प्रसार कम है

इस प्रकार, मैंने अपने क्षेत्र मैं देखा कि:
(i) उन्हें 35-40 रु. प्रति दिन की मजदूरी मिलती हैl
(ii) उन्हें भुगतान नकद के रूप में किया जाता है।
(iii) वे नियमित रूप से काम नहीं करते हैंl उन्हें आधे साल के बेरोजगार रहना पड़ता हैl
(iv) हां, वे कर्ज में हैंl
सिद्धांत:
कार्बनिक यौगिकों का क्वथनांक उनके भौतिक गुणों और संरचनात्मक विशेषताओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे सकता है। क्वथनांक यौगिक की पहचान करने और चिह्नित करने में मदद करता है। कोई तरल तभी उबलता है जब इसके वाष्प का दबाव वायुमंडलीय दबाव के बराबर हो जाता है। वाष्प प्रसार कम है का दबाव अणु की गतिज ऊर्जा से निर्धारित होता है।
गतिज ऊर्जा अणु के तापमान, द्रव्यमान (मास) और वेग पर निर्भर करती है। तापमान बढ़ जाने पर, कणों की औसत गतिज ऊर्जा भी बढ़ जाती है। जब तापमान क्वथनांक पर पहुँच जाता है, औसत गतिज ऊर्जा तरल कणों के बीच लगने वाले आकर्षण बल पर काबू पाने के लिए पर्याप्त हो जाती है। जैसे-जैसे आकर्षण बल कम होता जाता है, तो तरल अवस्था में मौजूद अणु सतह छोड़ देते हैं और गैस में प्रसार कम है बदल जाते हैं।
तरल का क्वथनांक आसपास के वायुमंडलीय दबाव के साथ बदलता रहता है। कम वायुमंडलीय दबाव पर तरल की तुलना में उच्च दबाव पर तरल का उच्च क्वथनांक होता है।
क्वथनांक को प्रभावित करने वाले सामान्य प्रवृत्तियों:
आयनिक, हाइड्रोजन बाण्डिगं, द्विध्रुवीय-द्विध्रुवीय अंतरक्रिया और वाण्डीर वाल्स प्रसार बल जैसे अंतराण्विक बलों की सापेक्ष शक्ति यौगिक के क्वथनांक को प्रभावित करते हैं। इन बलों का प्रभाव मौजूद कार्यात्मक समूह पर निर्भर करता है।
अंतराण्विक बल प्रसार कम है इस क्रम में चलते हैं आयनिक> हाइड्रोजन बाण्डण> द्विध्रुवीय-द्विध्रुवीय> वानडर वाल्स प्रसार बल।
कार्बन-कार्बन श्रृंखला की लंबाई
जैसे-जैसे कार्बन परमाणुओं की संख्या बढ़ती है या कार्बन-कार्बन श्रृंखला की लंबाई बढ़ती है, क्वथनांक भी बढ़ता जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जैसे-जैसे अणु लंबे होते जाते हैं और ज्या दा इलेक्ट्रॉन होते जाते हैं, अणुओं के बीच आकर्षण बल भी बढ़ता जाता है। आकर्षण बल पर काबू पाने के लिए और ज्या दा ऊर्जा लगती है और इसलिए क्वथनांक बढ़ जाता है।
शाखाओं में बंटने से क्वथनांक कम हो जाता है
जैसे-जैसे कार्बन श्रृंखला की लंबाई बढ़ती है, यौगिक के पृष्ठ क्षेत्र भी में भी वृद्धि होती है। वानडर वाल्स प्रसार बल पृष्ठ क्षेत्र का प्रसार कम है आनुपातिक होता है। अत: सतह में वृद्धि का मतलब एक दूसरे को आकर्षित करने की अलग-अलग अणुओं की क्षमता में वृद्धि होता है। अणुओं के शाखाओं में बंटने से सतह का क्षेत्र कम हो जाता है। इससे अलग-अलग अणुओं के बीच आकर्षण बल भी कम हो जाता है । नतीजतन, क्वथनांक कम हो जाता है।
प्रसार कम है
वि ज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (Science, Technology, Engineering, Mathematics - STEM) विषयों में महिलाओं की भागीदारी बेहद कम है। इन विषयों में रुचि रखने वाली मेधावी लड़कियों के लिए मौजूदा अवसरों का अब विस्तार किया जा रहा है। इस नयी पहल के तहत भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी आईबीएम की भारतीय इकाई के साथ एक नयी साझेदारी की घोषणा की है। इस पहल के अंतर्गत डीएसटी द्वारा संचालित ‘विज्ञान ज्योति’ और ’एंगेज विद साइंस’ कार्यक्रमों का विस्तार किया जाएगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी एक ताजा बयान में यह जानकारी प्रसार कम है दी गई है और कहा गया है कि इस पहल से युवाओं, विशेषकर लड़कियों के बीच विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित जैसे विषयों को बढ़ावा मिल सकेगा।
Sarkari Naukri 2022 : प्रसार भारती में वीडियो एडिटर सहित कई पदों पर नौकरियां, ऑफलाइन करना है आवेदन
Sarkari Naukri 2022 : प्रसार भारती में कुल 36 नौकरियां हैं.
Sarkari Naukri 2022 : मॉस कॉम करने वालों के लिए प्रसार भारती में सरकारी नौकरी का मौका है. प्रसार भारती ने एडिटोरियल अ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 04, 2022, 16:55 IST
Sarkari Naukri 2022 : प्रसार भारती ने एडिटोरियल असिस्टेंट, वीडियो एडिटर, कैजुअल प्रोड्यूसर के रूप में कैजुअल असाइनीज रीजनल न्यूज यूनिट, दूरदर्शन केंद्र भुवनेश्वर के लिए भर्ती निकाली है. इस भर्ती के लिए आवेदन की लास्ट डेट 31 अक्टूबर 2022 है. प्रसार भारती में निकली भर्तियों के लिए उम्मीदवारों को कम से कम 12वीं पास होना चाहिए. अन्य योग्यता की जानकारी नोटिफिकेशन में दी गई है.
प्रसार भारती भर्ती 2022 वैकेंसी डिटेल
कैजुअल वीडियो एडिटर-07
कैजुअल एडिटोरियल असिस्टेंट-12
कैजुअल प्रोड्यूसर-05
कैजुअल वेबसाइट असिस्टेंट-4
कैजुअल न्यूज रीडर उडिया-06
कैजुअल न्यूज रिपोर्टर उड़िया-02
कैजुअल एडिटोरियल असिस्टेंट- जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा किया होना चाहिए. साथ ही न्यूज ब्रॉडकास्टिंग में कम से कम तीन साल का अनुभव होना चाहिए. ओडिया और अंग्रेजी भाषा में कंप्यूटर पर टाइपिंग आनी चाहिए.
कैजुअल वीडियो एडिटर- 12वीं पास होने के प्रसार कम है साथ फिल्म एवं वीडियो एडिटिंग में डिग्री या डिप्लोमा. साथ प्रसार कम है ही कम से कम दो साल का अनुभव.
कैजुअल प्रोड्यूसर- टीवी एंड रेडियो प्रोडक्शन में डिग्री या डिप्लोमा. कम से कम तीन साल का अनुभव.
कैजुअल वेबसाइट असिस्टेंट- जर्नलिज्म एवं मास कम्युनिकेशन में डिग्री या डिप्लोमा. ओडिया और अंग्रेजी में टाइपिंग स्किल.
कैसे करना है आवेदन
प्रसार भारती की इस भर्ती के लिए आवेदन ऑफलाइन मोड में करना है. आवेदन फॉर्म का पता है- डायरेक्टर (न्यूज), रीजनल न्यूज यूनिट, दूरदर्शन केंद्र, पोस्ट-सैनिक स्कूल, भुवनेश्वर, पिन-751005. आवेदन स्पीड पोस्ट के जरिए करना है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
पालमपुर गाँव की कहानी
पालमपुर में खेतिहर श्रमिकों की मजदूरी न्यूनतम मजदूरी से कम क्यों है?
पालमपुर में खेतिहर श्रमिकों की मजदूरी न्यूनतम मजदूरी से कम है। यह डाला की स्थिति से स्पष्ट हो जाता है। सरकार ने खेतिहर श्रमिकों के लिए एक दिन की मजदूरी 60 रु. निर्धारित की है। लेकिन डाला को सिर्फ 35-40 रु. ही मिलते हैं। इसके कारण इस प्रकार है:
(i) खेतिहर मजदूर गरीब और असहाय परिवारों से आते है। वे दैनिक मजदूरी पर काम करते हैं उन्हें नियमित रुप से काम ढूंढना पड़ता है। पालमपुर प्रसार कम है में खतिहर श्रमिक बहुत ज्यादा है और उनकी मांग काम है प्रसार कम है इस कारण उनके बीच पर्तिस्पर्धा ज्यादा है। जिससे पालमपुर में खेतिहर श्रमिक न्यूनतम मजदूरी से कम मजदूरी पर भी काम करने को तैयार हो जाते है।
(ii) अधिकांश खेतिहर श्रमिक निचली जाति और दलित वर्गों से होते हैं और उनमें भूमि मालिकों से ऊँची मजदूरी मांगने की हिम्मत नहीं होती है।
(iii) खेतिहर श्रमिक समान्यतः अशिक्षित होते हैं। अतः वे ऊँची मजदूरी सुनिश्चित करने के लिए भूमि मालिकों से मोल-भाव नहीं कर पाते।