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शेयर बाजार में निवेश के लिए कौन सा बैंक चुनें

शेयर बाजार में निवेश के लिए कौन सा बैंक चुनें
निजी सेक्टर के प्रमुख HDFC Bank के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. (image: pixabay)

अच्छा शेयर कैसे चुनें? अच्छा शेयर चुननें के तीन आसान तरीके जानिए।

पिछले दिनों मैंने एक लेख लिखा था जिसका विषय था स्टॉक मार्केट में सफल निवेशक कैसे बने। इसमें मैंने बताया था कि हमें हमेशा अच्छा शेयर खरीदना चाहिए। अच्छे शेयर की पहचान के लिए हमें उस कंपनी का Balance Sheet एवं Profit & Loss A/c को अच्छी तरह देखना चाहिए।

कई दोस्तों ने कमेंट किया है कि हमारे पास इतना नॉलेज नहीं है कि हम कंपनी का Balance Sheet एवं Profit & Loss A/c समझ सकें और पढ़ना भी चाहे तो नहीं पढ़ सकते हैं। कुछ shortcut तरीका बताएं जिससे पता लगे किस कंपनी का stock अच्छा है जिसे हम खरीद कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

एक अच्छा शेयर का चुनाव करने से पहले हमें अपने आप से एक बात पूछना होगा कि हम शेयर को खरीद कर कितने दिनों तक रख सकते हैं। यानी हम लंबे समय के लिए शेयर खरीद रहे हैं या फिर एक-दो घंटे के लिए।

आज के समय में बहुत सारे लोग Intraday trading करते हैं। यानी शेयर को 1- 2 घंटे में खरीद कर बेंच देते हैं। यदि आपकी फटाफट लाभ कमाने के लिए शेयर खरीदना चाहते हो उसकी पहचान अलग है। यदि आप शेयर खरीद कर लंबी अवधि यानी 1 साल से ज्यादा रखना चाहते हो उसकी पहचान अलग है।

Intraday trading के लिए अच्छी शेयर की पहचान

यदि आप Intraday trading के लिए शेयर खरीदना चाहते हो उसके लिए आपको कंपनी के बारे में विशेष जानने का कोई आवश्यकता नहीं है। आपको जिस दिन शेयर खरीदना है उस दिन मार्केट के शुरुआती 1 घंटे में शेयर की चाल को देखना है। यदि यह लगातार बढ़ रहा है तो आप उसे खरीद ले। 1- 2 घंटे बाद 2- 4% जो भी लाभ-हानि हुआ उसे बेचते हैं।

जैसे एक उदाहरण द्वारा इसे समझते हैं यदि हमें किसी व्यक्ति के साथ एक-दो घंटे गुजारना है तो हम उसके बारे में विशेष जानकारी नहीं रखना चाहते हैं जैसे उसका स्वभाव कैसा है? किस खानदान से जुड़ा हुआ है? आदि-आदि। हमें 1- 2 घंटे निकाल कर अलग हो जाना है। ठीक उसी प्रकार Intraday trading में हमें उस शेयर को लेना है और बेचना है।

कई कंपनी जो दिवालिया होने के कगार पर रहते हैं लेकिन Intraday trading में 10% से ज्यादा मुनाफा दे देते हैं। क्योंकि कोई पॉजिटिव न्यूज़ उसके शेयर को उछाल देता है। उस समय यह बात का कोई मतलब नहीं कि वह कंपनी दिवालिया होने वाली है या कुछ और।

इसलिए Intraday trading में यदि आपको अच्छे शेयर का चुनाव करना हो आपको भेड़ चाल चलनी पड़ेगी। यानी जो सभी लोग खरीदे हैं उसे ख़रीदो जो सब लोग बेच रहे हैं उसे बेंच दो। इसी चाल से आप इसमें मुनाफा कमा सकते हो और यही एक अच्छे निवेशक की पहचान है।

लंबी अवधि के लिए एक अच्छी शेयर का चुनाव कैसे करें?

