विश्व बाजार शुल्क और सीमा

अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एक मुक्त व्यापार क्षेत्र होता है, जहां
एक मुक्त व्यापार क्षेत्र, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में होता है, जहां सदस्य देश व्यापार पर शुल्क और कोटा समाप्त कर देते हैं लेकिन गैर-सदस्य देशों से आयात पर प्रतिबंध लगाने के लिए स्वतंत्रता बनाए रखते हैं।
Key Points
- मुक्त व्यापार विश्व बाजार शुल्क और सीमा समझौते दो या दो से अधिक देशों द्वारा किए जाते हैं जो आपस में आर्थिक सहयोग को सील करना चाहते हैं और व्यापार की शर्तों पर सहमत होते हैं।
- समझौते में, सदस्य देश विशेष रूप से उन कर्तव्यों और शुल्कों की पहचान करते हैं जो आयात और निर्यात के मामले में सदस्य देशों पर लगाए जाने हैं।
- एक मुक्त व्यापार क्षेत्र ( FTZ ) विशेष आर्थिक क्षेत्र का एक वर्ग है। यह एक भौगोलिक क्षेत्र है जहां विशिष्ट सीमा शुल्क विनियमों के तहत माल का आयात, भंडारण, संचालन, निर्माण, या पुन: कॉन्फ़िगर और पुन: निर्यात किया जा सकता है और आम तौर पर सीमा शुल्क के अधीन नहीं होता है।
- एक FTA के समान एक सीमा शुल्क संघ, अपने सदस्यों के बीच टैरिफ को भी हटा देता है, लेकिन यह आयात और निर्यात किए गए सामानों पर गैर-सदस्यों के लिए एक सामान्य बाहरी टैरिफ भी स्थापित करता है। एक FTA और एक सीमा शुल्क संघ के बीच मुख्य अंतर यह है कि FTA लेनदेन के विश्व बाजार शुल्क और सीमा तहत अधिक अनुपालन (नौकरशाही) शामिल है।
- कुछ उद्योगों की सुरक्षा के लिए व्यापार प्रतिबंध लागू किए जाते हैं जिन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा की सुरक्षा के लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। रक्षा उद्योगों को अक्सर एक महत्वपूर्ण स्तर की सुरक्षा प्राप्त होती है क्योंकि इसे राष्ट्रीय हित के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
- कई देश घरेलू बाजारों को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाने के लिए आयात को प्रतिबंधित करते हैं। इस तरह के व्यवहार को संरक्षणवाद के रूप में जाना जाता है। देश मुख्य रूप से घरेलू राजनीतिक मांगों को पूरा करने के लिए ऐसा करते हैं। जो की प्रकार के व्यापार अवरोध हैं।
- प्रवेश के बंदरगाहों में या उसके निकट विशेष वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्र जहां सीमा शुल्क के भुगतान के अधीन विदेशी और घरेलू माल लाया जा सकता है। राष्ट्रीय सीमा शुल्क प्राधिकरण में पुन: निर्यात या प्रवेश से पहले कच्चे माल, घटकों और तैयार माल सहित व्यापारिक वस्तुओं को संग्रहीत, बेचा, प्रदर्शित, पुन: पैक, इकट्ठा, क्रमबद्ध, वर्गीकृत, साफ किया जा सकता है, या अन्यथा हेरफेर किया जा सकता है। माल (या माल से निर्मित वस्तुओं) पर शुल्क तभी लगाया जाता है जब माल सीमा शुल्क के अधीन क्षेत्र से देश के किसी क्षेत्र में जाता है। विदेशी व्यापार क्षेत्र को विदेशी मुक्त क्षेत्र, मुक्त बंदरगाह या बंधुआ गोदाम भी कहा जाता है।
Additional Information
एक मुक्त व्यापार क्षेत्र कई लाभ प्रदान करता है, जिनमें शामिल हैं:
- एक मुक्त व्यापार क्षेत्र के बारे में अच्छी बात यह है कि यह प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करता है, जिसके परिणामस्वरूप अपने प्रतिस्पर्धियों के बराबर होने के लिए देश की दक्षता में वृद्धि होती है। उत्पाद और सेवाएं तब कम लागत पर बेहतर गुणवत्ता के हो जाते हैं।
- जब तीव्र प्रतिस्पर्धा होती है, तो देश उन उत्पादों या वस्तुओं का उत्पादन करने के लिए प्रवृत्त होंगे जिनमें वे सबसे अधिक कुशल हैं। संसाधनों के कुशल उपयोग का अर्थ है लाभ को अधिकतम करना।
- जब मुक्त व्यापार होता है, और टैरिफ और कोटा समाप्त हो जाते हैं, तो एकाधिकार भी समाप्त हो जाता है क्योंकि अधिक खिलाड़ी आ सकते हैं और बाजार में शामिल हो सकते हैं।
