Bitcoin का इस्तेमाल क्या है

Supreme Court ने कहा- Bitcoins वैध हैं या अवैध, इस पर अपना रुख स्पष्ट करे सरकार
बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी को लेकर केंद्र सरकार की ओर से आधिकारिक रूप से नहीं कहा गया कि ये अवैध हैं या नहीं. आज सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए सरकार से इस पर अपना रुख साफ करने को कहा.
By: IANS एजेंसी | Updated at : 25 Feb 2022 01:50 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
Bitcoin: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने केंद्र सरकार से आज कहा है कि वह बिटकॉइन (Bitcoin) पर अपना रुख स्पष्ट करे कि यह वैध हैं या अवैध. मौजूदा समय में देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के इस्तेमाल पर कोई प्रतिबंध नहीं है और न ही इनका कोई नियमन (Regulator) है. जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्य कांत की दो सदस्यीय खंडपीठ ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्य भाटी को कहा, 'आपको अपना रुख स्पष्ट करना होगा.'
87,000 बिटकॉइन से जुड़ा है मामला
खंडपीठ केंद्र सरकार के खिलाफ अजय भारद्वाज द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी. वकील शोएब आलम ने भारद्वाज की मंजूर की गयी जमानत याचिका खारिज करने की मांग की. ऐश्वर्य भाटी ने खंडपीठ को बताया था कि यह मामला 87,000 बिटकॉइन से जुड़ा है और आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है और उसे कई समन भेजे गये हैं. मामले की सुनवाई कर रहे जजों ने आरोपी को जांच अधिकारी से मुलाकात करने का निर्देश दिया और जांच में सहयोग करने के लिये कहा.
SC ने पूछा- बिटकॉइन वैध हैं या अवैध
इस पर खंडपीठ ने कहा कि यह अवैध है या नहीं. खंडपीठ ने साथ ही कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गत साल जुलाई में स्थिति रिपोर्ट पेश की थी. खंडपीठ ने कहा कि जांच अधिकारी आरोपी के जांच में सहयोग करने के संबंध में स्थिति रिपोर्ट पेश करेंगे. मामले की सुनवाई अगले चार सप्ताह के लिये स्थगित कर दी गयी है.
आरोपी को गिरफ्तार न करने का अंतरिम आदेश मान्य, चार हफ्ते के लिए सुनवाई स्थगित
खंडपीठ ने साथ ही कहा कि आरोपी के गिरफ्तार न करने का अंतरिम आदेश अगली सुनवाई तक मान्य रहेगा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी के संदर्भ में भारतीय रिजर्व बैंक के आदेश को मार्च 2020 में पलटा गया था.
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Published at : 25 Feb 2022 01:49 PM (IST) Tags: Supreme Court Cryptocurrency Reserve Bank of India Bitcoin SC RBI Crypto Asset हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
आखिरकार भारत समेत दुनियाभर को क्यों इतना पसंद आ रहा है Bitcoin, आज जान लीजिए ये राज़ की बातें
बिटकॉइन को आप आप करेंसी की तरह छू नहीं सकते हो. इसे सिर्फ डिजिटल फॉर्म में ही रखा जाता हैं. इसे, दूसरे लोगों के पास भेजने के लिए ज्यादा मशकत नहीं करनी पड़ती.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Nov 23, 2021 | 12:58 PM
Bitcoin News: साल 2015 में अगर किसी ने एक बिटकॉइन को 24 हजार रुपये में खरीदा होता तो आज उन्हें कुछ हजार नहीं बल्कि 50 लाख रुपये उसे बेचकर मिल जाते. ये सब सुनकर आपको अचंभा हो रहा है तो अब आपको इसकी पूरी जानकारी देते है. कहा तो ये जाता है कि साल 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद लोगों का भरोसा Bitcoin का इस्तेमाल क्या है बैंकों और अन्य फाइनेंशियल इंसीट्यूशन से उठ गया था. क्योंकि रातोंरात अमेरिका के कभी ने डूबने वाले बैंक बंद हो गए थे. शेयर बाजार में भूचाल आ गया था. अमेरिका और जापान के साथ-साथ भारत जैसे देशों में भी बैंक और कई बड़ी कंपनियां डूबने की कगार पर पहुंच गई. लोगों की नौकरियां जाने लगी. क्योंकि बैंक ने आम लोगों से पैसा लेकर बैंक ज्यादा कमाई के लिए उसे बड़ी-बड़ी कंपनियों को बिना सोचे समझें लोन पर देते चले गए और वो कर्ज डूब गया. तभी Satoshi Nakamoto ने नए जमाने की करेंसी को लाने की सोची.
Satoshi Nakamoto एक गुमनाम शख्स. जिसने दुनिया के सामने इंटरनेट पर एक पेपर रिलीज़ किया. जिसमे उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बताया. इसके जरिए उन्होंने अपने मकसद को साफ कर दिया. उन्होंने बताया कि कैसे ये क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) काम कसे करेगी. इसके लेन-देने में किसी भी बैंक या संस्था की कोई जरुरत नहीं होगी. उन्होंने ही इस डिजिटल करेंसी का नाम ‘Bitcoin’ रखा.
कैसे और कहां से शुरू हुआ Bitcoin बिटकॉइन जिस कोड से बना है. उसकी शुरुआत Satoshi ने 2007 से ही कर दी थी. साल 2008 में उन्होंने साथ काम करने वाले साथियों के साथ मिलकर Bitcoin.org का Domain ख़रीदा और उस Address पर वेबसाइट बना दी. उन्होंने ये भी बताया की डिजिटल करेंसी जिसको उन्होंने बिटकॉइन नाम दिया है. वो आखिर काम कैसे करेगी.
बिटकॉइन को आप आप करेंसी की तरह छू नहीं सकते हो. इसे सिर्फ डिजिटल फॉर्म में ही रखा जाता हैं. इसे, दूसरे लोगों के पास भेजने के लिए ज्यादा मशकत नहीं करनी पड़ती. जी हां, अभी आपको अगर अपने किसी रिश्तेदार या किसी दोस्त को विदेश में पैसे भेजने है तो बैंक और कई संस्थाएं इसके लिए आपसे मोटी रकम वसूलते है. साथ ही, एक से दो दिन का समय लगाती है. इसके उलट आप Bitcoin को कुछ ही मिनटों में ट्रांसफर हो जाता हैं.
अगर इतना सबकुछ जानने के बाद आप भी बिटकॉइन खरीदने की सोच रहे है तो सबसे पहले आपको बता दें कि भारत में बिटकॉइन खरीदना लीगल है इसपर भारत सरकार ने किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है इसलिए आपको किसी भी तरह से घबराने की जरुरत नहीं है. आप बिना टेंशन बिटकॉइन में पैसा लगा सकते है.
आज के समय में बिटकॉइन अपने आप में इतना बड़ा हो चुका है कि उसकी मार्केट वैल्यू कई देशों की जीडीपी से भी ज्यादा हो गई है. फिलहाल बिटकॉइन की मार्किट वैल्यू $1.11 Trillion से भी ऊपर है.
लेकिन बिटकॉइन और आम करेंसी (मुद्रा) जैसे Dollar, Rupee, Euro में सबसे बड़ा अंतर यह है. कि आम करेंसी सरकार और बैंक के कंट्रोल में होती है. सरकार जब चाहे उतनी करेंसी को छाप सकती है जिसके कारण महंगाई बढती है. और सरकार चाहे तो किसी के अकाउंट को फ्रीज़ भी कर सकती है बिना उस पैसे के मालिक के बिना Bitcoin को कोई कंट्रोल नहीं करता ना ही बैंक ना ही कोई सरकार यह Decentralized है. आपके बिटकॉइन को आपके सिवा कोई कंट्रोल नही कर सकता.
Bitcoin काम कैसे करता है
बिटकॉइन को जो चीज सबसे खास बनाती है वो है उसके पीछे की Blockchain Technology जिसने दुनिया का ध्यान उसकी तरफ खींचा, ब्लॉकचेन कई सारे ब्लॉक्स की चैन होती है जिसमे जानकारी को स्टोर करके रखा जाता है.
जैसे बैंक सभी लेन देन की जानकारी को लेजर में लिख कर रखते है, उसी तरह ब्लॉकचेन काम करता है. बैंक की लेजर बुक में बदलाव किया जा सकता है परन्तु ब्लॉकचेन में जो जानकारी एक बार डाल दी गई तो उसको चाहकर भी दोबारा से बदला नहीं जा सकता है.
हर ब्लॉक की जानकारी जमा करने की एक लिमिट होती है जैसे ही वो Block जानकारी से भर जाता है वो ब्लॉक दूसरे Blocks के साथ जुड़ जाता है और यह प्रक्रिया चलती रहती है जिससे यह एक चैन बन जाती है. इसलिए इसको ब्लॉकचेन कहा जाता है.
जितने ज्यादा लोग एक क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करेंगे उतनी ही ज्यादा चैन बनती जाएगी जितनी बड़ी चैन होगी उतना ज्यादा उस क्रिप्टो की ब्लॉकचेन मजबूत होती जाएगी और उसको हैक या अटैक करना मुश्किल होता जाएगा.इसकी और जानकारी के लिए आप हमारे वीडियो पर जा सकते है.
अगर इतना सबकुछ जानने के बाद आप भी बिटकॉइन खरीदने की सोच रहे है तो सबसे पहले आपको बता दें कि भारत में बिटकॉइन खरीदना लीगल है इस पर भारत सरकार ने किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है इसलिए आपको किसी भी तरह से घबराने की जरुरत नहीं है. आप बिना टेंशन बिटकॉइन में पैसा लगा सकते है.
क्यों लोगों को इतना पसंद है Bitcoin
रोजाना बिटकॉइन की कीमत बढ़ती जा रही है जिसके कारण लोग चाहकर भी अपना ध्यान इस ओर से नहीं हटा पा रहे है. इसीलिए दुनिया के बड़े-बड़े बैंक जैसे JP Morgan, BNY Mellan, Citibank, Morgan Stanley, Goldman Sachs भी बिटकॉइन में लेन देन करने लगे है. वही एक समय था जब इस तरह के बड़े बड़े बैंक बिटकॉइन के खिलाफ थे.
एक और कारण है बिटक्वाइन की ओर से लोगों के झुकाव का. मौजूदा वक्त में महंगाई के खिलाफ लड़ने के लिए आम आदमी के पास बिटकॉइन बढ़िया हथिया है. क्योंकि डॉलर या दूसरी किसी भी पारंपरिक करेंसी की तुलना में इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसे एक लिमिट तक ही बनाया जा सकता है. सरकारें इसकी कीमत को चाहकर भी कम नहीं कर सकती है न ही कोई भी सेंट्रल बैंक इसे छाप सकता है.
इसीलिए वॉल स्ट्रीट के बड़े खिलाड़ी (ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट) महंगाई के खिलाफ इसका इस्तेमाल कर रहे है. इससे पहले गोल्ड को महंगाई के खिलाफ हेजिंग का सबसे बढ़िया निवेश माना जाता था लेकिन इस साल सोने के दाम गिरे हैं. वहीं बिटक्वाइन ( Bitcoin) की कीमत 130 फीसदी बढ़ी है.
क्या है Bitcoin का भविष्य
वैसे तो दुनिया भर के जानकार कहते हैं कि जैसे-जैसे बड़ी संस्थाएं और बैंक इसका इस्तेमाल शुरू करेंगे वैसे-वैसे इस पर भरोसा क़ायम होगा. क्योंकि भारत में 100 रुपये के नोट की छपाई में सिर्फ़ 1.51 रुपये का खर्च आता है, तो बाकी रकम कहां से आती है? जवाब है-भरोसा. नोट पर आरबीआई गवर्नर के सिगनेचर के साथ-साथ उस पर धारक को 100 रुपये अदा करने का वचन होता है. अगर ये नहीं हो तो 100 रुपये का नोट सिर्फ एक कागज़ है. भारतीय सरकार इसके लिए नियम बनाने की तैयारी में है. पिछले दिनों RBI-SEBI और वित्त मंत्रालय ने इसको लेकर कई अहम बैठक की है.
इस समय सरकारों के सामने कई बड़े चैलेंज है. सरकारों का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी के साथ एक ख़तरा ये भी है कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जाएगा और इनका इस्तेमाल तस्कर और आतंकवादी करेंगे.
बिटकॉइन और एथेरियम का इस्तेमाल क्या है? (Bitcoin and Ethereum Uses)
Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program“.
बिटकॉइन और एथेरियम का कोई इस्तेमाल नहीं है ! यह कहीं इस्तेमाल नहीं होता ,यह एक जुआ है,यह एक बबल है जो कभी भी फट जाएगा और ऐसी ही बहुत सी बातें करते हुए लोग आपको मिल जाएंगे।क्रिप्टो बाजार में आज हर वह व्यक्ति जिसे क्रिप्टो की थोड़ी सी भी जानकारी हो गयी है वह अपना कॉइन निकल रहा है और जब उस से पूछा जाता है की उसने यह कॉइन या टोकन क्यों बनाया और इसका क्या इस्तेमाल है या होगा तो वह कहते हैं की बिटकॉइन और एथेरियम का क्या इस्तेमाल है? कुछ भी नहीं यह तो बस ट्रेड के लिए काम आता है बस इतना ही।
आइए इस विषय पर गहराई से बात करते हैं और देखते हैं की क्या सही में बिटकॉइन और एथेरियम का कोई इस्तेमाल नहीं हैं ?
2009 में जब बिटकॉइन की शुरुआत की गई और इसका श्वेत पत्र (वाइट पेपर) बनाया गया तो उसमें सबसे ऊपर लिखा गया था पेअर तो पेअर इलेक्ट्रॉनिक कॅश सिस्टम।फिर सातोशी नकामोटो ने जनवरी 2009 में बिटकॉइन का पहला ब्लॉक बनाया और 50 बिटकॉइन रिवॉर्ड को निकाला और 12 जनवरी हाल फिन्नी(Hal Finney) वह पहले व्यक्ति थे जिन्हें सबसे पहला बिटकॉइन ट्रांसफर किया गया।अब प्रश्न है की यह लेनदेन क्यों किया गया?हाल फिन्नी का क्रिप्टो में बहुत बड़ा योगदान रहा है इसके लिए आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं
https://en.wikipedia.org/wiki/Hal_Finney_(computer_scientist)।बिटकॉइन को कई तकनीकों के मिश्रण से बनाया गया है और यह संभव है की हाल फिन्नी को उनकी तकनीक बिटकॉइन को बनाने के लिए इस्तेमाल करने के बदले में शुरुआती बिटकॉइन दिया गया हो।यहाँ से शुरू होती है बिटकॉइन के इस्तेमाल की कहानी क्योंकि हम किसी को दो मुख्य कारणों से पैसा देते हैं- पहला जब हम किसी से कोई उत्पाद खरीदते हैं और दूसरा जब हम किसी की कोई सेवा खरीदते हैं।तो पहला बिटकॉइन जो हाल फिन्नी को दिया गया वह था उनकी सेवा या उनके द्वारा बनाई गई तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए।17 मार्च 2010 में bitcoinMarke.com पहली क्रिप्टो एक्सचेंज बनी जहां से बिटकॉइन को ख़रीदा बेचा जा सकता था।इसके ठीक पांच दिन बाद 22 मई 2010 के दिन Laszlo Hanyecz वह पहले व्यक्ति बने जिन्होंने पिज़्ज़ा खरीदने के बदले 10,000 बिटकॉइन दिया जिसे बिटकॉइन पिज़्ज़ा डे के तौर पर हर साल मनाया जाता है।
