शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है?

Share Market Tips: शेयर बाजार में जब दिखे तेजी, तो कभी न करें ये 5 गलतियां
Share Market: ऐसा देखा गया है कि जब शेयर बाजार में तेजी आती है तो नए या छोटे निवेशक अधिक से अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर कुछ गलतियां कर जाते हैं.
By: एबीपी न्यूज | Updated at : 17 Nov 2021 05:31 AM (IST)
Share Market: शेयर बाजार में निवेश करने का चलन बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना महामारी के बाद से खासकर लोगों की रुचि शेयर बाजार में निवेश करने में बढ़ी है. ऐसा देखा गया है कि जब शेयर बाजार में तेजी आती है तो नए या छोटे निवेशक अधिक से अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर कुछ गलतियां कर जाते हैं. आज हम आपको उन बातों के बारे में बता रहे हैं जो कि शेयर बाजार में तेजी के दौरान आपको ध्यान में रखनी है: -
- बाजार में जब तेजी हो तो रिटेल निवेशकों को थोड़ा-थोड़ा मुनाफा निकालते रहना चाहिए और इसे किसी सुरक्षित निवेश शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? में ट्रांसफर कर देना चाहिए. ऐसा करने का फायदा यह होता है कि जब बाजार गिरता है तो आप फिर से लो लेवल पर एंट्री कर सकते हैं.
- रिटेल निवेशकों को म्यूचुअल फंड से सीधे शेयरों में पैसा नहीं लगाना चाहिए. दरअसल म्यूचुअल फंड में आपका पैसा एक्सपर्ट निवेश करते हैं. आप खुद ये काम अच्छे से नहीं कर सकते.
- रिटेल निवेशक तेजी के दौरान उन सेक्टर्स में पैसा लगाने से बचें जो पहले से ही शानदार ग्रोथ हासिल कर चुके हैं. रिटेल निवेशकों को शेयर मार्केट में तेजी के दौरान उन सेक्टर्स में निवेश करना चाहिए जिनका प्रदर्शन अब तक कमजोर रहा है लेकिन जिनके आगे ग्रोथ करने की उम्मीद है.
- आईपीओ में ध्यान से निवेश करें. अच्छे वैल्यूएशन वाले आईपीओ में ही पैसा लगाना चाहिए. ऐसे कई उदाहरण हैं जहां रिटेल निवेशकों ने बाजार के रिकॉर्ड स्तर पर होने पर कुछ कंपनियों के आईपीओ में निवेश करके नुकसान कर लिया.
- रिटेल निवेशकों को मार्जिन ट्रेडिंग से बचना चाहिए. इस में निवेशक एक छोटी राशि लगाता है और ब्रोकरेज फर्म का ब्रोकर अपने क्लाइंट को निवेश मूल्य पर 4-5 गुना एक्सपोजर लेने की अनुमति देता है. इसमें अगर कीमतों में उतार-चढ़ाव ट्रेडर्स के पक्ष में है तो वह बहुत पैसा कमाता है. लेकिन अगर कीमत में उतार-चढ़ाव वैसा नहीं हुआ जैसा ट्रेडर ने सोचा है तो उसे भारी नुकसान भी हो सकता है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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Published at : 17 Nov 2021 05:31 AM (IST) Tags: Stock Market Multibagger stocks Multibagger stocks 2021 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
शेयर मार्केट ट्रेडिंग करते हैं तो ध्यान दें, 1 जुलाई से बदल रहे हैं नियम, बिना टैगिंग के नहीं बेच सकेंगे शेयर
यदि आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं और आपका अकाउंट है तो यह खबर आपके काम की है। अब जुलाई से इसके नियम बदलने जा रहे हैं। सेबी ने डीमैट खातों की टैगिंग लागू करने के लिए दलालों को 30 जून तक का समय दिया है। यदि खाते 1 जुलाई से बिना टैग वाले रहते हैं, तो इन खातों से किसी भी नई खरीदारी की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, कॉरपोरेट कार्रवाई के परिणामस्वरूप शेयरों को श्रेय दिया जाएगा। जिन खाताधारकों के खाते बिना टैग के रहेंगे, वे भी अपने खातों से शेयर नहीं बेच सकेंगे।
एक्सचेंज और डिपॉजिटरी को 1 जुलाई और 1 अगस्त को अपनी अनुपालन रिपोर्ट जमा करनी होगी। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने सोमवार को कहा कि स्टॉक ब्रोकरों के सभी डीमैट खाते, जो बिना टैग के हैं, उन्हें जून के अंत तक उचित रूप से टैग करने की आवश्यकता है। 1 जुलाई से बिना टैग वाले किसी शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? भी डीमैट खाते में प्रतिभूतियों को जमा करने की अनुमति नहीं होगी। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परिपत्र शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? में कहा कि हालांकि कॉरपोरेट कार्यों के कारण क्रेडिट की अनुमति होगी।
बैंक और डीमैट खातों की टैगिंग उस उद्देश्य को दर्शाती है जिसके लिए उन बैंक/डीमैट खातों का रखरखाव किया जा रहा है और ऐसे खातों की स्टॉक एक्सचेंजों/डिपॉजिटरी को रिपोर्ट करना। सेबी ने आगे कहा कि अगस्त से बिना टैग वाले किसी भी डीमैट खाते में प्रतिभूतियों के डेबिट की भी अनुमति नहीं होगी।
स्टॉक ब्रोकर को 1 अगस्त से ऐसे डीमैट खातों को टैग करने की अनुमति देने के लिए स्टॉक एक्सचेंजों से अनुमति लेनी होगी और बदले में एक्सचेंजों को अपनी आंतरिक नीति के अनुसार जुर्माना लगाने के बाद दो कार्य दिवसों के भीतर इस तरह की मंजूरी देनी होगी।
वर्तमान में, स्टॉक ब्रोकरों को केवल पांच श्रेणियों के तहत डीमैट खातों को शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? बनाए रखने की आवश्यकता होती है - मालिकाना खाता, पूल खाता, क्लाइंट अनपेड सिक्योरिटीज, क्लाइंट सिक्योरिटीज मार्जिन प्लेज अकाउंट और क्लाइंट सिक्योरिटीज मार्जिन फंडिंग अकाउंट के तहत। नियमों के तहत, स्टॉक ब्रोकर के मालिकाना डीमैट खातों को 'स्टॉक ब्रोकर प्रोपराइटरी अकाउंट' के रूप में नामित करना स्वैच्छिक है और जिन खातों को टैग नहीं किया गया है, उन्हें मालिकाना माना जाएगा।
एक नजर में समझें
- सेबी ने डीमैट खातों पर नियम सख्त किए। प्रोकर को अब डीमैट खातों को वर्गीकृत करना होगा और उसका उद्देश्य बताना होगा।
- डीमैट खातों की टैगिंग 30 जून तक पूरी करनी होगी।
- 1 जुलाई से बिना टैग वाले डीमैट खातों में शेयर नहीं जोड़े जा सकेंगे।
- कॉर्पोरेट कार्रवाई के संबंध में शेयरों में वृद्धि पर कोई प्रभाव नहीं।
- 1 अगस्त से बिना टैग वाले खातों से शेयरों की बिक्री नहीं की जा सकी।
- एक्सचेंज और डिपॉजिटरी को अपनी अनुपालन रिपोर्ट 1 जुलाई और 1 अगस्त तक जमा करनी होगी।
5 श्रेणियां जिनमें डीमैट खाते खोले जाते हैं
- मालिकाना खाता - स्व व्यापार के लिए
- पूल खाता - बस्तियों के लिए।
- ग्राहक की अवैतनिक प्रतिभूतियाँ - ग्राहक के अवैतनिक शेयरों के लिए
- ग्राहक प्रतिभूतियां मार्जिन प्रतिज्ञा - मार्जिन के लिए ग्राहक शेयरों को गिरवी रखना
- मार्जिन फंडिंग के तहत क्लाइंट सिक्योरिटीज - मार्जिन सिक्योरिटीज के लिए फंडेड सिक्योरिटीज
राकेश झुनझुनवाला इन 3 वजहों से बेचते हैं कोई शेयर, जानें अभी कौन-कौन से शेयर हैं उनके पास
शेयर मार्केट के ‘बिग बुल’ राकेश झुनझुनवाला (Big Bull Rakesh Jhunjhunwala) हमेशा कैसे बाजार को लेकर इतने ‘बुलिश’ रहते हैं. कैसे उनके पास मौजूद शेयरों ने उन्हें एक दिन में 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई दी है और अभी उनके पास कौन-कौन सी कंपनियों के शेयर हैं, इन सबके बारे में उन्होंने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में खुलकर बातें की.