- जब प्रतिस्पर्धा होगी, विशेष रूप से वैश्विक स्तर पर, कीमतें निश्चित रूप से नीचे जाएंगी, जिससे उपभोक्ताओं को उच्च क्रय शक्ति का आनंद लेने की अनुमति मिलेगी।
- आयात कम लागत पर उपलब्ध होने के साथ, उपभोक्ताओं को विभिन्न प्रकार के उत्पादों तक पहुंच प्राप्त होती है जो कि सस्ते होते हैं।
एक मुक्त व्यापार क्षेत्र द्वारा लाए गए सभी लाभों के बावजूद, कुछ विश्व बाजार शुल्क और सीमा संबंधित नुकसान भी हैं, जिनमें शामिल हैं:
- जब आयातों का स्वतंत्र रूप से व्यापार किया जाता है, तो घरेलू उत्पादक अक्सर उत्पादों की नकल करने में सक्षम होते हैं और बिना किसी कानूनी नतीजों के डर के उन्हें नॉक-ऑफ के रूप में बेचते हैं। इसलिए, जब तक FTA में बौद्धिक संपदा कानूनों और प्रवर्तन के प्रावधान शामिल नहीं हैं, तब तक निर्यातक कंपनियों के लिए कोई सुरक्षा नहीं है।
- चूंकि सदस्य देश अब आयात करों के अधीन नहीं हैं, इसलिए उन्हें कम कर राजस्व की भरपाई के तरीकों के बारे में सोचने की जरूरत है।
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Last updated on Nov 10, 2022
University Grants Commission (Minimum Standards and Procedures for Award of Ph.D. Degree) Regulations, 2022 notified. As, per the new regulations, candidates with a 4 years Undergraduate degree with a minimum CGPA of 7.5 can enroll for PhD admissions. The UGC NET Final Result for merged cycles of December 2021 and June 2022 was released on 5th November 2022. Along with the results UGC has also released the UGC NET Cut-Off. With tis, the exam for the merged cycles of Dec 2021 and June 2022 have conclude. The notification for December 2022 is expected to be out soon. The UGC NET CBT exam consists of two papers - Paper I and Paper II. Paper I consists of 50 questions and Paper II consists of 100 questions. By qualifying this exam, candidates will be deemed eligible for JRF and Assistant Professor posts in Universities and Institutes across the country.
आपके UPI ट्रांजेक्शन पर लग सकता है लिमिट, RBI के साथ चर्चा कर रहा है NPCI, जानें कब आ सकता है फैसला
आपको बता दें कि इससे पहले केन्द्र सरकार ने यह साफ कर दिया था कि उसका फिलहाल यूपीआई पेमेंट सर्विस पर किसी भी तरीके के फीस चार्च करने का कोई इरादा नहीं है।
फोटो सोर्स: Twitter UPI
Highlights एनपीसीआई आपके UPI ट्रांजेक्शन पर लिमिट लगाने पर विचार चल रहा है। इसके लिए एनपीसीआई भारतीय रिजर्व बैंक विश्व बाजार शुल्क और सीमा से बातचीत कर रहा है। आपको बता दें कि फिलहाल किसी भी UPI ट्रांजेक्शन पर कोई भी लिमिट नहीं है।
नई दिल्ली: डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) एप जैसे गूगल पे, फोनपे, पेटीएम (PhonePe, Gpay, Paytm) को लेकर एक खबर सामने आई है। इस खबर के अनुसार भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम यानी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) थर्ड पार्टी एप प्रोवाइडर्स (TPAP) द्वारा चलाई जाने वाली यूपीआई पेमेंट सर्विस पर लिमिट यानी कैप लगाने का विचार कर रहा है।
ऐसे में इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) से बातचीत हो रही है और जल्द ही इस पर कोई फैसला आ सकता है। इससे पहले केन्द्र सरकार ने यह साफ कर दिया था कि यूपीआई पेमेंट सर्विस के लिए कोई भी चार्ज नहीं लगेगा और पहले की तरह अब भी बिना कोई फीस दिए हुए उपभोक्ता यूपीआई पेमेंट कर सकते है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, एनपीसीआई ने 30 फीसदी वॉल्यूम कैप यानी किसी भी यूपीआई पेमेंट सर्विस पर 30 फीसदी की लिमिट लगाने का प्रस्ताव दिया गया था जिसे लागू करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2022 तय की गई थी।
इस पर विचार करने के लिए एनपीसीआई के अधिकारियों के अलावा वित्त मंत्रालय और आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों भी शामिल हुए थे। सूत्रों की माने तो एनपीसीआई इस पर अभी विचार कर रहा है और 31 दिसंबर की डेडलाइन को बढ़ाने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। आपको बता दें कि फिलहाल थर्ड पार्टी के जरिए यूपीआई ट्रांजेक्शन के लिए कोई सीमा नहीं है।
इसी महीने हो सकता है कुछ फैसला
सूत्रों के अनुसार, एनपीसीआई फिलहाल सभी संभावनाओं पर विचार कर रहा है और इस पर जल्द ही कोई फैसला लिया जा सकता है। आपको यह भी बता दें कि इंडस्ट्री के स्टेकहोल्डर्स जिसमें ने यह अनुरोध किया है कि 31 दिसंबर की डेडलाइन को और आगे बढ़ा दिया जाए, लेकिन एनपीसीआई द्वारा डेडलाइन को आगे बढ़ाने पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
सूत्रों की माने तो इसी महीने के अंत में इस पर कोई फैसला लिया जा सकता है। आपको बता दें कि गूगल पे और फोनपे की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर करीब 80 प्रतिशत हो गई है।
कॉपर, प्लेटिनम और पैलेडियम की कीमतें दबाव में: कच्चे तेल में गिरावट से रुपये में तेजी
मुंबई के आभूषण बाजार में आज शनिवार होने के कारण सर्राफा बाजार आधिकारिक तौर पर बंद रहा। हालांकि बंद बाजार में सोने चांदी की कीमतों में बढ़त के बाद गिरावट का रुख रहा। विश्व बाजार समाचार बढ़ते धन की बिक्री दिखा रहा था। विश्व बाजार में इस बात के संकेत थे कि वैश्विक सोने में तेजी के कारण धन में कमी आ रही है, क्योंकि डॉलर इंडेक्स में वृद्धि हुई है और बांड की उपज में भी वृद्धि हुई है और कच्चे तेल की कीमतें नरम बनी हुई हैं। विश्व बाजार में कीमतों में गिरावट के कारण घरेलू कीमती धातुओं की आयात लागत में कमी आई है और इस वजह से देश के आभूषण बाजारों में आज गिरावट देखी गई।
सप्ताह के अंत में विश्व बाजार में सोने की कीमत 1763 के निचले स्तर से गिरकर 1764 प्रति औंस से गिरकर 1747 पर 1750 से 1751 डॉलर पर आ गई। सोने के पीछे चांदी की वैश्विक कीमत भी 21.17 से गिरकर 21.18 से 20.84 प्रति औंस और अंत में 20.94 से 20.95 डॉलर रही।
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण घरेलू मुद्रा बाजार में आज बंद होने के समय रुपये के मुकाबले डॉलर की कीमतों में धीमी गिरावट देखी गई। डॉलर का भाव आज 81.66 रुपए था जो 81.69 रुपए था। रुपए में हल्की मजबूती आई।
इस बीच, अहमदाबाद आभूषण बाजार में चांदी की कीमत आज 1,000 रुपये की गिरावट के साथ 60,500 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। अमदावा सोना 200 रुपये प्रति 10 ग्राम टूटकर 99.50 रुपये 54100 रुपये और 54300 रुपये प्रति 10 ग्राम गिरकर 99.90 रुपये पर आ गया।
इस बीच, वैश्विक बाजार में प्लेटिनम की कीमतें 991 के निचले स्तर से गिरकर 992 से 976 तक गिरकर 981 डॉलर से 982 प्रति औंस पर बंद हुई। जबकि पैलेडियम की कीमत 1934 से 1939 से 1940 डॉलर के निचले स्तर 1974 से 1975 तक थी। वैश्विक तांबे की कीमतें पिछली बार 1.04 से 1.45 प्रतिशत नीचे थीं।
चीन में कोरोना के मामले बढ़ने से दुनियाभर के बाजार पर नकारात्मक असर देखने को मिला. कच्चे तेल की कीमतें न्यू यॉर्क में कच्चे तेल की कीमतें 80.15 डॉलर प्रति बैरल कम होकर 77.24 डॉलर से 80.08 डॉलर पर थीं जबकि ब्रेंट क्रूड की कीमतें 88.21 डॉलर प्रति बैरल पर 85.80 डॉलर से 87.62 डॉलर पर थीं।
मुंबई सर्राफा बाजार में आज सोने का भाव 52471 रुपये पर 52471 रुपये पर 99.50 पर और 52625 रुपये पर 52953 रुपये पर 99.90 रुपये पर, जबकि मुंबई चांदी का भाव बिना जीएसटी के 61000 रुपये पर 61320 रुपये पर 61000 रुपये पर था। मुंबई में जीएसटी समेत सोने और चांदी की कीमतें इस कीमत से 3 फीसदी अधिक रहीं.
इस बीच, घरेलू आयातकों के लिए, सरकार ने डॉलर सीमा शुल्क विनिमय दर को 83.80 रुपये से घटाकर 82.60 रुपये करने का निर्देश दिया है। इससे बाजार सूत्रों ने कहा कि देश में आयात होने वाले सोने और चांदी के प्रभावी आयात शुल्क में कमी आई है।
आपके UPI ट्रांजेक्शन पर लग सकता है लिमिट, RBI के साथ चर्चा कर रहा है NPCI, जानें कब आ सकता है फैसला
आपको बता दें कि इससे पहले केन्द्र सरकार ने यह साफ कर दिया था कि उसका फिलहाल यूपीआई पेमेंट सर्विस पर किसी भी तरीके के फीस चार्च करने का कोई इरादा नहीं है।
फोटो सोर्स: Twitter UPI
Highlights एनपीसीआई आपके UPI ट्रांजेक्शन पर लिमिट लगाने पर विचार चल रहा है। इसके लिए एनपीसीआई भारतीय रिजर्व बैंक से बातचीत कर रहा है। आपको बता दें कि फिलहाल किसी भी UPI ट्रांजेक्शन पर कोई भी लिमिट नहीं है।
नई दिल्ली: डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) एप जैसे गूगल पे, फोनपे, पेटीएम (PhonePe, Gpay, Paytm) को लेकर एक खबर सामने आई है। इस खबर के अनुसार भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम यानी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) थर्ड पार्टी एप प्रोवाइडर्स (TPAP) द्वारा चलाई जाने वाली यूपीआई पेमेंट सर्विस पर लिमिट यानी कैप लगाने का विचार कर रहा है।
ऐसे में इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) से बातचीत हो रही है और जल्द ही इस पर कोई फैसला आ सकता है। इससे पहले केन्द्र सरकार ने यह साफ कर दिया था कि यूपीआई पेमेंट सर्विस के लिए कोई भी चार्ज नहीं लगेगा और पहले की तरह अब भी बिना कोई फीस दिए हुए उपभोक्ता यूपीआई पेमेंट कर सकते है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, एनपीसीआई ने 30 फीसदी वॉल्यूम कैप यानी किसी भी यूपीआई पेमेंट सर्विस पर 30 फीसदी की लिमिट लगाने का प्रस्ताव दिया गया था जिसे लागू करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2022 तय की गई थी।
इस पर विचार करने के लिए एनपीसीआई के अधिकारियों के अलावा वित्त मंत्रालय और आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों भी शामिल हुए थे। सूत्रों की माने तो एनपीसीआई इस पर अभी विचार कर रहा है और 31 दिसंबर की डेडलाइन को बढ़ाने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। आपको बता दें कि फिलहाल थर्ड पार्टी के जरिए यूपीआई ट्रांजेक्शन के लिए कोई सीमा नहीं है।
इसी महीने हो सकता है कुछ फैसला
सूत्रों के अनुसार, एनपीसीआई फिलहाल सभी संभावनाओं पर विचार कर रहा है और इस पर जल्द ही कोई फैसला लिया जा सकता है। आपको यह भी बता दें कि इंडस्ट्री के स्टेकहोल्डर्स जिसमें ने यह अनुरोध किया है कि 31 दिसंबर की डेडलाइन को और आगे बढ़ा दिया जाए, लेकिन एनपीसीआई द्वारा डेडलाइन को आगे बढ़ाने पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
सूत्रों की माने तो इसी महीने के अंत में इस पर कोई फैसला लिया जा सकता है। आपको बता दें कि गूगल पे और फोनपे की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर करीब 80 प्रतिशत हो गई है।
ITBP Recruitment 2022: आईटीबीपी में कांस्टेबल पदों पर नौकरी का मौका, 10वीं पास भी कर सकते हैं आवेदन
ITBP Recruitment 2022, ITBP Constable Recruitment 2022: सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए शानदार मौका है। भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने कांस्टेबल पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। 10वीं पास तय के अंदर आवेदन कर सकते हैं।
Updated Nov 14, 2022 | 05:51 PM IST
CISF Recruitment 2022: सीआईएसफ में 10वीं पास के लिए नौकरी, कांस्टेबल पदों के लिए आज से करें आवेदन, इतनी मिलेगी सैलरी
BSSC Recruitment 2022: बिहार में सीनियर साइंटिस्ट अस्सिटेंट पदों पर निकली नौकरी, 22 नवंबर से करें आवेदन, ऐसे होगा चयन
Haryana PGT Recruitment 2022: हरियाणा में पीजीटी के 4476 पदों पर नौकरी का मौका, 21 नवंबर से करें आवेदन, जानें योग्यता
आईटीबीपी भर्ती 2022
ITBP Constable Recruitment 2022, ITBP Constable Notification 2022: भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने कांस्टेबल के 287 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। योग्य अभ्यर्थी आईटीबीपी भर्ती 2022 के लिए आधिकारिक वेबसाइट itbpolice.nic.in पर 23 नवंबर 2022 विश्व बाजार शुल्क और सीमा से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 22 दिसंबर 2022 निर्धारित की गई है।
आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, इस प्रक्रिया के माध्यम से भारत तिब्बत सीमा पुलिस में कांस्टेबल के 287 पदों पर भर्ती की जाएगी। जिसमें, कांस्टेबल (टेलर) के 18 पद, कांस्टेबल (गार्डनर) के 16 पद, कांस्टेबल (कॉबलर) के 31 पद, कांस्टेबल (सफाई कर्मचारी) के 78 पद, कांस्टेबल (वॉशरमैन) के 89 पद और कांस्टेबल (बार्बर) के 55 पद शामिल हैं। इन पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को वेतन मैट्रिक्स लेवल 3 के तहत 21,700 रुपए से 69100 रुपए महीने तक वेतन मिलेगा।
कांस्टेबल (सफाई कर्मचारी, वॉशरमैन और बार्बर) पदों पर भर्ती के लिए आयु 18 साल से 25 साल के बीच होनी चाहिए। वहीं, अन्य पदों के लिए न्यूनतम आयु 18 साल और अधिकतम आयु 23 साल निर्धारित की गई है। हालांकि, सरकारी नियमों के अनुसार आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी। इसके अलावा अभ्यर्थी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास होना चाहिए।
SSC GD Constable Recruitment 2022: एसएससी जीडी कांस्टेबल के 24369 पदों के लिए करें अप्लाई, 69100 रुपये तक मिलेगा वेतन
आईटीबीपी कांस्टेबल भर्ती 2022 के लिए चयन लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट, ट्रेड टेस्ट और मेडिकल एग्जाम के आधार पर किया जाएगा। परीक्षा की तारीख तय समय के अंदर सूचित कर दी जाएगी। इसके लिए एडमिट कार्ड भी वेबसाइट पर जारी होगा। विस्तृत जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं।
Bihar Police Recruitment 2022: बिहार में कांस्टेबल के 689 पदों पर भर्ती, 12वीं पास भी कर सकते हैं आवेदन
योग्य अभ्यर्थी आईटीबीपी कांस्टेबल भर्ती 2022 के लिए आधिकारिक वेबसाइट itbpolice.nic.in पर 23 नवंबर से 23 दिसंबर 2022 तक ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए 100 रुपए आवेदन शुल्क जमा करना होगा अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं।