क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है

उपयोग के मामलों के संदर्भ में क्रिप्टोकरेंसी को संपत्ति और मुद्रा दोनों के रूप में वगीर्कृत किया जाता है।
all about cryptocurrency बिटकॉइन in hindi
बिटकॉइन bitcoin का मूल्य डॉलर से ज्यादा होने के बाद क्रिप्टोक्वाइन cryptocoin एक बार फिर सुर्खियों में है और जो विश्लेषक इस मुद्रा को क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है अब तक हल्के में ले रहे थे, वे भी अब गंभीरता से इस पर विचार करने लगे हैं.
बिटक्वाइन की प्रसिद्धि के बीच ऐसी ढेरों क्रिप्टोकरेंसीज cyyptocurrencies हैं जो पूरी दुनिया के अलग—अलग हिस्सों में उपयोग में ली जाती हैं और उनकी स्वीकार्यता भी बढ़ती जा रहा है. इस लेख में हम क्रिप्टोकरेंसी के कॉन्सेप्ट और उसके उपयोग को लेकर पूछे जाने वाले सवालों के क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं.
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी? What is cryptocurrency?
Cryptocurrency क्रिप्टोकरेंसी शब्द की उत्पति क्रिप्टोग्राफी से हुई है. क्रिप्शन वर्चुअल दुनिया में एक जाना माना एक शब्द है, यह एक तरह से कोड का निर्माण होता है जो कम्प्यूटर को दिये गए निर्देश के क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है अनुसार काम करता है. इस कोड इनक्रिप्शन या वर्चुअल वर्ल्ड में काम में ली जाने वाली आभासी मुद्रा ही क्रिप्टोकरेंसी कहलाती है. अगर आम भाषा में बात करें तो डिजिटल करेंसी ही क्रिप्टोकरेंसी है.
किप्टोकरेंसी Cryptocurrency दरसअल एक तरह का एल्गोरिथ्म है जिसे कम्प्यूटर पढ़ सकता है और कोई भी इसे परिवर्तित नहीं कर सकता है. इस प्रक्रिया में क्रिप्टोग्राफी को आधार बनाते हुए एक यूनिट का निर्माण किया जाता है जो हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का उपयोग करके मुद्रा की कीमत निर्धारित करता है जिसे आम बोलचाल में कॉइन कहा जाता है जैसे बिटकॉइन, आॅल्टकॉइन, और लिटकॉइन.
कितनी तरह की क्रिप्टोकरेंसी? List of Cryptocurrency
क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता को देखते हुए इसकी संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है क्योंकि ओपन सोर्स कॉन्सेप्ट होने के कारण कोई भी क्रिप्टोकरेंसी का निर्माण कर सकता है. फिलहाल दुनिया भर में 500 से भी ज्यादा तरह की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है. उनमें से कुछ की सूची यहां दी जा रही है.
➤ कई क्लोन क्रिप्टोकरेंसी की वजह से यह सिर्फ एक क्रिप्टाकरेंसी की जगह क्रिप्टोकरेंसी का पूरा परिवार बन गया है जिसमें डिजिक्स डीएओ भी शामिल है.
कौन कर सकता है क्रिप्टोकरेंसी का निर्माण? How cryptocurrency works
क्रिप्टोकरेंसी सामान्य तौर पर एक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा के तौर पर इस्तेमाल की जाती है या फिर यह भी कहा जा सकता है कि क्रिप्टोकरेंसी अंतराष्ट्रीय मुद्रा का एक विकल्प है. क्रिप्टोकरेंसी का निर्माण कोई भी व्यक्ति, संस्था या संगठन कर सकता है और उसका मूल्य उस व्यक्ति या संस्था की विश्वसनियता पर ही निर्धारित होता है जो बढ़ भी सकता है और समाप्त भी हो सकता है.
जी हां, इसे छापा या ढाला जा सकता है जो किसी क्यूआर कोड या रीडेबल कोड की शक्ल दी जा सकती है जो कई तरह के कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर द्वारा पढ़ा जाता है लेकिन फिलहाल यह शुरू नहीं हुआ है. क्रिप्टोकरेंसी का ज्यादा उपयोग फिलहाल Online सेवाओं और वस्तुओं के भुगतान के तौर पर ही किया जा रहा है.
क्रिप्टो करेंसी क्या है Crypto currency meaning in Hindi.
क्या आपने कभी सोचा है क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे काम करती है ? क्या आपके मन में कभी ख्याल क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है आया डिजिटल करेंसी क्या है? तभी तो आप हमारे वेबसाइट पर आए हो. आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे क्रिप्टो करेंसी भारत मे कैसे निवेश करे और देखेंगे क्रिप्टो-करेंसी क्या है, और अगले पोस्ट में हम यह देखेंगे क्रिप्टो करेंसी कहां से खरीदें.
अधिक जानकारी के लिए आप क्रिप्टो करेंसी विकिपीडिया पे पढ़ सकते हैं.
तो चलिए देखते हैं Crypto currency meaning in Hindi.
नमस्कार दोस्तों, आजकल बहुत सारे लोगों के muh से आप लोग क्रिप्टो करेंसी, बिटकॉइन,एथेरि यम या ऐसी बहुत सारी चीजों का नाम सुन रहे होंगे; और आप सुन रहे होंगे कि लोग रातो रात बहुत ज्यादा अमीर बन रहे हैं। बहुत ज्यादा पैसा कमा रहे हैं। तो आज हम लोग बहुत ही आसान भाषा में समझने वाले हैं कि क्रि प्टो करेंसी क्या है? इसमें आपको पैसे लगाने चाहिए या नहीं? और आपको पता होना चाहिए कि यह लीगल है या नहीं? क्रिप्टो me इन्वेस्ट कैसे किया जाता है? ये सब बहुत ही सिपंल में समझने वाले इसलिए ये आर्टि कल लास्ट तक जरूर पढे।
क्रिप्टो करेंसी क्या है
क्रिप्टो-मुद्रा या क्रिप्टो एक डिजिटल संपत्ति है जिसे एक्सचेंज के माध्यम के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें व्यक्तिगत सिक्का स्वामित्व रिकॉर्ड को एक कम्प्यूटरीकृत डेटाबेस के रूप में मौजूदा बहीखाता के रूप में संग्रहित किया जाता है, जो क्रिप्टोकरेंसी के रूप में मजबूत क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करके सुरक्षित रिकॉर्ड को नियंत्रित करता है। अतिरिक्त सिक्कों का निर्माण, और सिक्के के स्वामित्व के हस्तांतरण की पुष्टि करना। यह आमतौर पर भौतिक रूप में मौजूद नहीं होता है (जैसे पेपर मनी) और आमतौर पर एक केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा जारी नहीं किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी आमतौर पर केंद्रीयकृत डिजिटल मुद्रा और केंद्रीय बैंकिंग प्रणालियों के विपरीत विकेंद्रीकृत नियंत्रण का उपयोग करती है। जब किसी क्रिप्टोक्यूरेंसी को एक जारीकर्ता द्वारा जारी या जारी किए जाने से पहले खनन या बनाया जाता है, तो इसे आमतौर पर केंद्रीकृत माना जाता है। जब विकेन्द्रीकृत नियंत्रण के साथ लागू किया जाता है, तो प्रत्येक क्रिप्टोक्यूरेंसी वितरित लेज़र तकनीक के माध्यम से काम करती है, आमतौर पर एक ब्लॉकचेन, जो एक सार्वजनिक वित्तीय लेनदेन डेटाबेस के रूप में कार्य करता है।
Crypto currency meaning in Hindi
अब जान लेते हैं की क्रि प्टो करेंसी को हिन्दी में क्या कहते हैं? Crypto का meaning Hindi में सीक्रेट या गुप्त क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है और Currency का मतलब मुद्रा। होता हैं। यानी कि Cryptocurrency Meaning in Hindi सिक्रेट मुद्रा या गुप्त मुद्रा होता है। क्रि प्टो करेंसी एक वर्चुअल करेंसी होती है, यह भौति क रूप में उपलब्ध नहीं होती है; यान कि इसे हम अन्य करेंसी की तरह (नोट और सि क्कों) हाथ में नही ले सकते और ना ही उसे अपनी जेब में रख
सकते हैं। क्योंकि यह सि र्फ इंटरनेट पर ही हमारे डि जि टल वॉलेट में डि जि टल रूप में ही स्टोर होती है। इसका
सीबीडीसी और क्रिप्टोकरेंसी दोनों हैं बेहद अलग, जानें कैसे?
नई दिल्ली (आईएएनएस)| क्रिप्टोकरेंसी और केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) दोनों ने पूरे भारत में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। डिजिटल एसेट्स के रूप में सामान्य स्थिति के बावजूद दोनों में काफी अंतर है। पूर्व वित्त सचिव एससी गर्ग का मानना है कि सीबीडीसी डीमैटरियलाइज्ड बैंक नोट की तरह होता है, क्योंकि उनका क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा, क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया मुद्रा के रूप में स्वीकार नहीं कर सकती है। हालांकि, सीबीडीसी जैसे रेगुलेटेड डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य हो सकते हैं।
मैकिन्से ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में स्टेबल कॉइन के प्रचलन में तेजी से वृद्धि के साथ, केंद्रीय बैंकों ने अपनी स्टेबल डिजिटल करेंसी का पता लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
सीबीडीसी और क्रिप्टोकरेंसी दोनों हैं बेहद अलग, जानें कैसे?
नई दिल्ली (आईएएनएस)| क्रिप्टोकरेंसी और केंद्रीय क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) दोनों ने पूरे भारत में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। डिजिटल एसेट्स के रूप में सामान्य स्थिति के बावजूद दोनों में काफी अंतर है। पूर्व वित्त सचिव एससी गर्ग का मानना है कि सीबीडीसी डीमैटरियलाइज्ड बैंक नोट की तरह होता है, क्योंकि उनका क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा, क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया मुद्रा के रूप में स्वीकार नहीं कर सकती है। हालांकि, सीबीडीसी जैसे रेगुलेटेड डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य हो सकते हैं।
मैकिन्से ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में स्टेबल कॉइन के प्रचलन में तेजी से वृद्धि के साथ, केंद्रीय बैंकों ने अपनी स्टेबल डिजिटल करेंसी का पता लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित
डिजिटल रूपी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा. इसका इस्तेमाल उसी तरह से होगा, जैसे क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल होता है. आरबीआई के अनुसार यह पेमेंट का माध्यम होगा, जो सभी नागरिक, बिजनेस, सरकार और अन्य के लिए एक लीगल टेंडर के तौर पर जारी किया जाएगा. इसकी वैल्यू सेफ स्टोर वाले लीगल टेंडर नोट (मौजूदा करेंसी) के बराबर ही होगी. देश में आरबीआई की डिजिटल करेंसी (E-Rupee) आने के बाद आपको अपने पास कैश रखने की जरूरत कम हो जाएगी. RBI द्वारा रेगुलेट किए जाने से यह सेफ होगा. CBDC देश का डिजिटल टोकन होगा.
रिजर्व बैंक ने 1 नवंबर से बड़े ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले डिजिटल रुपी के लिए कुल 9 बैंकों का चयन किया है. इन बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी शामिल हैं. इस क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है प्रोजेक्ट की कामयाबी के बाद इसमें और बैंकों को भी जोड़ा जाएगा.की
अभी कहां हो सकेगा इस्तेमाल
1 नवंबर से डिजिटल रुपी का इस्तेमाल होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए किया जाएगा. रिजर्व बैंक के मुताबिक, इसका इस्तेमाल सरकारी सिक्योरिटीज की खरीद बिक्री के लिए होगा. लेकिन एक महीने के अंदर रिटेल ट्रांजेक्शन के लिए भी इसको इस्तेमाल लाया जाएगा.
डिजिटल रुपी के 2 फॉर्म हैं. पहला रिटेल (CBDC-R) और दूसरा होलसेल (CBDC-W) इस्तेमाल के लिए. रिटेल CBDC सभी कंज्यूमर यानी प्राइवेट सेक्टर, नॉन क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है फाइनेंशियल कंज्यूमर्स और बिजनेस के लिए होगा. जबकि होलसेल CBDC सेलेक्टेड फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के लिए होगा. रिटेल CBDC रिटेल ट्रांजेक्शन का ही इलेक्ट्रॉनिक वर्जन है. इसका इस्तेमाल लोग रोजमर्रा के लेनदेन के लिए कर सकेंगे.
कैसे कर सकेंगे इस्तेमाल
E-Rupee को आप अपने मोबाइल वॉलेट में रख सकेंगे. इसके अलावा यूजर्स इसे बैंक मनी और कैश में आसानी से कन्वर्ट भी करा सकेंगे. आप किसी को भी पेमेंट करने के लिए इस डिजिटल रूपी का इस्तेमाल कर सकते हैं. CBDC इलेक्ट्रॉनिक रूप में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है अकाउंट में दिखेगा और करेंसी नोट से इसे बदला भी जा सकेगा. ठीक उसी तरह जैसे हम ऑनलाइन अपना बैंक अकाउंट बैलेंस चेक करते हैं या मोबाइल वॉलेट चेक करते है, उसी तरह E-Rupee को इस्तेमाल को इस्तेमाल कर सकेंगे. डिजिटल रुपी को UPI से भी जोड़े जाने की तैयारी है.
डिजिटल करेंसी आने से सरकार के साथ आम लोगों और बिजनेस के लिए लेनदेन की लागत में कमी आएगी. हालांकि, इस डिजिटल करेंसी के आने से देश की मौजूदा ट्रांजेक्शन सिस्टम में कोई बदलाव नहीं होगा. इससे लोग Paytm, PhonePe जैसे दूसरे अहम वॉलेट से लेन देन कर सकेंगे