किस कंपनी का शेयर खरीदें?

Published - Sunday, 13 November, 2022
Gyan by Mr. Singh
88% रिटर्न एक साल में अब कंपनी देने जा रही है एक शेयर पर 30 रुपये, जानिए रिकॉर्ड डेट
एक शेयर पर 30 रुपये, जानिए रिकॉर्ड डेट
88% रिटर्न एक साल में अब कंपनी देने जा रही है एक शेयर पर 30 रुपये, जानिए रिकॉर्ड डेट
दोस्तों जैसा की हम सब जानते है इस समय शेयर मार्किट में तेजी देखने को मिल रही है। निफ़्टी करीब 18,386.90 पर और सेंसेक्स करीब 61,939.30 पर ट्रेड हो रहा है। आईपीओ का दौर देखने को मिल रहा है। बहुत से आईपीओ आ रहे है और कही आने वाले है। ऐसे समय में निवेशकों को तगड़ा रिटर्न देखने को मिल रहा है। आज हम जिस शेयर के बारे में बात करने जा रहे है वोह भी एक साल में करीब 88% का रिटर्न अपने निवेशकों को दे चुकी है और अब कंपनी तैयारी कर रही डिविडेंड देने की चलो जानते है डिटेल में।
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Table of Contents
कंपनी के बारे में चर्चा
मिड कैप की कंपनी Ingersoll Rand India Limited ने अपने निवेशकों को 30 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड देने के बारे में बताया। अभी कंपनी का शेयर प्राइस करीब 2,316.50 पर ट्रेड हो रहा है और अगर 52 वीक हाई की बात करे 2,363 और 52 वीक लौ 1,122 इस साल में अभी तक शेयर ने करीब 86% का रिटर्न दिया है और पिछले एक साल में 74.84% रिटर्न दे चूका है। और अगर पिछले 6महिने में देखे तोह करीब 59.45% दे चूका है। निवेश को मिल चूका तगड़ा रिटर्न अब बात करते डिविडेंड के बारे में।
कंपनी की तरफ से रिकॉर्ड डेट बड़ी सूचना
कंपनी की तरफ से रिकॉर्ड डेट में बदलाव आया है। कंपनी के डायरेक्टर ने स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी देदे हुए बताया। कंपनी ने मीटिंग के धुराण 30 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देना का तय किया था और जो रिकॉर्ड डेट बताई गयी थी पहले कंपनी की तरफ से 23 नवंबर 2022 लेकिन अब रिकॉर्ड डेट को चेंज कर दिया गया है डिविडेंड किस कंपनी का शेयर खरीदें? का भुगतान 8 दिसंबर 2022 को किया जाएगा।
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निवेशक कैसे बने करोड़पति
बीते दिन बुधवार को कंपनी के शेयर 2.90% की तेजी देखने को मिली। 5 साल पहले अगर किसी भी व्यक्ति ने इस शेयर पर दांव लगाया होता तो आज 190% से ज्यादा का रिटर्न मिल चूका होता। बीते 3 साल की बात करे तो निवेशकों करीब 270% से ज्यादा का रिटर्न देखने को मिला है। अगर कंपनी के प्रमोटर की होल्डिंग की बात करे तो 75% होल्डिंग प्रमोटर्स के पास है। इस मिड कैप कंपनी की मार्किट कैप करीब 7,320 Cr की है।
Disclaimer
दोस्तों इस आर्टिकल और वीडियो के दुवारा में आपको सिर्फ नॉलेज ही प्रोवाइड करता हूँ शेयर मार्किट में किस शेयर पर इन्वेस्ट करना है वोह पूरा आप पर है, करना भी है कि नहीं मेरा और मेरी टीम का मोटिव यह ही है आप टाक इनफार्मेशन और राइट नॉलेज को डिलीवर करना। लेकिन आप अपने पैसा जिस भी स्टॉक में निवेश करे सोच समझकर करे। क्युकी हमारी वेबसाइट पर आपको स्टॉक खरीदने कि राये नहीं दी जाती।
Grey Market में किस IPO का क्या चल रहा भाव? जानिए आपको फायदा होगा या नुकसान?
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Sunday, 13 November, 2022
नई दिल्ली: जब भी कोई निवेशक किसी कंपनी के IPO में अप्लाई करता है तो उसकी नजर Grey Market पर जरूर रहती है. उसे देखने के बाद वह, खासकर रिटेल इन्वेस्टर्स यह तय करते हैं कि उन्हें किस कंपनी के IPO में अप्लाई करना चाहिए और किसमें नहीं. आइए, सबसे पहले यह समझते हैं कि आखिर ये Grey Market होता क्या है?
क्या होता है IPO ग्रे-मार्केट
शेयर बाजार में जो ट्रेडिंग होती है उसकी निगरानी मार्केट रेगुलेटर सेबी करता है, इसे White Market कहते हैं, क्योंकि ये कानून के दायरे में होता है. दूसरी तरफ कुछ बिजनेस काले धंधे या Black Market होते हैं, जो कानून की नजर में गलत होते हैं, जैसे कोई चीज स्मगलिंग या चोरी करके बेची जाए, लेकिन इन सबके बीच में एक ग्रे एरिया होता है, जो न तो White Market के दायरे में आता है और न Black Market के दायरे में. यानी न तो वो कानूनी है और न ही गैर-कानूनी. बस वो रेगुलेटेड नहीं है. ठीक ऐसे ही होते हैं IPO ग्रे मार्केट, जिसमें शेयरों की ट्रेडिंग तो होती है, लेकिन उन पर सेबी के नियम लागू नहीं होते. सेबी के नियम लिस्टेड कंपनियों पर ही लागू होते हैं, लेकिन अगर कोई IPO लिस्ट ही नहीं हुआ तो उस पर सेबी के नियम लागू नहीं हो सकते.
ग्रे-मार्केट निवेशकों के लिए कैसे मददगार है?
ग्रे मार्केट और कुछ नहीं बल्कि एक संकेत होता है कि कोई शेयर लिस्ट होने के बाद कैसा परफॉर्म करेगा. यदि कोई शेयर ग्रे-मार्केट में IPO Price ने नीचे ट्रेड कर रहा होता है तो उसकी परफॉर्मेंस अच्छी नहीं मानी जाती है और जो IPO Price से ऊपर ट्रेड कर रहा होता है, उसके प्रति रिटेल इन्वेस्टर्स अट्रैक्ट होते हैं. भले ही ग्रे-मार्केट आधिकारिक नहीं किस कंपनी का शेयर खरीदें? है, लेकिन गैर-कानूनी भी नहीं है.
किस कंपनी के IPO का ग्रे-मार्केट में क्या चल रहा भाव
- Fusion Micro Finance का IPO Price 368 रुपये है और इसका GMP 5 रुपये अधिक चल रहा है.
- Global Health का IPO Price 336 रुपये है और इसका GMP 20 रुपये अधिक चल रहा है.
- Bikaji Foods का IPO Price 300 रुपये है और इसका GMP 35 रुपये अधिक चल रहा है.
- Archeran Chemicals का IPO Price 407 रुपये है और इसका GMP 80 रुपये अधिक चल रहा है.
- Five Star Business Finance का IPO Price 474 रुपये है और इसका GMP 5 रुपये अधिक चल रहा है.
- Kaynes Technology का IPO Price 587 रुपये है और इसका GMP 85 रुपये अधिक चल रहा है.
- Inox Green Energy का IPO Price 65 रुपये है और इसका GMP 10 रुपये अधिक चल रहा है.
- Daps Advertising का IPO Price 30 रुपये है और इसका GMP 8 रुपये अधिक चल रहा है.
- Vital Chemtech का IPO Price 101 रुपये है और इसका GMP 80 रुपये अधिक चल रहा है.
- Amiable Logistics का IPO Price 81 रुपये है और इसका GMP 55 रुपये अधिक चल रहा है.
IPO ग्रे-मार्केट कैसे काम करता है
आमतौर पर IPO ग्रे-मार्केट तब एक्टिव होता है जब कोई कंपनी अपना IPO लाने का ऐलान करती है और उसका प्राइस बैंड तय करती है. प्राइस बैंड तय होने और लिस्टिंग के बीच में करीब 10-12 दिन का वक्त होता है, इस अवधि के दौरान भी ग्रे मार्केट में शेयरों की ट्रेडिंग शुरू हो जाती है, भले ही IPO शेयर मार्केट में लिस्ट न हुआ हो. इस दौरान IPO एप्लीकेशन को खरीदा या बेचा जाता है, अगर किसी को शेयर अलॉट हो जाते हैं तो भी उन शेयरों को एडवांस में ही खरीदा और बेचा जाता है. इसको ऐसे समझिए कि इसमें कोई सेलर IPO अलॉटमेंट के लिए एप्लीकेशन देता है, तो दूसरी ओर कोई खरीदार इश्यू की लिस्टिंग से पहले ही इश्यू प्राइस से ज्यादा पैसे देकर उन शेयरों को खरीदना चाहता है. ये सौदा बीच में मौजूद एक डीलर करवाता है. डीलर सेलर से कॉन्टैक्ट करके उन शेयरों को प्रीमियम पर ग्रे मार्केट में बेचने को कहता है. अगर सेलर लिस्टिंग के खतरे को मोल नहीं लेना चाहता और एक फिक्स मुनाफा कमाकर निकल किस कंपनी का शेयर खरीदें? जाना चाहता है तो वो शेयरों को एक फिक्स्ड अमाउंट पर ग्रे मार्केट में बेचने के लिए राजी हो जाता है. इसके बाद डीलर बायर को ये बताता है कि उसने शेयरों को सेलर से खरीद लिया है. ये शेयर बायर को ट्रांसफर कर दिए जाते हैं. अब इसके बाद बायर की मर्जी कि लिस्टिंग के बाद वो उन शेयरों को रखता है या बेच देता है.
लोग ग्रे मार्केट में ट्रेड क्यों करते हैं
जब कोई IPO बाजार में आने वाला होता है तो लोगों में उसे लेकर काफी उत्सुकता रहती है, खासतौर पर तब जब कोई बड़ा IPO आता है. जैसे कि मान लीजिए कि Paytm का IPO. लोगों को लगता है कि अगर ये इश्यू बाजार में आएगा तो काफी अच्छा लिस्ट होगा, तो क्यों न इसे लिस्टिंग से पहले ब्लॉक करके रख लिया जाए. मान लीजिए कि शेयर का इश्यू प्राइस 1000 रुपये है और उसे ग्रे मार्केट में 20 रुपये प्रति शेयर के प्रीमियम पर खरीदा गया और शेयर 40 रुपये के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ है तो निवेशक को 20 रुपये प्रति शेयर का फायदा हो जाएगा.
ग्रे-मार्केट के खतरे
सबसे बड़ा खतरा तो ये है कि ये सेबी के दायरे में नहीं आता है, इसमें सबकुछ जुबानी होता है कुछ भी कॉन्ट्रैक्ट लिखित में नहीं होता है. इसलिए कब कोई मुकर जाए, इसका खतरा हमेशा बना रहता है. हालांकि सेलर और बायर के बीच में हमेशा एक डीलर होता है जो ये दोनों के बीच में इस डील को कराता है और ये सुनिश्चित कराता है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो पाए.
क्या होता है ग्रे-मार्केट प्रीमियम
ग्रे मार्केट का पूरा कामकाज ही प्रीमियम की धुरी पर घूमता है. इसे समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं. मान लीजिए किसी कंपनी ABC ने अपना IPO लाने का ऐलान किया, इश्यू प्राइस तय किया 1000 रुपये, 15 शेयरों का लॉट है.
ग्रे मार्केट का कोई खरीदार इसे 300 रुपये ज्यादा देकर पर भी लेने को राजी है, उसे लगता है कि ये करीब 1600 रुपये प्रति शेयर के ऊपर ही लिस्ट होगा, इसलिए उसे कम से कम 300 रुपये प्रति शेयर का फायदा हो जाएगा. ऐसे में वो खरीदार किसी विक्रेता से 300 रुपये के प्रीमियम पर शेयर खरीदने की डील कर लेता है. इसमें विक्रेता को एक लॉट पर 300X15 यानी 4500 रुपये का फिक्स प्रॉफिट मिल जाता है. जब भी शेयर लिस्ट होगा विक्रेता को 15 शेयर खरीदार को ट्रांसफर करने होंगे. ऐसे में जो ग्रे मार्केट प्रीमियम होगा वो 300 रुपये होगा. मगर विक्रेता को ये लगता है कि इश्यू की लिस्टिंग काफी अच्छी हो सकती है और 300 रुपये का प्रीमियम कम है, इसे 500 रुपये होना चाहिए तो यहीं से शुरू होता है डिमांड और सप्लाई का खेल, और तय होता है ग्रे मार्केट का प्रीमियम.