हाल में राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. उनके पास Tata Group की दो कंपनियों Tata Motors और Titan के शेयर थे. बीते सप्ताह इन दोनों के शेयर ने जबरदस्त बढ़त हासिल की और इनके शेयरों से ‘बिग बुल’ ने एक ही दिन में 1,125 करोड़ रुपये की कमाई की. टाइटन, टाटा समूह की दूसरी ऐसी कंपनी है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा है.
इंडिया टुडे कॉनक्लेव में शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? जब उनसे पूछा गया कि वो अपने पोर्टफोलियो के लिए शेयर का चुनाव कैसे करते हैं, तो उन्होंने कहा कि वो हमेशा किसी शेयर का चुनाव करने से पहले उससे जुड़े जोखिम और उस पर मिलने वाले लाभ के अनुपात को देखते हैं.
हाल में शेयर ब्रोकर हर्षद मेहता के जीवन पर आई वेब सीरीज Scam 1992 का सबसे लोकप्रिय डायलॉग ’रिस्क है तो इश्क है’ के ही अंदाज में राकेश झुनझुनवाला ने कहा कि जब आप शेयर बाजार में निवेश करने का रिस्क उठाते हैं तो आपको उसके लिए सचेत रहना चाहिए क्योंकि ‘जहां रिस्क है, वहीं अवसर भी है’. उन्होंने कहा कि चीन में भी हालात इस समय समान हैं वहां संकट है, तो अवसर भी है.
किस कंपनी का शेयर कब बेचना है, इसका चुनाव राकेश झुनझुनवाला तीन कारणों से करते हैं. उन्होंने कहा कि जब किसी शेयर पर कमाई का स्तर सबसे ऊंचाई पर पहुंच जाता है या उस शेयर की कीमत और कमाई का अनुपात अपने चरम पर होता है या उन्हें उसके अलावा कहीं और बेहतर निवेश विकल्प मिल जाता है, तो वो शेयर बेच देते हैं. अन्यथा वो जल्दी शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? शेयर नहीं बेचते.
राकेश झुनझुनवाला ने हाल में सबसे बड़ी खरीदारी सरकारी केनरा बैंक में की है. उन्होंने इस बैंक के 2,90,97,400 शेयर खरीदे हैं जो बैंक की 1.6% हिस्सेदारी के बराबर है. बाकी बड़े निवेशकों की तरह राकेश झुनझुनवाला भी सरकारी बैंकों को लेकर काफी ‘बुलिश’ बने हुए हैं.
अगर एक नजर राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो पर डाली जाए तो केनरा बैंक में नए निवेश और टाटा से जुड़े शेयरों के अलावा उनके पोर्टफोलियो में Aptech Limited, NCC Limited, Mandhana Retail Ventures, Nazara Technologies, Ralis India, Agro Tech Foods Limited और Va Tech Wabag Limited जैसी कंपनियों के शेयर हैं.
शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए राकेश झुनझुनवाला का कहना है कि बाजार में कल क्या होगा, इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता. लेकिन एक बात ध्यान रखने की है कि अच्छे शेयरों में निवेश करें और धीरज रखें. उन्होंने वारेन बफेट की एक बात याद दिलाई कि, ‘शेयर बाजार अधीरों से पैसा लेकर धैर्यवानों को देने का काम करता है’।
Career In Share Market : ऐसे बनाएं शेयर मार्केट में करियर, होगी लाखों में कमाई, जॉब के है ढेरों विकल्प…
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इस कोर्स की कर सकते है पढ़ाई:
आपको बता दें की इसमें करियर बनाने के लिए Stockbroker Commerce, Accountancy,
इसके अलावा Economics, Statistics or Business Administration आदि की पढ़ाई कर सकते हैं।
इससे कैंडिडेट को स्टॉक मार्किट फील्ड(Stock Market Field) की गहरी जानकारी होती है।
इसके अलावा इसमें स्नातक(UG) और स्नातकोत्तर(PG) कर सकते हैं।
किस प्रोफाइल पर कर सकते है Naukri:
बताते चलें इस करियर(Career In Share Market) में Equity Dealer, Equity Trader, Equity Advisor,
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Stock Advisor, Wealth Manager Financial Analyst, Investment Advisor, Security
Analyst and Risk Manager के तौर पर नौकरी यानि Job के अपार मौके पा सकते हैं।
क्या है योग्यता:
कैंडिडेट अगर Commerce स्ट्रीम से हैं तो उनके लिए यह फील्ड(Career In Share Market) बेहतर होगा।
बताते चलें कॉमर्स में 12वीं यानि इंटर में अगर 55% अंक हैं तो इसमें UG, PG जैसी डिग्री हासिल कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त कैंडिडेट को अपने Field में प्रोफेशनल को विषय से संबंधित गहन जानकारी भी होनी चाहिए।
यह है नौकरी के क्षेत्र:
बता दें इस फील्ड में कई सारे करियर(Career In Share Market) विकल्प खुले हुए हैं। Stock Exchange,
Regulation Authority, Foreign Investment Firms, Investment Consultancy, Mutual Fund
Company, Broker Firms, Insurance Agency, Bank और दूसरे इंस्टीट्यूट में भी जॉब के काफी स्कोप हैं।
अगर कैंडिडेट का काम बेहतर रहा इस क्षेत्र में कैंडिडेट की ग्रोथ(Growth) भी बहुत जल्दी होती है।
बता दें जहां तक Salary की बात है तो कैंडिडेट की शुरुआती Salary 2 से 3 लाख के मध्य हो सकती है।
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जो करीब 4 से 5 साल के अनुभव(4 to 5 Years Experience) के बाद बढ़ जाती है।
इतने Experience के बाद यह Salary करीब 9 लाख तक भी पहुंच सकती है. इसमें प्रमोशन भी अच्छे मिलते हैं।
दो तरह के होते हैं Stock Broker:
Full Service Stock Broker:
आपको बता दें की यह Full Service Stock Broker क्लाइंट्स को Share खरीदने और बेचने की सलाह देते हैं।
वहीं स्टॉक खरीदने(Buy Stock) के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन(Smartphone) पर Trading
सुविधा और Initial Public Offering- IPO में निवेश की सुविधा प्रदान की जाती है।
यह Full Time Stock Broker हैं इसलिए इनकी Customer Service अच्छी मानी जाती है।
Discount Stock Broker:
आपको बताते चलें की दूसरा होता है Discount Stock Broker, ये क्लाइंट से बहुत कम ब्रोकरेज में शेयर खरीदने
और बेचने(Buy And Sell Shares In Brokerage) की सुविधा देते हैं। Discount Stock Broker अपने
क्लाइंट को Stock खरीदने बेचने की जानकारी और शोध की सुविधा न के बराबर देते हैं।