ADRs का वास्तविक

We are working to integrate the best food chains in our country into this project. Depending on the response from our customers, the facility will be extended to cover more trains.
ईरान: परमाणु कार्यक्रम पर पश्चिम के 'दोहरे मानकों' की निन्दा
ईरान के राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहीम रईसी ने बुधवार को यूएन महासभा के 77वें सत्र की उच्चस्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए, देश के परमाणु कार्यक्रम के बारे में पश्चिमी देशों के “दोहरे मानकों” को एक महान अन्याय क़रार देते हुए उसकी कड़ी निन्दा की है. उन्होंने अपने देश के परमाणु कार्यक्रम को शान्तिपूर्ण गतिविधियों के लिये बताया है.
ईरान के राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहीम रईसी ने यूएन महासभा में मौजूद देशों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा, “मैं स्पष्ट रूप से घोषित करता हूँ कि ईरान इस्लामी गणराज्य, परमाणु हथियार विकसित करने की इच्छा नहीं रखता है, और ऐसे हथ्यार हमारे रक्षा सिद्धान्त में कोई स्थान नहीं रखते हैं.”
उन्होंने कहा कि ईरान का ऐसा रुख़ इस तथ्य के बावजूद है कि कुछ देशों की सरकारें परमाणु हथियारों का उत्पादन और प्रयोग जारी रखे हुए हैं, व अन्य देशों को उपहार के रूप में भेंट करते रहे हैं. उन्होंने अपने देश ईरान की परमाणु गतिविधियों के प्रति पश्चिमी ADRs का वास्तविक देशों के इस रवैये को दोहरे मानकों वाला रुख़ क़रार देते हुए, अन्याय का प्रदर्शन बताया.
शान्तिपूर्ण कार्यक्रम
ईरान के राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहीम रईसी ने कहा, “जिन देशों को निरस्त्र किया जाना चाहिये, उन्हें पुरस्कृत किया जाता ADRs का वास्तविक है, और जिन देशों ने अपने संकल्पों पर अमल किया है, उन्हें तो परमाणु अप्रसार सन्धि (NPT) में वर्णित अधिकारों से भी वंचित किया जाता है.”
ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि उनके देश के शान्तिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम में, दुनिया के परमाणु कार्यक्रमों का केवल 2 प्रतिशत हिस्सा शामिल है, जबकि हमारी सुविधाओं का 35 प्रतिशत निरीक्षण किया जाता है.
उन्होंने कहा, “जो देश ईरान के परमाणु मुद्दे को एक ख़तरे के रूप में देखते हैं, वो इस वास्तविकता को नज़रअन्दाज़ कर रहे हैं कि उन्हें ख़ुद को क्या करना चाहिये: परमाणु विहीनता.”
वर्ष 2015 में ईरान, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन के दरम्यान एक ऐतिहासिक समझौता हुआ था जिसे संयुक्त वृहद कार्रवाई योजना (JCPOA) कहा जाता है. इस समझौते में, ईरान ने अन्तरराष्ट्रीय प्रतिबन्धों में राहत के बदले में, अपने परमाणु कार्यक्रम के अधिकतर हिस्से को नष्ट करने और अपनी सुविधाएँ अन्तरराष्ट्रीय निरीक्षणों के लिये खोलने पर सहमति व्यक्त की थी.
परमाणु समझौता
वर्ष 2018 में, संयुक्त राज्य अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने अपने देश को इस समझौते से हटा लिया था और ईरान पर प्रतिबन्ध फिर से लागू कर दिये थे.
हालाँकि कुछ समय से उस कार्रवाई योजना को बहाल करने के प्रयास जारी हैं, अमेरिका और अन्य प्रतिभागियों को अभी इस समझौते का पूर्ण और प्रभावकारी क्रियान्वयन करना बाक़ी है.
ईरानी राष्ट्रपति ने बुधवार को यूएन महासभा को अपने सम्बोधन में कहा, “समझौते से पीछे, अमेरिका हटा है, ईरान नहीं. अन्तरराष्ट्रीय ADRs का वास्तविक परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने अपनी रिपोर्ट में 15 बार लिखा है कि ईरान ने समझौते का पूरी तरह पालन किया है.”
उन्होंने कहा, “ईरान को अपनी ज़िम्मेदारियाँ पूरी करने की क़ीमत अदा करनी पड़ी है, मगर अमेरिका की तरफ़ से अपना वादा तोड़ने और योरोपीय पक्ष की तरफ़ से भी प्रावधनों पर अमल नहीं करने के कारण, ईरान इस समझौते के फ़ायदों का आनन्द नहीं उठा सका है.”
मेरी सरकार पर नागरिक सुझाव और वास्तविक रेल बजट प्रस्ताव Reading Time : 7 minutes -->
मेरी सरकार “भारतीय रेल” समूह द्वारा पिछले कुछ महीनों में नागरिकों द्वारा सुझाए गए कुछ उल्लेखनीय विचार प्रस्तुत किए जो रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु द्वारा 26 फ़रवरी 2015 पर प्रस्तुत 2015 के रेल बजट की प्रतिबद्धताओं में परिलक्षित होते हैं।
Suggestion #1: Swachh Rail
“SWACHH INDIAN RAILWAYS – we should ensure that the existing coaches are maintained and cleaned to have a feel good experience for the travellers”
Government’s Budget Proposal
“We want to make Swachh Rail the driving force behind this Government’s flagship programme – Swachh Bharat Abhiyan. Hence, we now work on-Swachh Rail Swachh Bharat.”
Google AdSense PIN Verification Kaise Kare? Payment Address Verification in Hindi
YouTube या किसी blog में approval मिले Google AdSense अकाउंट में जब लगभग $10 हो जाते हैं, उसके बाद आपको अपना पता सत्यापित करने के लिए PIN Verification Letter आपके address पर भेज दिया जाता है। और आज हम इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे कि Google AdSense PIN Verification Kaise Kare?
अभी हम जिस सत्यापन के बारे में बात कर रहे हैं उसका वास्तविक नाम Google AdSense Payments Address (PIN) Verification है। इसके माध्यम से गूगल यह पता करती है कि जिस भी व्यक्ति के नाम में एडसेंस अकाउंट है, क्या वह व्यक्ति वास्तविक है या नहीं?
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Google AdSense PIN Verification Kya Hai?
अपने यूट्यूब चैनल या ब्लॉग वेबसाइट से कमाए हुए पैसे जब आपके गूगल एडसेंस अकाउंट में जमा होते हैं, तो उन्हें अपने बैंक अकाउंट में transfer करने से पहले आपको अपना address verification करना होता है। इससे गूगल आपके बारे में अच्छे-से जान पाती है और आपके AdSense अकाउंट की सुरक्षा के लिए इस ADRs का वास्तविक डेटा को यूज़ किया जाता है।
मान के चलिए, आपके अपने नाम और पाते से एक एडसेंस बनाया। और Google AdSense Guidelines के अनुसार एक व्यक्ति के नाम में एक ही एडसेंस हो सकता है। तो यदि आप फिर से एडसेंस के लिए आवेदन करेंगे, वहाँ पर गूगल आपको पकड़ लेगा क्योंकि आपने उस नाम और पाते से पहले ही एक अकाउंट बनाया है। इससे न तो आप दूसरा अकाउंट बना सकते हैं, साथ ही कोई दूसरा व्यक्ति आपके नाम और पाते का इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
AdSense Address PIN Verification Apply Kaise Kare?
गूगल एडसेंस पिन सत्यापन के लिए आवेदन/apply करने का कोई ऑप्शन नहीं है। जैसे ही आपके Google AdSense account में $10 हो जाते हैं, तो गूगल आपको अपने-आप ही आपके address पर PIN Verification Letter भेज देती है।
Google AdSense PIN Verification Kaise Kare?
गूगल जब पिन सत्यापन पत्र आपके पते पर भेजती है, उसके बाद आपके एडसेंस अकाउंट में PIN डालने का एक ऑप्शन अपने-आप ही आ जाता है। जहाँ पर आपको तिथि भी देखने को मिलती है, जब यह लेटर भेजा गया है।
- सबसे पहले आप अपना Google AdSense अकाउंट ओपन करें।
- होमपेज में ही आपको Verify your billing address लिखा हुआ एक बॉक्स मिलता है, जहाँ पर नीचे आपको Verify के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
- उसके बाद Your PIN के जगह पर वो 6 digits टाइप करने हैं, जो आपके पास आए हुए लेटर में छपा हुआ है।
- उसके बाद Submit बटन पर क्लिक करना है, और आपका Google AdSense Address PIN Verification प्रक्रिया पूरा हो जाता है।
Subhash Chandra Address: डॉक्टर सुभाष चंद्रा का हैदराबाद IIIT में सेमिनार, स्टूडेंट्स से किया संवाद
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जवाहरलाल नेहरू शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मुख्यतः शिक्षको को प्रशिक्षण प्रदान ADRs का वास्तविक करने की संस्था है। यहाँ छात्रअध्यापको की शिक्षण प्रतिभा को गुणवत्ता प्रदान की जाती है। हाडौती क्षेत्र का एक मात्र महाविद्यालय है जहाँ स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम एवं शोध कार्य संचालित होता है।
स्थापनाः संस्थान में तत्वावधान में शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय की स्थापना जुलाई 1965 से की गई। विश्वविद्यालय सम्बद्धताः महाविद्यालय स्थापना के समय से राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर, उसके बाद एम.डी.एस. विश्वविद्यालय अजमेर एवं वर्तमान में कोटा विश्वविद्याल, कोटा से स्थायी सम्बद्धता प्राप्त है।