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निफ्टी, लार्सन ऐंड टूब्रो, डीएलएफ और बाल्मर लॉरी खरीदें: आईसीआईसीआई डायरेक्ट
ब्रोकिंग कंपनी आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct) ने शुक्रवार (18 नवंबर) के एकदिनी कारोबार (intraday trade) के लिए अपनी रिपोर्ट मोमेंटम पिक्स में निफ्टी (Nifty), लार्सन ऐंड टूब्रो (Larsen & Toubro), डीएलएफ (DLF) और बाल्मर लॉरी ऐंड कंपनी (Balmer Lawrie & Company) के शेयर खरीदने की सलाह दी है। ब्रोकिंग कंपनी ने बाल्मर लॉरी ऐंड कंपनी के शेयर 14 दिन के नजरिये से खरीदने की सलाह दी है।
ब्रोकिंग कंपनी ने आज निफ्टी को 18348-18382 रुपये के दायरे में खरीदने की सलाह दी है। इसके लिए 18415/18466 रुपये का लक्ष्य रखते हुए 18314.00 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाने का सुझाव दिया है।
लार्सन ऐंड टूब्रो के शेयरों में भी ब्रोकिंग कंपनी ने खरीदारी का सुझाव दिया है। इन्हें 2030-2035 रुपये के दायरे में खरीदा जा सकता है। इन शेयरों के लिए 2051.80/2069.90 रुपये का लक्ष्य रखते हुए 2011.40 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाया जाना चाहिए।
इसके अलावा आज डीएलएफ के शेयर खरीदने की सलाह दी है। इस शेयर को 402.00-404.00 रुपये के दायरे में खरीद सकते हैं। इसके लिए 406.80/410.90 रुपये का लक्ष्य रख्ते हुए 398.70 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाना चाहिए।
ब्रोकिंग कंपनी ने बाल्मर लॉरी ऐंड कंपनी के शेयरों में 14 दिन के नजरिये से खरीदारी करने की सिफारिश की है। इन्हें 117-120 रुपये के दायरे में खरीदा जा सकता है। इन शेयरों के लिए 129 रुपये का लक्ष्य रखते हुए 112.00 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाया जाना चाहिए।
ध्यान रखें कि यह सलाह एकदिनी कारोबार के लिए है।
स्पष्टीकरण : इन शेयरों में ब्रोकिंग फर्म या उनके ग्राहकों के हित जुड़े हो सकते हैं।
ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं तो इन शेयरों पर लगाएं दांव, मिलेगा जबरदस्त रिटर्न
कोरोना महामारी के दौर में भी शेयर बाजार निवेशकों को अच्छा रिनर्ट दे रहा है। अगर आप भी शेयर बाजार में पैसा लगाना चाहते हैं तो टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, वीआईपी इंडस्ट्रीज और कोरोमंडल इंटरनेशनल के शेयरों में निवेश करना सबसे ज्यादा मुफीद साबित हो सकता है।
Updated: August 03, 2021 05:29:51 pm
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौर में शेयर बाजार ( Stock Market ) किस कंपनी का शेयर खरीदें? पैसा कमाने का सबसे बेहतर और प्रभावी जरिया के रूप में सामने आया है। पिछले कुछ दिनों की तरह आज भी शेयर बाजार में सेंसेक्स (Sensex ) और निफ्टी ( Nifty ) ने किस कंपनी का शेयर खरीदें? रिकॉर्ड हाई को छू लिया। इतना ही नहीं, शेयर बाजार में अभी स्थायी रूप से तेजी की संभावना बरकरार है। पिछले कुछ महीनों में कई आईपीओ ( IPO ) ने निवेशकों ( Investors ) को तगड़ा रिटर्न दिया है। कई जबरदस्त रिटर्न देने वाले हैं। अगर आप भी कम समय में ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं तो शेयर बाजार के इन पांच शेयरों में निवेश करना रिटर्न के लिहाज से चौंकाने वाला साबित हो सकता है।
टेक महिंद्रा : टेक महिंद्रा एक टेक कंपनी है। विगत सवा साल में कंपनी का रिकॉर्ड सबसे अच्छा रहा है। जून तिमाही के लिए कंपनी का लाभी 1,353 करोड़ रुपए रहा है। यह तिमाही-दर-तिमाही के लिहाज से 25 फीसदी और साल-दर-साल के हिसाब से 39 प्रतिशत अधिक रहा। टेक महिंद्रा का शेयर का भाव वर्तमान में 1227.5 रुपए पर है। जबकि का लक्ष्य इस शेयर के लिए 1400 रुपए का है। यानी इसमें निवेश करने पर आपको 14 फीसदी से अधिक का तत्काल रिटर्न मिल सकता है। यानि सालाना ग्रोथ 42 फीसदी तक का हो सकता है।
लार्सन एंड टुब्रो : इंफ्रा सेक्टर की नामी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो को जून में समाप्त तिमाही में सालाना 287 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,174 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ। इसकी इनकम 38 प्रतिशत बढ़कर 29,335 करोड़ रु हो गई है। इस समय कंपनी के शेयर का भाव 1623 रुपए है। कंपनी का लक्ष्य 1800 रुपए का भाव हासिल करने की है। साफ है कि लार्सन एंड टुब्रो शेयर में निवेश कर आप 11 फीसदी तक रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
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अल्ट्राटेक सीमेंट : अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर का भाव इस समय 7804 रुपए है। कंपनी का लक्ष्य इस भाव को 8900 रुपए तक पहुंचाने की है। इसमें भी निवेशकों के लिए 14 फीसदी से अधिक रिटर्न का तय है। वर्तमान में कंपनी की मार्केट वैल्यू लगभग 2,25,304.58 करोड़ रुपए है। अल्ट्राटेक सीमेंट ने जून में समाप्त तिमाही के लिए सालाना आधार पर 108.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,681 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया जो उम्मीदों से अधिक था।
वीआईपी इंडस्ट्रीज : वीआईपी इंडस्ट्रीज का शेयर इस समय 413 रुपए के करीब है। कंपनी ने 550 रुपए का भाव हासिल करने का लक्ष्य रखा है। ये टार्गेट 1 महीनों के लिहाज से रखा गया है। यानी 12 महीनों के अंदर यह शेयर करीब 33 फीसदी रिटर्न दे सकता है।
कोरोमंडल इंटरनेशनल : इस कंपनी का शेयर भाव इस समय लगभग 892 रुपए है। शेयर का भाव 6 से 9 महीनों में 1000 रुपए तक जाने की संभावना है। निवेशकों को इस शेयर से 11 फीसदी तक रिटर्न मिल सकता है। अप्रैल-जून तिमाही में कोरोमंडल इंटरनेशनल का मुनाफा पिछली साल की समान तिमाही के मुकाबले 34.80 फीसदी अधिक रहा।
बता दें घरेलू बाजार में मंगलवार को शेयर मार्केट में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। सेंसेक्स (Sensex ) व निफ्टी ( Nifty ) रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। सेंसेक्स 53,800 और निफ्टी 16,100 के पार चढ़कर बंद हुआ है।
इस सरकारी कंपनी के शेयर पर ‘बुलिश’ ब्रोकरेज हाउस, एक साल में 42% रिटर्न के लिए दी निवेश की सलाह
नई दिल्ली: घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने सरकारी स्वामित्व वाली इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के शेयरों में 42 फीसदी तक की तेजी आने की उम्मीद जताई है और इस लक्ष्य के लिए एक साल की अवधि दी है. कंपनी के तिमाही नतीजों के बाद जारी ब्रोकरेज हाउस ने एक रिपोर्ट जारी कर यह अनुमान लगाया है.
Engineers India का शुद्ध मुनाफा सितंबर तिमाही में 341.08% बढ़कर 75.16 करोड़ रुपये हो गया, जबकि 2021-22 की सितंबर तिमाही में यह आंकड़ा 17.04 करोड़ रुपये था. क्वार्टरली रिजल्ट में कंपनी की बिक्री में भी सितंबर के दौरान 20.75% का उछाल देखा गया और यह बढ़कर 793.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
ऑर्डर फ्लो और बैलेंस शीट मजबूत
ICICI सिक्योरिटीज का कहना है कि Engineers India पाइपलाइन, हाइड्रोकार्बन फ्यूल और हाइड्रोजन, एथनॉल जैसे रिन्यूएबल फ्यूल्स के प्रोजेक्ट्स को लेकर नई संभावनाएं तलाश रहा है. जैसे-जैसे कंपनी का कैपिटल एक्सपेंडिचर बढ़ेगा, ये क्षमताएं कंपनी को नए ऑर्डर पाने में मदद करेंगी.
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वहीं, कंपनी को मिलने वाले ऑर्डर में भी इजाफा हुआ और बैलेंस शीट में काफी कैश उपलब्ध है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ICICI सिक्योरिटीज ने इंजीनियर्स इंडिया के स्टॉक को खरीदने की सलाह देते हुए BUY रेटिंग बरकरार रखी है और एक साल की अवधि में शेयर का टारगेट प्राइस 103.00 रुपये रखा है.
क्या हैं कंपनी का कारोबार?
इंजीनियर्स इंडिया के शेयर का मौजूदा भाव 73.50 रुपये है. यह स्टॉक शुक्रवार 11 नवंबर को एनएसई पर 1.59% की बढ़त के साथ 73.50 रुपये के भाव पर बंद हुए. पिछले एक महीने में ये शेयर 17.51 फीसदी चढ़ गए हैं, जबकि 6 महीने में करीब 24.37 फीसदी रिटर्न दिया है.
पेट्रोलियम मंत्रालय के तहत आने वाली इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड एक सरकारी कंपनी है, जिसकी स्थापना 1965 में हुई थी. कंपनी पेट्रोलियम रिफाइनरी और अन्य इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट्स के लिए इंजीनियरिंग सर्विसेज मुहैया कराती है. कंपनी मार्केट वैल्यू करीब 4.08 हजार करोड़ रुपये है.