ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी

कूनो नेशनल पार्क में चीतों के स्वागत की तैयारी तेज, पिजरे में छोड़ने के लिए खास इंतजाम
भारत की सरजमीं पर 70 साल बाद चीतों के आने की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. चीतों को लाने वाला विशेष बोइंग विमान नामीबिया की राजधानी विंडहॉक से कुछ ही देर में भारत के लिए उड़ान भरने वाला है. इस विमान को बाहर और भीतर से विशेष तरह से तैयार किया गया है. ताकि चीतों के पिंजरों को आसानी से रखा जा सके. कल यानि 17 सितंबर की सुबह ये विमान ग्वालियर पहुंचेगा. इसके बाद हेलिकॉप्टर के जरिए चीतों को कूनो नेशनल पार्क पहुंचाया जाएगा. 17 सितंबर को ही प्रधानमंत्री मोदी अपने जन्मदिन के मौके पर इन्हें कूनो पार्क में छोड़ेंगे.
Preparations are on in full swing to welcome cheetahs to the Kuno National Park in Madhya Pradesh. While on the one hand special arrangements have been made to release the cheetahs from the cage, on the other hand, strict arrangements have been made for the safety of the cheetahs.
कर्नाटक में विश्वासमत : हॉर्स ट्रेडिंग से बचने के लिए रिसॉर्ट में रखे जायेंगे भाजपा के विधायक
बेंगलुरु : कर्नाटक में तेज राजनीतिक हलचल के बीच भाजपा ने शुक्रवार को अपने सभी विधायकों को यहां नजदीक स्थित एक रिसॉर्ट में रखने का फैसला किया है.
दरअसल, मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने अपने बागी विधायकों के इस्तीफे के बावजूद विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव लाने की घोषणा की है, जिसे देखते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस-जदएस गठबंधन द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रयास की आशंका के बीच भाजपा ने यह कदम उठाया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने संवाददाताओं को एक सवाल के जवाब में कहा कि हर एक (भाजपा विधायक) को लगता है कि ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी उन्हें एक साथ होना चाहिए और सोमवार को एक साथ विधानसभा में आना चाहिए. मैंने कहा ठीक है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि विधायकों के शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक रिसॉर्ट में रहने की संभावना है. रिसॉर्ट की राजनीति कर्नाटक के लिए कोई नयी बात नहीं है. सत्तारूढ़ गठबंधन ने इससे पहले भी संकट के दौरान अपने विधायकों को शहर के बाहरी इलाके के एक रिसॉर्ट में रखा था.
गौरतलब है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने शुक्रवार को कहा कि वह सदन में विश्वासमत हासिल करना चाहते हैं और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार से इसके लिए समय तय करने का अनुरोध किया है. विधानसभा के 11 दिवसीय सत्र के पहले दिन सदन की बैठक में मुख्यमंत्री ने सत्तारूढ़ गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफा देने की ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी पृष्ठभूमि में यह अप्रत्याशित घोषणा की. विधायकों के इस्तीफे की वजह से सरकार का अस्तित्व खतरे में है. अध्यक्ष के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन का कुल संख्याबल 116 (कांग्रेस-78, जदएस-37 और बसपा-1) है. दो निर्दलीय उम्मीदवारों का भी सरकार को समर्थन प्राप्त था, लेकिन, उन्होंने सोमवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उधर, भाजपा के पास 107 विधायक हैं. 224 सदस्यीय सदन में बहुमत के लिए 113 विधायकों का समर्थन जरूरी है. अगर 16 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए जाते हैं, तो गठबंधन का संख्याबल घटकर 100 रह जायेगा.
कुमारास्वामी की अप्रत्याशित घोषणा और शक्ति परीक्षण के लिए भाजपा की तैयारी से संबंधित सवाल पर येदियुरप्पा ने कहा कि वे कुमारास्वामी के बयान के आधार पर अपनी रणनीति तय करेंगे. भाजपा के इस दिग्गज नेता ने कहा, एक मुख्यमंत्री के तौर पर, उन्होंने यह बयान दिया है, मैं इससे कैसे मना कर सकता हूं. यह उन्हीं पर छोड़ते हैं. विश्वास मत प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री क्या बोलते हैं, उसके आधार पर हम अपनी रणनीति तय करेंगे. उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष केआर रमेश कुमार से कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के 10 बागी विधायकों के इस्तीफों और उनकी अयोग्यता के मसले पर अगले मंगलवार तक कोई भी निर्णय नहीं लिया जाये. कांग्रेस के 13 और जदएस के तीन विधायकों समेत 16 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. उन दो निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है, जिन्हें हाल में मंत्री बनाया गया था.
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कैंडलस्टिक रणनीति के साथ डे ट्रेडिंग
मुझे ट्रेडरों से उनकी उपलब्धियों के बारे में कई ईमेल प्राप्त होते हैं। एक अक्टूबर 2018 से आता है। वास्तव में, यह कई लोगों के लिए अच्छा सप्ताह था। पैसा $ 1,000 से शुरू होता है जो सामान्य राशि से 3 गुना अधिक है। अक्टूबर में तीन दिनों की कमाई 7,5% पर रुकी।
कैंडलस्टिक रणनीति में कैंडल के रंग को देखने और मार्टिंगेल प्रणाली का उपयोग करने पर जोर दिया जाता है। EURUSD मुद्रा जोड़ी के लिए चार्ट XNUMX-मिनट कैंडल्स पर सेट किया गया है और पोजीशन को XNUMX मिनट के लिए रखा जा रहा है। इस विधि की गहरी समझ के लिए आप कैंडल के रंग की रणनीति के बारे में लेख देख सकते हैं।
Olymp Trade पर अक्टूबर 2018 के अंत में तीन ट्रेडिंग दिन
3 गुना राशि के लिए, 1 ऑर्डर 3 बार खोले जाने चाहिए। 1 चक्र $ 6 के कुल योग के लिए लगातार 1,000 ट्रेड लगने चाहिए। वह इस प्रकार है: ट्रेड 1: $ 3, ट्रेड 2: $ 9, ट्रेड 3: $ 27, ट्रेड 4: $ 81, ट्रेड 5: $ 243, ट्रेड 6: $ 637।
मारटींर्गेल रणनीति के साथ समस्या यह है कि यह भारी मनोवैज्ञानिक दबाव डालती है। यदि पहले तीन चक्र ठीक नहीं चल रहे ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी हैं, तो आपको चौथे ट्रेड में $ XNUMX राशि लगानी होगी। यदि आप एक बार फिर से हार जाते हैं, तो अगली ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी बार $ XNUMX पर ट्रेड खोलना मुश्किल होगा। यह बहुत हीअसुरक्षित लगता है। लेकिन आइए अक्टूबर लॉग के अंत में देखें।
29 अक्टूबर को प्रवेश के बिन्दु
उस दिन तीन चक्र थे। पहले ऑर्डर में चक्र संख्या एक जीता, चौथे ट्रेड में चक्र संख्या 2, और चौथे में फिर से नंबर 3। चौथे ट्रेड में दो चक्रों के जीतने ($ 81 की राशि के साथ) से अंतिम परिणाम ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी बहुत प्रभावशाली था।
नोट: ध्यान रखें कि चक्रों को प्रत्यावर्ती होना चाहिए।एक बुलिश चक्र, फिर एक बियरिश, फिर से बुलिश, और इसी तरह। तो हरे रंग की कैंडल के साथ, आप लंबी पोजीशन खोलते हैं और यदि आप जीतते हैं, तो असली लाल कैंडल की प्रतीक्षा करते हैं और शॉर्ट ट्रेड खोलते हैं।
30 अक्टूबर को प्रवेश के बिन्दु
एक नया दिन, $ 2 की एक छोटी राशि के साथ एक नई शुरुआत। इसलिए, सभी ऑर्डरों के लिए पूंजी कम हो जाएगी। इस तरह का व्यवहार बहुत ज्यादा खोने के डर से और पैसे रखने की इच्छाशक्ति से आता है।
उस दिन के तीन चक्र देखें। पहला चक्र पहले ट्रेड में जीता, दूसरे ऑर्डर में दूसरा और तीसरा दोनों ट्रेड जीते। दिन बहुत कम लाभ के साथ समाप्त हुआ, खाते का 1% भी नहीं, जीत तेज थी और पूंजी छोटी थी।
ट्रेड का नियम याद रखें ऊपर / नीचे / ऊपर / नीचे…
31 अक्टूबर को प्रवेश के बिंदु
उस दिन के तीन चक्र इस प्रकार थे: पहला चक्र दूसरे ट्रेड में जीता, दूसरा चक्र भी दूसरे ट्रेड में जीता और अंतिम चक्र पहले ट्रेड में जीता।
Olymp Trade पर अक्टूबर के अंतिम तीन दिनों का सारांश
आप निश्चित रूप से कह सकते हैं कि यह एक जीत थी, हालांकि, ज्यादा बड़ी नहीं। जिस दिन चौथे ट्रेड में 2 चक्र जीते, उसके अलावा कोई बड़ी जीत नहीं थी। दो आखिरी दिनों में थोड़ा लाभ हुआ जो खाते का 1% भी नहीं था। लेकिन मार्टिंगेल रणनीति ऐसे ही काम करती है। इसका उपयोग करना तनावपूर्ण हो सकता है, लेकिन दूसरी ओर, कम कमाई ला सकता है।
लालच और भय
ढेर सारा पैसा कमाना हर किसी को पसंद होता है। लेकिन यह दिमाग पर बोझ भी बढ़ाता है। मैंने जाँच की है कि एक सप्ताह के भीतर $ 320 से $ 1,000 तक पूंजी जुटाना संभव है। लेकिन बात यह है, कि अगर किसी को ज्यादा धन से ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी खेलने की आदत नहीं है तो हारने का डर बहुत अधिक हो सकता है। खासकर जब आपको पहले ही साइकल के चौथे ट्रेड में हार का सामना करना पड़े और पांचवें ट्रेड के लिए पैसा जुटाने की जरूरत हो। इसके अलावा, ट्रेडिंग में कोई गारंटी भी नहीं है, जिसका अर्थ है कि यदि आप सावधान नहीं हैं तो अपना सारा पैसा खो सकते हैं।
आप देख सकते हैं कि, इसमें लालच और भय दोनों शामिल है। इसीलिए आपको शुरूआत करने से पहले तैयारी कर लेनी चाहिए। एक अच्छी ट्रेडिंग योजना तैयार करें और ध्यान से सोचें कि आप कितना धन निवेश कर सकते हैं। यदि आप तैयार हैं तो, जीतने के मौके अधिक होंगे, फिर भी जोखिम और कई सारे फैक्टर हमेशा रहते हैं।
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3 राज्यों में सरकार बनाने कांग्रेस ने बनाई रणनीति, विधायकों को टूट से बचाने दिग्गज नेताओं को दी गई जिम्मेदारी.. आज शाम उत्तराखंड के लिए रवाना होंगे भूपेश…
3 राज्यों में सरकार बनाने कांग्रेस ने बनाई रणनीति, विधायकों को टूट से बचाने दिग्गज नेताओं को दी गई जिम्मेदारी.. आज शाम उत्तराखंड के लिए रवाना होंगे भूपेश.
नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए मतदान के बाद इंटरनल सर्वे और एग्जिट पोल के जो नतीजे सामने आये हैं, उसे देखते हुए कांग्रेस ने बहुमत की संभावना वाले राज्यों में सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे मौके पर पार्टी के विधायकों में टूट की संभावनाओं को देखते हुए पार्टी ने दिग्गज और अनुभवी नेताओं को रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी सौंप दी है।
भूपेश समेत इन नेताओं को दी गई है जिम्मेदारी
दरअसल पूर्व में कुछ राज्यों में ऐन चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी के विधायक दूसरे पाले में चले गए और पार्टी की सरकार नहीं बन सकी। इस तरह के किसी दूसरी पार्टियों के प्रयास को ध्वस्त करने के लिए ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों को अज्ञात स्थान पर ले जाने की तयारी भी कर ली गई है। इसके लिए छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल को उत्तराखंड, अजय माकन को पंजाब और कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार को गोवा में विधायकों को संभालने का जिम्मा सौंपा गया है।
बजट पेश किया, अब उत्तराखंड की जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज ही राज्य का अपना बजट पेश किया है, तय योजना के मुताबिक वे आज ही उत्तराखंड के लिए रवाना हो रहे हैं। अब तक के जो पूर्वानुमान सामने आये हैं, उसके मुताबिक उत्तराखंड में कांग्रेस को 35 से 40 सीटें मिलने का अनुमान है। ऐसे में जीती बाजी हाथ से निकल न जाए, इसके लिए छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल को उत्तराखंड का मोर्चा संभालने का जिम्मा दिया गया है।
विधायकों को एयरलिफ्ट करने की योजना
कांग्रेस पार्टी द्वारा विधायकों को किसी भी तरह की टूट से बचाने के लिए हर तरह की रणनीति तैयार कर ली गई है। बताया जा रहा है कि कुमाऊं और गढ़वाल के सुदूर इलाकों से जीतने वाले विधायकों को सड़क मार्ग से देहरादून पहुंचने में काफी समय लगेगा, ऐसे में उन्हें एयरलिफ्ट कर हेलिकॉप्टर से देहरादून लाने की भी योजना बनाई गई है। यहाँ भूपेश बघेल को सहयोग करने के लिए पार्टी के प्रवक्ता गौरव वल्लभ और मोहन प्रकाश को भी जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडे सहित अन्य रणनीतिकार भी देहरादून पहुंच चुके हैं।
भाजपा भी पीछे नहीं…
भारतीय जनता पार्टी ने भी इस मामले में अपनी तैयारी कर रखी है।
BJP ने पिछले दिनों हालात का जायजा लेने के लिए कैलाश विजयवर्गीय को देहरादून भेजा था। पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व CM रमेश पोखरियाल निशंक को भी पार्टी ने सक्रिय कर दिया है, जिसके चलते कांग्रेस को अपनी रणनीति बनानी पड़ी है।
दूध का जला छाछ भी…
गोवा में हुए पिछले चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनते-बनते रह गई थी। पार्टी को इसका मलाल अब भी है। पूर्व की तरह इस बार भी कोई खतरा न हो, इसके लिए गोवा में कांग्रेस के प्रभारी पी चिदंबरम पहले से मौजूद हैं। हॉर्स ट्रेडिंग की किसी भी संभावना से बचने के ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी लिए पार्टी ने कर्नाटक PCC चीफ डीके शिवकुमार को गोवा भेजा है। पूर्व में डीके शिवकुमार ने कर्नाटक में कांग्रेस में विधायकों को टूट-फूट से बचाने में काफी अहम रोल निभाया था। गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस गोवा में सबसे ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। 40 में से कांग्रेस को 18 सीटें मिली थीं। 13 सीटें जीतने के बावजूद BJP ने सरकार बना ली थी। 2022 का चुनाव आते-आते 13 कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं।
पंजाब का जिम्मा माकन को
राजस्थान में CM अशोक गहलोत ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी और बागी सचिन पायलट के बीच की लड़ाई को खत्म कराने में अजय माकन ने बड़ी भूमिका निभाई थी।
अजय माकन राजस्थान कांग्रेस ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी के प्रभारी हैं। राजस्थान में उनकी इस छवि के चलते कांग्रेस ने पंजाब में विधायकों की टूट-फूट रोकने का जिम्मा अजय माकन को सौंपा है।
पंजाब में कांग्रेस को बहुमत की उम्मीद
एग्जिट पोल के उलट पार्टी के इंटरनल सर्वे में कांग्रेस पंजाब में सरकार बनाती नजर आ रही है। अगर एक-दो सीटों का अंतर रहा तो विधायकों की खरीद-फरोख्त का खतरा बढ़ जाएगा, जिसे कांग्रेस किसी भी हालत में होने देना नहीं चाहती। पंजाब में त्रिशंकु विधानसभा होने की स्थिति में कांग्रेस भी निर्दलीयों या अन्य की मदद से जोड़-तोड़ करके सरकार बनाने की कोशिश करेगी। इसमें माकन का अनुभव कितना काम आएगा यह तो आने वाले दिनों में ही पता चल सकेगा।