ईजी मार्केट्स

दरअसल अब तक सीए कोर्स में एंट्री तो ईजी है, लेकिन एग्जिट टफ है। स्टूडेंट्स बड़ी संख्या में सीए कोर्स में एनरोल तो हो जाते हैं और इंटरमीडिएट भी क्लीयर कर लेते हैं। लेकिन फाइनल फाइव परसेंट स्टूडेंट्स भी पास नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि कई साल मेहनत के बाद स्टूडेंट्स इंटर के बाद सीए कोर्स ड्रॉप कर देते हैं। स्टूडेंट्स की इसी परेशानी को देखते हुए इंस्टीट्यूट ने सीए कोर्स में इंटरमीडिएट का स्टैंडर्ड टफ और फाइनल आसान किया है।
प्रेग्नेंट आलिया भट्ट ने पति रणबीर कपूर के साथ मिलकर किया ‘ब्रह्मास्त्र’ का प्रमोशन, देखें तस्वीरें
मुंबई: बिग बजट फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' (Brahmastra) के प्रमोशन ने दौरान आलिया भट्ट (Alia Bhatt) और रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) को एक साथ क्लिक किया गया। इस दौरान बॉलीवुड का सुपर कूल कपल एक दूसरे के साथ काफी अच्छा लग रहा था। इस दौरान अभिनेत्री आलिया बेहद खास अंदाज में बेबी बंप फ्लॉन्ट करती दिखाई दी। उनका यह अंदाज फैंस को काफी पसंद ईजी मार्केट्स आ रहा था। आलिया 'ब्रह्मास्त्र' प्रमोशन के दौरान शिफॉन पिंक कलर के टॉप और ब्लैक जेगिंग में दिखाई दी। आप भी नजर डाले इन तस्वीरों पर-
आसान हुई CA की पढ़ाई, हटे कई चैप्टर, ये टॉपिक भी जोड़े जाएंगे
CA Course: चार्टेर्ड अकाउंटेंट का कोर्स कर रहे स्टूडेंट्स के लिए आइसीएआइ की ओर से एक बड़ी राहत की खबर आई है। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टेर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने सीए फाइनल के कोर्स में बदलाव करते हुए कई चैप्टर हटा दिए हैं। वहीं फाइनल एग्जाम पैटर्न में चेंज कर इसे आसान बनाया जाएगा। सीए इंस्टीट्यूट ने हाल ही में इस संबंध में सर्कुलर जारी किया है। आइसीएआइ के जयपुर चैप्टर के चेयरमैन सीए लोकेश कासट का कहना है कि इंस्टीट्यूट की इस पहल से रिजल्ट इम्प्रूव होगा और बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स सीए बन सकेंगे।
रूस 1918 के बाद पहली बार नहीं चुका पाया विदेशी कर्ज, जानिए क्या है वजह
पश्चिमी देशों के सबसे कड़े प्रतिबंधों के कारण पिछले 104 साल में पहली बार रूस दूसरे देशों का लोन चुकाने में विफल रहा है। इन प्रतिबंधों की वजह से रूस के लिए दूसरे देशों के कर्जदारों को भुगतान करने का रास्ता बंद हो गया है। यही वजह है कि लोन डिफॉल्ट हो रहा है। बता दें एक सदी से भी अधिक समय पहले व्लादिमीर लेनिन के अधीन बोल्शेविकों ने 1918 में लोन डिफॉल्ट किया था।
बता दें पश्चिमी देशों ने यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर कई तरीके के प्रतिबंध लगा ईजी मार्केट्स दिए थे। हालांकि, रूस महीनों तक चीजों को मैनेज करने में सफल रहा था, लेकिन आखिरकार रविवार को 10 करोड़ डॉलर के ब्याज के भुगतान के लिए तय ग्रेस पीरियड खत्म हो गया। इस ब्याज के भुगतान के लिए 27 मई की डेडलाइन थी और ग्रेस पीरियड 26 जून तक था।
समय के साथ बदलता है निफ्टी
समय के साथ निफ्टी का सेक्टोरल रूप बदल गया है। अपनी स्थापना के समय निफ्टी में कोई भी टेक्नोलॉजी कंपनी नहीं थी और केवल एक निजी बैंक था। आज निफ्टी की टॉप-10 कंपनियों में चार निजी बैंक हैं और इंफोसिस और टीसीएस के रूप में दो बड़ी आईटी कंपनीज हैं। लेकिन इसमें कोई सरप्राइस नहीं होगा कि आने वाले 5, 10 और 20 सालों में निफ्टी अभी से काफी बदल जाएगा। समय के साथ हम नई कंपनीज और नए सेक्टर्स को उभरते हुए देखेंगे। जैसे 5 साल पहले यहां कोई इंश्योरेंस कंपनी नहीं थी, लेकिन आज है। इसी तरह ई-कॉमर्स और इंटरनेट कंपनियां पहले पूरी तरह प्राइवेट थीं, लेकिन आज हमारे पास जोमैटो है। इसके बाद फ्लिपकार्ट, पेटीएम, बायजू और दूसरे नए कंज्यूमर फेसिंग बिजनस इसे फॉलो करेंगे।
निफ्टी50 ने अपनी यात्रा 1000 पॉइंट्स की बेस वेल्यू से शुरू की थी। आज यह 18,000 के स्तर को पार कर गया है। इस तरह इसने गोल्ड और रियल एस्टेट जैसे दूसरी एसेट क्लास की तुलना में काफी अधिक रिटर्न दिया है। हालांकि, इक्विटी मार्केट्स के नेचर को दर्शाते हुए निफ्टी 50 में कई उतार-चढ़ाव भी आए हैं। जैसे साल 2008 में निफ्टी 50 फीसद से अधिक गिर गया और अगले ही साल 2009 में 76 फीसद बढ़ गया।
कोरोना से आईपीओ योजना पर असर
कोरोनावायरस के फैलने की वजह से इस वित्त वर्ष में कंपनियों की पूंजी जुटाने की गतिविधियां भी प्रभावित हो सकती हैं। मामले के जानकार तीन लोगों ने बताया कि भारतीय कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए एशिया प्रशांत क्षेत्र, खास तौर पर सिंगापुर और हॉन्ग कॉन्ग में आयोजित होने वाले रोडशो को रद्द कर रही हैं या उसे टाल रही हैं। इस तरह के कार्यक्रमों के जरिये विदेशी निवेशकों को प्रवर्तकों से मिलने और ईजी मार्केट्स कंपनी की संभावनाओं के बारे में सवाल-जवाब करने का मौका मिलता है। कोष जुटाने की गतिविधि से एक महीने पहले या कुछ हफ्ते पहले कंपनियों की ओर से इस तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं।
अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा हॉन्ग कॉन्ग भारतीय कंपनियों के लिए अहम क्षेत्रों में हैं क्योंकि कई बड़े संस्थागत निवेशक इन देशों से ही अपने कारोबार का परिचालन करते हैं। एक वरिष्ठ निवेश बैंकर ने कहा, 'कंपनी के अधिकारी स्वास्थ्य जोखिमों के चलते फिलहाल इन इलाकों की यात्रा नहीं करना चाह रहे हैं। इसकी वजह से वैश्विक स्तर पर रोडशो रद्द किए जा सकते हैं, वहीं कोष जुटाने की योजना में भी कुछ देरी हो सकती है।'