शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा

अच्छा विदेशी मुद्रा आरक्षित रखने वाला देश विदेशी व्यापार का अच्छा हिस्सा आकर्षित करता है।
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट जारी, एक हफ्ते में 8 अरब डॉलर घटा रिजर्व
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा
Updated on: Jul 15, 2022 | 7:45 PM
डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी और मंदी की आशंका की वजह से विदेशी निवेशकों के द्वारा बाजारों से पैसा निकालने का असर देश के खजाने पर देखने को मिल रहा है. भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex reserves) में ताजा आंकड़ों के हिसाब से तेज गिरावट देखने को मिली है. 8 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8 अरब डॉलर घट कर रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार घट कर 580 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया है. इससे पहले 1 जुलाई के हफ्ते में भंडार 5 अरब डॉलर से ज्यादा घटा है. भंडार पिछले साल सितंबर की शुरुआत में 642 अरब डॉलर के ऊपर पहुंच गया था. इस दौरान यानि 11 महीने से कम वक्त में भंडार 63 अरब डॉलर घट चुका है.
विदेशी मुद्रा भंडार और गोल्ड रिजर्व में फिर छाया गिरावट का दौर
राज एक्सप्रेस। देश में जितना भी विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार जमा होता है, उसके आंकड़े समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किए शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा जाते हैं। इन आंकड़ों में उतार-चढ़ाव होता शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा रहता है। काफी समय तक विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में बढ़त दर्ज होने के बाद अब एक बार फिर इसमें बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। उधर स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) में भी इस बार गिरावट दर्ज हुई है। इस बात का खुलासा RBI द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों से हुआ है। बता दें, यदि विदेशी मुद्रा परिस्थितियों में बढ़त दर्ज की जाती है तो, कुल विदेशी विनिमय भंडार में भी बढ़त दर्ज होती है।
400 अरब डॉलर के पार हो सकता है विदेशी मुद्रा भंडार
उसने कहा, यदि विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि की रफ्तार पिछले चार सप्ताह की तरह जारी रही तो यह अगले एक सप्ताह में या आठ सितंबर तक 400 अरब डॉलर के स्तर को छू लेगा. हालांकि, यदि वायदा सौदों को शामिल करके देखें तो विदेशी मुद्रा भंडार इस समय ही 407 अरब डॉलर के बराबर है.
उल्लेखनीय है कि 14 जुलाई के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में 4.389 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है. चार अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में यह 58.11 करोड़ डॉलर बढ़कर 393.448 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 12 महीने के लिए शुरुआती जानकारी के आधार पर विदेशी प्रत्यक्ष और संस्थागत निवेश 63 अरब डॉलर और 17 अरब डॉलर के साथ मजबूत रहा. रिपोर्ट में कहा गया है कि पूंजी के मजबूत प्रवाह और कमजोर क्रेडिट उठान ( 21 जुलाई को ऋण वृद्धि दर 6.2% थी) की वजह से फॉरेक्स रिजर्व बढ़ रहा है. इसका मतलब है कि इंटर बैंक तरलता 42 अरब डॉलर के मजबूत अधिशेष मोड में है.
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.23 अरब डॉलर की गिरावट
मुंबई: 9 सितंबर को समाप्त सप्ताह के लिए भारत का विदेशी मुद्रा (विदेशी मुद्रा) भंडार $ 2.234 बिलियन घटकर $ 550.871 बिलियन हो गया, जो दो वर्षों में सबसे निचला स्तर है, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों से पता चलता है। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में यह छठी साप्ताहिक गिरावट है। 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 7.941 अरब डॉलर की गिरावट आई थी।
इस साल की शुरुआत में रूस-यूक्रेन तनाव के युद्ध में बढ़ने के बाद शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगभग 80 अरब डॉलर की गिरावट आई है। भारतीय रिजर्व बैंक के साप्ताहिक सांख्यिकीय पूरक के अनुसार, विदेशी मुद्रा संपत्ति, जो विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक है, 9 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 800.519 बिलियन से $489.598 बिलियन तक गिर गया। विदेशी मुद्रा संपत्ति में $6.527 बिलियन की गिरावट आई थी। पिछला सप्ताह।
विदेशी मुद्रा भंडार में जोरदार उछाल, अब तक के सबसे रिकॉर्ड लेवल पर
देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) को लेकर अच्छी खबर है. इसमें लगातार बढ़ोतरी के साथ यह अब तक की सबसे रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, बीते 16 अक्टूबर 2020 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.615 अरब डॉलर बढ़कर 555.12 अरब डॉलर की सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया.