निवेशकों के लिए अवसर

क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है

क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है
गौरतलब है कि भारत में 2013 में क्रिप्टोकरंसी क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है की शुरुआत हुई थी, लेकिन तब भी से इसे लेकर संदेह जाहिर किए जाते रहे हैं। मोदी सरकार द्वारा विवादास्पद नोटबंदी करने के बाद क्रिप्टोकरंसी के जरिए लेनदेन में धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। बीते कुछ महीनों में भारत में क्रिप्टोकरंसी के विज्ञापनों की बाढ़ आ गई थी। कॉइनस्विचकूबर, कॉइनडीसीएक् और अन्य घरेलू क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज टीवी चैनलों, वेबसाइटों और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों पर जमकर विज्ञापन दे रहे थे। माना जा रहा है कि सरकार ने इन सभी को ध्यान में रखते हुए इस बिल को संसद के शीतकालीन सत्र में सदन के पटल पर रखने का फैसला लिया है। ऐसे में अब ये बिल क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है निवेशकों को कितनी राहत देगा या उन्हें कितना नुकसान देगा ये देखना होगा।

क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट जारी, BitCoin निवेशकों को तगड़ा नुकसान

क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट जारी, BitCoin निवेशकों को तगड़ा नुकसान

Cryptocurrency Price Today: बिटक्वाॅइन की कीमतों में जारी गिरावट थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज एक बार फिर बिटक्वाॅइन 40 हजार डाॅलर के नीचे ट्रेड कर रहा है। बता दें, विश्व की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में आज 5% की गिरावट देखने को मिली। वहीं, इस साल अभी तक बिटक्वाॅइन की कीमतें 10% से अधिक नीचे आ गई। CoinGecko के अनुसार ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 5% घटकर 1.98 ट्रिलियन डाॅलर हो गया।

वहीं, विश्व की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether की कीमतें आज 3 हजार डाॅलर के नीचे ट्रेड कर रही हैं। कीमतों में करीब 7% की गिरावट देखने को मिली। जिसकी ताजा कीमतें घटकर 2,914 डाॅलर पर आ गई हैं। पिछले साल ईथर की कीमतों में करीब 400% की तेजी देखने को मिली थी।

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) क्या है? क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार, फायदे और नुकसान

हम सभी ने कई बार क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के बारे में सुना होगा लेकिन ना तो उसे किसी ने देखा है और साथ बहुत से लोगों को उसके बारे में पूरी जानकारी भी पता नहीं है, लेकिन काफी कम समय में ही क्रिप्टोकरेंसी ने पूरे आर्थिक बाजार में अपनी बादशाहत का एहसास सभी को करवा दिया। इस मनी को हम डिजीटल करेंसी कह सकते हैं क्योंकि इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है।

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जहां एक तरफ हर देश की एक अलग करेंसी जैसे यूएसए में डॉलर, यूरोप में यूरो और भारत में रुपया चलता है जिसका प्रयोग पूरे देश में लोग रोजाना लेन- देन के लिए करते हैं, तो वहीं क्रिप्टोकरेंसी की सबसे बड़ी बात यह है, कि यह किसी भी देश से सम्बधित नहीं हैं, जिस कारण इसके उपर किसी सरकार का दखल भी नहीं हो सकता है और ना ही इसके मूल्य को कोई संस्था रेगुलेट कर सकती है।

क्या है क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency ) ?

क्रिप्टोकरेंसी जिसके डिजीटल करेंसी के तौर पर भी पहचाना जाता है, जो एक तरह की डिजीटल संपत्ती की तरह प्रयोग की जाती है और कोई भी इसका इस्तेमाल खरीदारी और किसी सर्विस को लेने के लिए खर्च कर सकता है। इसका प्रयोगा करने के लिए आपके पास इंटरनेट की सुविधा का होना बेहद जरुरी है।

मौजूदा समय में यदि हम पूरे विश्व को लेकर बात करे तो उसमें लगभग 1000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी चलन में देखने को मिल जायेगी लेकिन हम आपको कुछ महत्तवपूर्ण क्रिप्टोकरेंसी के बारे में ही बतायेंगे जिससे आपको फायदा हो सके। क्रिप्टोकरेंसी को उस समय सबसे ज्यादा पहचान मिली जब बाजार में Bitcoin आय़ा था।

Cryptocurrency

क्रिप्टोकरेंसी के कुछ प्रमुख प्रकार

  • बिटकवाइन (Bitcoin)
  • एथेरेम (Ethereum)
  • लाइटकॉइन (Litecoin)
  • डोगेकॉइन (Dogecoin)
  • फेयरकॉइन (Faircoin)
  • डैश (Dash)
  • पीरकॉइन (Peercoin)
  • रिपल (Ripple)
  • मोनेरो (Monero)

आपके मन में लगातार यह सवाल खड़ा हो रहा होगा कि क्रिप्टोकरेंसी लेने के क्या फायदे और नुकसान हैं तो हम आपको इसके फायदे के बारे में पहले बता देना चाहते हैं, इस करेंसी में किसी तरह की धोखाधड़ी होने का काफी कम चांस होता है। इसका डिजीटल पेमेंट बेहद सुरक्षित होता है साथ ही इसका अकाउंट भी बेहद सुरक्षित रहता है।

वहीं इसके नुकसान को लेकर बात करी जाए तो क्रिप्टोकरेंसी का ट्रानजेकशन पूरा हो जाने के बाद इसको रिजर्व में रख पाना बेहद मुश्किल होता है। वहीं यदि आप अपने अकाउंट की आईडी को भूल जाते हैं, तो उसे फिर पाना संभव नहीं है।

क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है

Photo used for representation purpose only. File | Photo Credit: Reuters

‘‘ये महत्वपूर्ण है कि सभी लोकतांत्रिक देश साथ काम करें और यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में ना जाए, जो हमारे युवाओं को बर्बाद कर सकता है।’’

क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार, 18 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया की ओर से आयोजित ‘‘सिडनी संवाद’’ में ये बातें कहीं थी। पीएम मोदी ने सभी लोकतांत्रिक देशों से साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया था कि वे क्रिप्टोकरेंसी गलत हाथों में ना जाने दें, अन्यथा युवाओं का भविष्य बर्बाद हो सकता है। उन्होंने डिजिटल क्रांति से उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए समान सोच वाले देशों के एकजुट होने की आवश्यकता पर भी बल दिया था। पीएम मोदी के इस भाषण के बाद देश में क्रिप्टोकरंसी के भविष्य को लेकर बहस एक बार फिर तेज़ हो गई थी।

बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी पर बैन से फायदे की जगह नुकसान होगा

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इसके उलट भारत में क्रिप्टो करेंसी क्रिप्टोकरसी से नुकसान क्या है पर बैन लगाने की कोशिश की जा रही है. हाल में ही वित्त मंत्री राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि भारत सरकार क्रिप्टोकरंसी पर एक बिल लाने जा रही है. इसके साथ ही यह कहा जा रहा है कि सभी निजी क्रिप्टोकरंसी को भारत से बाहर जाना पड़ेगा. इसके बाद यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक डिजिटल करेंसी लाने जा रही है.

भारत में क्रिप्टो करेंसी को बैन करने वाले बिल में क्या होगा इसकी तो अभी जानकारी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध नहीं है, लेकिन वास्तव में यह भारत सरकार के हितों की रक्षा करने से जुड़ा होगा. वास्तव में इस तरह का बिल उद्योग जगत से चर्चा करने के बाद ही लाया जा सकता है. इसके साथ ही इसमें मुख्य तकनीकी लोग, ग्लोबल रेगुलेटर और भारत के लाखों निवेशकों के हितों का ध्यान रखे जाने की उम्मीद है.

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