यदि आप किसी शेयर को 1 साल या इससे अधिक समय तक खरीद कर रखना चाहते हैं तो इसकी पहचान के लिए कई तरीके हैं। यदि आप के पास कंपनी का Fundamental, Value, Growth, Balance Sheet, Profit and Loss Account, Company Management, Dividend Policy, P/E Ratio इत्यादि जानने का समय है एवं यह सब जानने में रुचि रखते हैं तो इसे जानकर आप कंपनी के बारे में अच्छी जानकारी ले सकते हो और पता लगा सकते हो कि शेयर अच्छा है या खराब है।

लेकिन अगर आप उपरोक्त जानकारी हासिल करने में Interested नहीं हो और कुछ Shortcut अपनाना चाहते हो जिससे पता लगे कौन सा शेयर अच्छा है। इस पहचानने के लिए मैं आपको कुछ अलग तरीका बताऊंगा जो कहीं भी आपको नहीं मिलेगा।

मैं आपको एक अच्छे शेयर चुनाव करने के लिए कुल 3 तरीके बता रहा हूं जो बिल्कुल सरल एवं practical है। चाहे आप financial background से हो या ना हो अच्छे Share का चयन जरुर कर सकते है।

अच्छा शेयर चुननें के 3 तरीके निम्नलिखित है-

1. Mutual Fund Portfolio देखकर

आपको केवल यह करना है कि आप जो भी शेयर लेना चाहते हैं या अभी तक कोई आपने विचार नहीं किया है कौन सा शेयर लेें तो आप तो Top 5 Mutual Fund को Google में सर्च कर ले।

प्रत्येक Mutual Fund में 70 से 80 कंपनी का शेयर शामिल रहता है। आप ऊपर के 10 शेयर को एक नोटबुक में लिखें। इसी प्रकार पांचों Mutual Fund के 10-10 शेयर को नोटबुक में लिख ले।

आप पांचों Mutual Fund से लिखे गए 10-10 शेयरों को आपस में चेक करें कि कौन सा ऐसा कंपनी का शेयर है जो पांचों Mutual Fund या 4 में शामिल है। जो अधिकतर Mutual Fund पोर्टफोलियो में शामिल है वही एक अच्छा शेयर है।

दोस्तों एक Mutual Fund मैनेजर के अंदर कई मार्केट विशेषज्ञ काम करते हैं। वह सभी अच्छी तरह कंपनी के हर एक पहलू को गौर कर उसे अपने Mutual Fund में शामिल करता है।

आप यदि इस प्रकार 5 Mutual Fund जो सबसे अच्छा है उसका Portfolio लिख लेते हैं तो आप कुल 100 मार्केट विशेषज्ञों की चॉइस जान लिए। यह अच्छे शेयर चुनाव का तरीका सबसे सटीक और आसान तरीका है।

जैसे एक उदाहरण देकर हम इसे समझाते हैं। आपने Top 5 Mutual Fund चुन लिया। उस 5 Mutual Fund के 10- 10 शेयर को लिख लिया। मान लेते हैं कि HDFC Bank उस 5 Mutual Fund में से चार के पोर्टफोलियो में शामिल है या SBI 5 में से पांचों में शामिल हैं तो यह दोनों शेयर को चुनाव कर सकते हो।

2. Top Ten Company

यदि आप तरीका नंबर 1 के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। यानीं आपके पास समय बिल्कुल भी नहीं है कुछ होमवर्क करने का तो फिर आप Nefty के Top Ten कंपनी में से उस कंपनी को चुन सकते हैं जिसका शेयर वैल्यू ना तो साल का उच्चतम हो ना साल का निम्नतम, यानी बीच में हो। उसका आप शेयर खरीद सकते हैं।

एक उदाहरण लेते हैं। मान लीजिए ICICI Bank का Share निफ्टी के Top Ten शेयर में शामिल है। इसका वर्तमान मूल्य ₹400 प्रति शेयर है। साल का निम्नतम 350 और उच्चतम 450 रुपए हैं तो हम यह शेयर आराम से खरीद सकते हैं।

यह तरीका सबसे आसान है। इससे आसान तरीका आपको कोई भी नहीं बता सकता है।

3. परंपरागत शेयर

आप सोच रहे होंगे कि यह कौन सा शेयर है। दोस्तों यह शेयर हम उसे कहते हैं जिसे हम सालों से देख रहे हैं और अभी भी अच्छी तरह चल रही है।

जैसे आज से 40 साल पहले मेरे पिताजी ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अपना अकाउंट खुलवाया था और आज भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तेज गति से आगे बढ़ रही हैं। हमें एसबीआई का शेयर जरूर लेना चाहिए क्योंकि यह एक लंबी रेस का घोड़ा साबित हो सकता है।

पारले जी बिस्कुट हम बचपन में खाते आ रहे हैं और आज भी खा रहे हैं। यानी यह कंपनी एक लंबी रेस का घोड़ा है। हमें इसमें जरूर निवेश करना चाहिए।

दोस्तों मैं किसी कंपनी का नाम लेकर उसका विज्ञापन नहीं कर रहा हूं। मैं एक उदाहरण दे रहा हूं कि जो समान आप सालों से उपयोग कर रहे हैं और अभी भी वह अच्छी तरह अपना काम कर रही है। इसलिए उस कंपनी में निवेश कर देना चाहिए यदि आपको कोई विशेष जानकारी नहीं है।

इस प्रकार हमने आपको 3 सरल उपाय बताएं। जिसके द्वारा बिना किसी Financial knowledge के अच्छी stock का चुनाव कर सकते हैं। आप एक बार इसे करके जरूर देखें।

यह तीन तरीका आप अपना सकते हैं। इसमें कोई विशेष पढ़े लिखे लोगों की आवश्यकता नहीं है। 10 साल का बच्चा भी कर सकता है।

मेरे वेबसाइट का नाम स्टेशन गुरुजी हैं। इस पर मैं फ्री में वित्तीय जानकारी शेयर करता रहता हूं। कुछ दिन पहले मैंने Best Electric Vehicle Stocks, Multibagger Stocks, Penny Stocks, P/E Ratio इत्यादि के बारे में जानकारी शेयर किया हूं। आप चाहे तो इसे पढ़ सकते हैं।

दोस्तों स्टॉक मार्केट में खतरा भी बहुत सारे होते हैं। इसीलिए निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच विचार कर ले। किसी से कहने से कहीं भी निवेश ना कर दें।

एक बात और, कर्ज लेकर कभी भी निवेश ना करें। चाहे आप को अपने आप पर कितना भी भरोसा क्यों ना हो। क्योंकि अगर आपको नुकसान हुआ तो आप ज्यादा मुसीबत में पड़ सकते हैं।

मन में और कोई सवाल हो तो हमें जरूर ईमेल करें। हम सही जानकारी देने का प्रयास करेंगे। [email protected]

निवेश से जुड़ी बात: सिप के लिए बेहतर, स्टॉक या म्यूचुअल फंड

शेयर बाजार

निवेश पर जोखिम घटाने के लिए एकमुश्त पैसे लगाने के बजाय सिप को बेहतर विकल्प माना जाता है। इसमें भी सीधे शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में पैसे लगा सकते हैं। बचत योजनाओं पर कम ब्याज और बाजार में अनिश्चितता के बीच सिप के लिए स्टॉक और म्यूचुअल फंड में कौन सा मुनाफे का विकल्प होगा, जानकारी देती प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट-

उतार-चढ़ाव के बीच लगाएं इक्विटी सिप पर दांव
पीएन फिनकैप के सीईओ एके निगम का कहना है कि जब शेयर बाजार में भारी अनिश्चितता का दौर चल रहा हो, तो सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) के जरिए स्टॉक में पैसे लगाना बेहतर होता है। ऐसे माहौल में अगर आप बाजार में सीधे एकमुश्त निवेश करते हैं, तो जोखिम बढ़ सकता है। वैसे तो खुदरा निवेशकों के लिए इक्विटी सिप में पैसे लगाना शेयर बाजार में प्रवेश करने का सबसे बेहतर विकल्प होता है, लेकिन यह म्यूचुअल फंड सिप से पूरी तरह अलग होता है।

इसके जरिए निवेशक हर सप्ताह, पाक्षिक या मासिक आधार पर स्टॉक खरीद सकते हैं। ब्रोकरेज या फंड हाउस एक निश्चित संख्या अथवा राशि के शेयर खरीदने की अनुमति देते हैं। अगर आप चाहें तो एक ही स्टॉक के कई शेयर ले सकते हैं या अलग-अलग कंपनियों के शेयर खरीदकर अपना पोर्टफोलियो बना सकते हैं।

ध्यान रखें. शेयर कब बेचना है
सिप के जरिए स्टॉक में पैसे लगाने वाले निवेशकों को शेयर बाजार से जु़ड़ी खबरों के प्रति सचेत रहना चाहिए। यहां म्यूचुअल फंड की तुलना में ज्यादा जोखिम होता है। लिहाजा जानकारी के अभाव में नुकसान हो सकता है। निवेशक को इसका पूरा आकलन कर लेना चाहिए कि उसे खरीदे गए स्टॉक को बेचकर कब बाहर आना है।

उदाहरण के लिए, यस बैंक के शेयरों ने एक समय बंपर रिटर्न दिया। बाद में जिन निवेशकों ने स्टॉक पर नजर नहीं रखी, उन्हें बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ा। अभी बाजार में भारी उतार-चढ़ाव है, तो कम मूल्य वाले शेयर खरीदकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। बाजार के इस गणित को समझ लिया तो इक्विटी सिप से 20 प्रतिशत तक रिटर्न मिल सकता है।

  • 20 प्रतिशत तक रिटर्न हासिल कर सकते हैं सिप से स्टॉक में निवेश पर
  • 12-15 प्रतिशत रिटर्न आसानी से मिल जाता है म्यूचुअल फंड के सिप में

कम जोखम के साथ अच्छा मुनाफा चाहिए तो.
अगर आप म्यूचुअल फंड से सिप में पैसे लगाते हैं, तो जोखिम कम हो जाता है। यहां इक्विटी फंडों में भी पैसे लगाने के विकल्प मिलते हैं और सबसे बड़ी बात कि प्रबंधन की जिम्मेदारी फंड मैनेजर की होती है। यानी निवेशक पर बोझ नहीं पड़ता, बल्कि मामूली शुल्क लेकर फंड हाउस सिप की देखरेख करते हैं।

इक्विटी में भी निवेश का मौका
बिना जोखिम उठाए लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड के जरिये सिप में पैसे लगाना सबसे अच्छा विकल्प है। निवेशक जो पहली बार शेयर बाजार में पैसे लगाना चाहते हैं, उनके लिए इक्विटी सिप सबसे अच्छा तरीका है। यहां डेट म्यूचुअल फंड का विकल्प भी मिलता है, जो सिप के जोखिम को कम कर देता है। हालांकि, इस पर रिटर्न थोड़ा कम रहेगा। सही प्रबंधन से म्यूचुअल फंड सिप में भी 12-15 प्रतिशत तक रिटर्न हासिल किया जा सकता है।

विस्तार

निवेश पर जोखिम घटाने के लिए एकमुश्त पैसे लगाने के बजाय सिप को बेहतर विकल्प माना जाता है। इसमें भी सीधे शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में पैसे लगा सकते हैं। बचत योजनाओं पर कम ब्याज और बाजार में अनिश्चितता के बीच सिप के लिए स्टॉक और म्यूचुअल फंड में कौन सा मुनाफे का विकल्प होगा, जानकारी देती प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट-

उतार-चढ़ाव के बीच लगाएं इक्विटी सिप पर दांव
पीएन फिनकैप के सीईओ एके निगम का कहना है कि जब शेयर बाजार में भारी अनिश्चितता का दौर चल रहा हो, तो सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) के जरिए स्टॉक में पैसे लगाना बेहतर होता है। ऐसे माहौल में अगर आप बाजार में सीधे एकमुश्त निवेश करते हैं, तो जोखिम बढ़ सकता है। वैसे तो खुदरा निवेशकों के लिए इक्विटी सिप में पैसे लगाना शेयर बाजार में प्रवेश करने का सबसे बेहतर विकल्प होता है, लेकिन यह म्यूचुअल फंड सिप से पूरी तरह अलग होता है।

इसके जरिए निवेशक हर सप्ताह, पाक्षिक या मासिक आधार पर स्टॉक खरीद सकते हैं। ब्रोकरेज या फंड हाउस एक निश्चित संख्या अथवा राशि के शेयर खरीदने की अनुमति देते हैं। अगर आप चाहें तो एक ही स्टॉक के कई शेयर ले सकते हैं या अलग-अलग कंपनियों के शेयर खरीदकर अपना पोर्टफोलियो बना सकते हैं।


ध्यान रखें. शेयर कब बेचना है
सिप के जरिए स्टॉक में पैसे लगाने वाले निवेशकों को शेयर बाजार से जु़ड़ी खबरों के प्रति सचेत रहना चाहिए। यहां म्यूचुअल फंड की तुलना में ज्यादा जोखिम होता है। लिहाजा जानकारी के अभाव में नुकसान हो सकता है। निवेशक को इसका पूरा आकलन कर लेना चाहिए कि उसे खरीदे गए स्टॉक को बेचकर कब बाहर आना है।

उदाहरण के लिए, यस बैंक के शेयरों ने एक समय बंपर रिटर्न दिया। बाद में जिन निवेशकों ने स्टॉक पर नजर नहीं रखी, उन्हें बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ा। अभी बाजार में भारी उतार-चढ़ाव है, तो कम मूल्य वाले शेयर खरीदकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। बाजार के इस गणित को समझ लिया तो इक्विटी सिप से 20 प्रतिशत तक रिटर्न मिल सकता है।

  • 20 प्रतिशत तक रिटर्न हासिल कर सकते हैं सिप से स्टॉक में निवेश पर
  • 12-15 प्रतिशत रिटर्न आसानी से मिल जाता है म्यूचुअल फंड के सिप में

कम जोखम के साथ अच्छा मुनाफा चाहिए तो.
अगर आप म्यूचुअल फंड से सिप में पैसे लगाते हैं, तो जोखिम कम हो जाता है। यहां इक्विटी फंडों में भी पैसे लगाने के विकल्प मिलते हैं और सबसे बड़ी बात कि प्रबंधन की जिम्मेदारी फंड मैनेजर की होती है। यानी निवेशक पर बोझ नहीं पड़ता, बल्कि मामूली शुल्क लेकर फंड हाउस सिप की देखरेख करते हैं।

इक्विटी में भी निवेश का मौका
बिना जोखिम उठाए लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड के जरिये सिप में पैसे लगाना सबसे अच्छा विकल्प है। निवेशक जो पहली बार शेयर बाजार में पैसे लगाना चाहते हैं, उनके लिए इक्विटी सिप सबसे अच्छा तरीका है। यहां डेट म्यूचुअल फंड का विकल्प भी मिलता है, जो सिप के जोखिम को कम कर देता है। हालांकि, इस पर रिटर्न थोड़ा कम रहेगा। सही प्रबंधन से म्यूचुअल फंड सिप में भी 12-15 प्रतिशत तक रिटर्न हासिल किया जा सकता है।

HDFC Bank: मजबूत लोन ग्रोथ के दम पर शेयर 10% चढ़ा, निवेश का सही मौका, आगे भी मिल सकता है 33% रिटर्न

HDFC Bank के लिए चौथी तिमाही का अपडेट बेहतरीन रहा है. कमर्शियल बैंकिंग और कॉरपोरेट सेग्मेंट में मजबूती देखने को मिली है.

HDFC Bank: मजबूत लोन ग्रोथ के दम पर शेयर 10% चढ़ा, निवेश का सही मौका, आगे भी मिल सकता है 33% रिटर्न

निजी सेक्टर के प्रमुख HDFC Bank के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. (image: pixabay)

HDFC Bank Share Price Today: निजी सेक्टर के प्रमुख HDFC Bank के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. इंट्राडे में बैंक का शेयर 10 फीसदी मजबूत होकर 1657 रुपये पर पहुंच गया. जबकि शुक्रवार को यह 1506 रुपये पर बंद हुआ था. बैंक ने चौथी तिमाही के लिए अपने आंकड़े जारी किए हैं जो बेहद मजबूत हैं. कमर्शिल बैंकिंग के साथ कॉरपोरेट बैंकिंग में भी रिवाइवल देखने को मिला है. वहीं HDFC और HDFC Bank ने ट्रांसफॉरमेशनल विलय का ऐलान किया है. इस डील के तहत HDFC Bank में HDFC की 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी. इसी के चलते आज शेयर को लेकर सेंटीमेंट मजबूत बने हें. ब्रोकोज हाउस भी शेयर कासे लुकर बुलिश हैं और आगे अचछे रिटर्न की उम्मीद जता रहे हैं.

मजबूत शेयर बाजार में निवेश के लिए कौन सा बैंक चुनें लोन ग्रोथ

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि HDFC Bank के लिए चौथी तिमाही का अपडेट बेहतरीन रहा है. कमर्शियल बैंकिंग और कॉरपोरेट सेग्मेंट में मजबूती देखने को मिली है. रिटेल लोन में शानदार रिवाइवल देखने को मिला है. इन सबसे PPOP ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा. आगे मार्जिन में रिकवरी की उम्मीद है. रिटेल डिपॉजिट का भी ट्रेंड भी पॉजिटिव है. बैंक के CASA रेश्यो में सुधार है और 48% हो गया है. ब्रोकरेज हाउस ने शेयर में 2000 रुपये के टारगेट के साथ निवेश की सलाह दी है. शेयर शुक्रवार को 1506 रुपये पर बंद हुआ था. इस लिहाज से इसमें 33 फीसदी रिटर्न संभव है.

कॉरपोरेट बैंकिंग में भी रिकवरी

ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टैनले ने शेयर में निवेश की सलाह दी है और ओवरवेट रेटिंग रखा है. शेयर के लिए 1800 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज का कहना है कि बैंक ने चौथी तिमाही में जो अपडेट किया है, उस लिहाज से लोन ग्रोथ और डिपॉजिट ग्रोथ मजबूत रही है. बैंक लगातजार अपना मार्केट शेयर बढ़ा रहा है. रिटेल और कमर्शियल में लोन ग्रोथ मजबूत है. जबकि कॉरपोरेट बैंकिंग में भी रिकवरी है.

Stock Market Live: शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद, सेंसेक्स 248 अंक मजबूत, निफ्टी 18,403 पर, चेक करें आज के टॉप गेनर्स और लूजर्स

Fusion Micro Finance Listing: फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस की लिस्टिंग ने निवेशकों को किया निराश, 2.5% डिस्काउंट पर शेयरों की शुरुआत, एक्सपर्ट्स व्यू

Stocks in News: NDTV, L&T Infotech, Mindtree, Zomato समेत इन शेयरों पर रखें नजर, इंट्राडे में करा सकते हैं कमाई

कैसी रही चौथी तिमाही

बैंक का टोटल एडवांस सालाना आधार पर 20.9 फीसदी बढ़कर या तिमाही आधार पर 8.6 फीसदी बढ़कर 13.7 लाख करोड़ रुपये रहा है. रिटेल लोन सालाना आधार पर 15 फीसदी और तिमाही आधार पर 5 फीसदी बढ़ा है. कॉरपोरेट और अन्य होलसेल बुक सालाना आधार पर 17.5 फीसदी बढ़ा है. डिपॉजिट बेस सालाना आधार पर 16.8 फीसदी बढ़कर 15.6 लाख करोड़ रुपये रहा है. CASA डिपॉजिट/TD ग्रोथ सालाना आणार पर 22%/12.3% फीसदी रही है. CASA मिक्स 90bp बढ़कर 48% रहा है. रिटेल और होलसेल डिपॉजिट सालाना आधार पर 18.5%/10% बढ़ा है. बैंक ने 563 ब्रॉन्च चौथी तिमाही में जोड़े हैं. मार्च 2022 के अंत तक कुल ब्रॉन्च 6342 हो गए हैं.

(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

7 रुपये का शेयर 2 साल में 800 रुपये का, क्या पेनी स्टॉक में लगाना चाहिए पैसा?

करीब 600 पेनी स्टॉक में से पिछले चार महीने में में कम से कम 166 मल्टीबैगर्स (अपने दाम से कई गुना रिटर्न देने वाले) हो चुके हैं, और इसी दौरान बिड़ला टायर्स में 1,443 फीसदी की जबरदस्त बढ़त हुई है.

पेनी स्टॉक में कई गुना रिटर्न मिलता है

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 जुलाई 2020,
  • (अपडेटेड 20 जुलाई 2020, 9:14 AM IST)

पेनी शेयरों में एक बार फिर तेजी का रुख है. पेनी शेयर अपने जबरदस्त रिटर्न की वजह से आकर्षित करते हैं. ऐसा ही एक शेयर दो साल पहले 7 रुपये का था, लेकिन अब 800 रुपये का हो चुका है. लेकिन क्या आपको इनके आकर्षण में फंसना चाहिए? क्या हैं फायदे और जोखिम? आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं

क्या होते हैं पेनी स्टॉक

आप यदि शेयर मार्केट में निवेश करने वाले गंभीर निवेशक हैं तो ऐसे पेनी स्टॉक की तलाश में जरूर रहते होंगे जो आपको बेहतर रिटर्न दिला सकें. ऐसे शेयर जिनकी कीमत 10 रुपये से भी कम होती है उन्हें पेनी स्टॉक कहते हैं. 24 मार्च को निफ्टी इस साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था. उस दिन से अब तक देखें तो पेनी स्टॉक की संख्या में 479 की गिरावट गई है. इसकी वजह यह है कि इन शेयरों में 1400 फीसदी की तेजी आई है. इस दौरान 166 पेनी शेयर मल्टीबैगर यानी अपने दाम से कई गुना रिटर्न देने वाले बन गए हैं. इस दौरान बिड़ला टायर्स शेयर के दाम में 1443 फीसदी की जबरदस्त उछाल आई है.

दिल्ली के वरिष्ठ ट्रेडर विवेक भाउका कहते हैं, 'मुझे पिछले कुछ महीनों में करीब 20 ऐसे व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ दिया गया है जो कि पूरी तरह से पेनी शेयरों के बारे में टिप्स देने के लिए बनाए गए हैं. ये लोग शेयर बाजार की बुनियादी समझ भी नहीं रखते. इसलिए मुझे चिंता होती है.'

किसे करना चाहिए निवेश

पेनी स्टॉक में सिर्फ उन लोगों को निवेश करना चाहिए जो सबसे पहले तो यह समझते हों कि किसी कंपनी के बुनियादी आंकड़े कितने मजबूत हैं. मसलन कंपनी का कारोबार कैसा है, उसकी टॉपलाइन और बॉटमलाइन यानी बिक्री और मुनाफा कैसा है, वह जिस सेक्टर में है उसमें कारोबार कैसा चल रहा है आदि. और दूसरे वे यह पैटर्न अच्छी तरह समझते हों कि इन शेयरों में पैसा किस तरह से बन रहा है. यह पैटर्न कीमत में उतार-चढ़ाव, शेयरों की खरीद-फरोख्त की मात्रा या कंपनी के नाम या प्रबंधन में बदलाव आदि हो सकता है.

भाउका एक कंपनी Vikas Proppant का उदाहरण देते हैं. वे कहते हैं, 'मैंने यह शेयर 1.5-2 रुपये में खरीदा था. मैंने यह पैटर्न देखा कि कंपनी के शेयर में हर महीने नया अपर सर्किट लग रहा है. कंपनी जब भी कोेई नया ऐलान करती उसमें अपर सर्किट लग जाता. तो तीन महीने में ही यह शेयर 2 रुपये से 15 रुपये पर पहुंच गया. तो मैंने सिर्फ पैटर्न देखकर निवेश जारी रखा.'

इसी तरह इंडिया बुल्स रियल एस्टेट से अलग होने के बाद जब इंडिया बुल्स इंटीग्रेटेड लिस्ट हुआ तो लिस्टिंग के पहले दिन ही इसके 5 करोड़ शेयरों में से 2 करोड़ शेयरों की खरीद-फरोख्त हुई. भाउका ने कहा, 'यह सौदा 5 रुपये में हुआ तो मैंने यह शेयर 7 रुपये में खरीद लिया और 5 रुपये का स्टॉप लॉस लगा दिया. कुछ ही दिनों में यह शेयर 30 रुपये पर पहुंच गया और अगले दो साल में ही इस शेयर के दाम 800 रुपये पर पहुंच गए.'

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क्या है जोखिम? क्या होनी चाहिए सावधानी?

तेजी से अमीर बनने की लालसा निवेशकों को इन शेयरों के प्रति आकर्षित करती है. लेकिन वे यह नहीं समझते कि ऐसे पेनी शेयरों में हेरफेर करना आसान होता है, क्योंकि एक तो इनकी खरीद-फरोख्त बहुत कम होती है, दूसरे शेयर बाजार में निवेश के लिए कौन सा बैंक चुनें इनका बड़ा हिस्सा कुछ निवेशकों या प्रमोटर्स के हाथ में होता है.

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व चेयरमैन और रवि राजन ऐंड कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर एस. रवि कहते हैं, 'यह बात सच है कि पेनी स्टॉक में हेरफेर होता है और बहुत से निवेशक इनके चक्कर में फंस जाते हैं. छोटे निवेशकों को बहुत सोच-समझकर इनमें निवेश करना चाहिए.'

पिछले दो दशकों में एक हजार से ज्यादा लिस्टेड कंपनियां शेयर बाजार से गायब हो चुकी हैं. इनका बड़ा हिस्सा पेनी स्टॉक का ही है. तो इस बात की आशंका बनी रहती है कि आप जिस स्टॉक में निवेश कर रहे हैं वह शेयर बाजार से ही गायब हो जाए. तो आपने अगर पेनी स्टॉक में निवेश तय ही कर लिया है तो आपको इससे बाहर निकलने की रणनीति पहले से ही बनाकर रखनी चाहिए कि इससे कब बाहर निकलना है. सिर्फ मुनाफे ही नहीं नुकसान के लिए भी तैयार रहें और एक कठोर स्टॉपलॉस लगाएं.

भाउका कहते हैं, 'पेनी स्टॉक के मामले में आपको निर्दयी बनना होगा. जब भी आपको इसमें नुकसान होने लगे तो आपको बाहर निकल जाना चाहिए, क्योंकि इसके बाद आपको नहीं पता कि क्या होगा.

कैसे चुनें मल्टीबैगर शेयर

आप यदि एक गंभीर निवेशक हैं और अटकलों पर भरोसा करने की जगह वास्तव में कोई अच्छा पेनी स्टॉक चुनना चाहते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. भाउका कहते है, 'उन पेनी शेयरोंं पर नजर रखें जो लगातार 52 हफ्ते की ऊंचाई को छूते रहे हों. लगातार कई बार नई ऊंचाई को छुए बिना कोई भी शेयर मल्टीबैगर नहीं बन सकता. इस सूची को बनाने के बाद आप उनके फंडामेंटल्स यानी बुनियादी आंकड़े देखें.'

StockEdge के को-फाउंडर विवेक बजाज कहते हैं, अवंती फूड्स शेयर साल 2010 में 2 रुपये का था और अब यह करीब 480 रुपये का हो गया है और इस कंपनी का मार्केट कैप 6500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. ऐसे शेयर में मैनेजमेंट क्वालिटी, उनका विजन, सही सेक्टर में है या नहीं और कंपनी के कारोबार का विशिष्ट moat क्या है (यानी प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले अपने प्रॉफिट को बनाए रखने की उसकी क्षमता कैसी है) यह बात ध्यान में रखनी चाहिए.

तो आप अगर मौजूदा बाजार में सही पेनी शेयर चुनना चाहते हैं तो बजाज के मुताबिक एनबीएफसी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, हेल्थकेयर, लॉजिस्टिक्स, टेलीकॉम, कैपिटल गुड्स, ऑटोमोबाइल्स टूव्हीलर्स जैसे सेक्टर पर भरोसा कर सकते हैं. इन सेक्टर से ऐसे शेयर चुनें जो कई बार 52 हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंचे हों और फिर उनमें भी ऐसे शेयरों पर दांव लगांए जिनके बुनियादी आंकड़े मजबूत हों यानी जिनकी आय अच्छी हो, कंपनी मुनाफे में और उसमें प्रमोटर्स की अच्छी हिस्सेदारी हो. उन शेयरों का नजरअंदाज करें जिनमें कंपनी पर भारी कर्ज है और प्रमोटर्स ने बड़े पैमाने पर शेयर गिरवी रखे हों.

इस बात का ध्यान रखें कि शेयर बाजार काफी हद तक एक बड़े जुए के खेल की तरह ही है. कई बार लोगों को बहुत सी चीजों की जानकारी नहीं हो पाती. तो आपके अंदर जोखिम लेने की क्षमता और अनुभव हो तो ही ऐसे शेयरों पर दांव लगाएं. आपके पोर्टफोलियो में ऐसे शेयरों का 5 से 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सा नहीं होना चाहिए.

शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान

शेयर बाजार में शेयर खरीदन-बेचना बच्चों का खेल नहीं. इसके लिए आपको जरूरत होती है. ब्रोकर के चयन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान.

शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान

1. डिस्काउंट ब्रोकर पर दांव!
डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद फरोख्त करते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर आपको निवेश आइडिया भी देते हैं. इसलिए यदि आप बाजार की उथल-पुथल और हलचल को समझते हैं, जो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं. अन्यथा फुल सर्विस ब्रोकर ही बेहतर है.

2. फोन या ऑनलाइन कारोबार की सेवा
आप कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं. ब्रोकर का चयन करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि वह दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है. हालांकि, हाइब्रिड ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.

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3. ब्रोकिंग चार्जेज पर नजर
अकसर ब्रोकर्स अपना ब्रोकिंग चार्ज फिक्स्ड ही रखते हैं. हालांकि, ये कारोबार के वॉल्यूम और फ्रीक्वेंसी पर भी निर्भर करते हैं. ऐसे में इस बारे में बात कर लेना भी जरूरी है.

4. अन्य सुविधाएं के बारे में जानें
कुछ ब्रोकरेज हाउस सिर्फ इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा ही नहीं प्रदान करतें, शेयर बाजार में निवेश के लिए कौन सा बैंक चुनें बल्कि कई प्रकार की अन्य सेवाएं भी आप तक पहुंचाते हैं. ऐसे में जान लें कि यह सेवाएं क्या हैं और आपके लिए इनकी क्या उपयोगिता है. इसके बाद ही ब्रोकर का चयन करें.

5. ब्रोकरेज की छवि जान लें
अपने ब्रोकर पर मुहर लगाने से पहले बाजार में उसकी छवि जान लें. ब्रोकर की सेवाओं और सुविधाओं की संतुष्टि के बाद ही उससे जुड़े. सभी ब्रोकरेज के खिलाफ दर्ज शिकायतों का ब्यौरा सेबी के पास मिल जाएगा.

(नोट: यह लेख सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग के विचारों से प्रभावित हैं. इस लेख में गिरिजा गाद्रे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता ने अहम योगदान दिया है.)

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