विटालिक बुटेरिन जो आज एथेरियम के संस्थापक के तौर पर जाने जाते हैं उन्होंने जब बिटकॉइन के बारे में जाना और समझा तो वह बिटकॉइन चैट फोरम पर एक व्यक्ति से मिले जिसने विटालिक को अपनी वेबसाइट पर बिटकॉइन के बारे में ब्लॉग लिखने के लिए कहा और इसके बदले में विटालिक को 5 बिटकॉइन मिलते थे यानि सेवा के बदले जो कीमत दी जा रही थी वह बिटकॉइन में है।इस बीच बिटकॉइन की कई एक्सचैंजेस शुरू हुई जहां पर बिटकॉइन को ट्रेड किया जा सकता था।आज कॉइन मार्किट कैप पर 320 क्रिप्टो एक्सचेंज लिस्ट हैं और न जाने कितनी एक्सचेंज ऐसी हैं जो अभी यहाँ लिस्ट नहीं हैं।कॉइन मार्किट कैप का कुल वॉल्यूम आज की डेट में 324,436,484,406 डॉलर का है और यह सब बिटकॉइन के इस्तेमाल से ही है।अगर हम सिर्फ बिटकॉइन के मार्किट कैप की बात करें तो यह 190,285,321,987 डॉलर का है जो कई देशो की शेयर Bitcoin का इस्तेमाल क्या है मार्किट से कही ज्यादा है।
बात सिर्फ एक्सचेंज पर ट्रेडिंग की ही नहीं है,अगर आप इस्तेमाल की बात करे तो आप बिटकॉइन से आज एटीएम द्वारा कई देशों की मुद्रा भी निकल सकते हैं।सारी दुनिया में बिटकॉइन की हज़ारो बिटकॉइन मशीने लगी हैं। Coca-Cola Amatil’s नेटवर्क के द्वारा आप ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में 2000 मशीनों से बिटकॉइन द्वारा पेमेंट दे कर कोका कोला ले सकते हैं।बहुत सी ब्लॉकचेन और क्रिप्टो की सेवाएं देने वाली कम्पनियां अपने कर्मचारियों को बिटकॉइन या दूसरी ट्रेड की जाने वाली क्रिप्टो को वेतन के तौर पर दे रही हैं। क्रिप्टो मीडिया और क्रिप्टो यूट्यूबर किसी भी कंपनी के लिए आर्टिकल या वीडियो के लिए पैसा भी क्रिप्टो में ही ले रहे हैं जिसमें बिटकॉइन और एथेरियम सबसे ऊपर है।
ईथर की बात करें तो विटालिक ने बिटकॉइन की ब्लॉकचेन की कुछ कमियों को दूर करने के लिए एथेरियम की ब्लॉकचेन को बनाया जहां पर ट्रांजक्शन तेज है और साथ ही स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के द्वारा भी बहुत कुछ किया जा सकता है।इस ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करने के बाद कोई भी अपना टोकन बना सकता है।अगर सिर्फ एथेरियम की बात करें तो कॉइन मार्किट कैप पर यह पहले नंबर का ऑल्ट कॉइन है जिसका मार्किट कैप 36,766,727,254 डॉलर का है।किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेड के लिए बिटकॉइन के साथ साथ एथेरियम का पेअर होता ही है।आज वित्य संस्थानों का खरबो रुपया क्रिप्टो बाजार में लगा हुए है।एथेरियम की ब्लॉकचेन आज बाजार में नंबर एक है जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के बाद अब Defi क्रिप्टो बाजार का नया प्रोडक्ट है और लगभग सभी DeFi प्रोजेक्ट एथेरियम की ब्लॉकचेन का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। इस्तेमाल की बात करें तो बिटकॉइन और एथेरियम निवेश के तौर पर हर एक क्रिप्टो निवेशक की पहली पसंद हैं। https://www.xceltrip.com/ और https://travelbybit.com/ के जैसे कई और प्लेटफार्म हैं जहां पर आप बिटकॉइन एथेरियम के अलावा भी कई और क्रिप्टो का इस्तेमाल होटल और हवाई यात्रा की बुकिंग के लिए कर सकते हैं।
आज अगर आप भारत देश की ही बात करें तो क्रिप्टो में ट्रेड करने के बाद लोग अपनी जीविका चला रहे हैं। बैंगलोर ,पूना,हैदराबाद ,गुरुग्राम और नॉएडा जैसे शहर ब्लॉकचेन और क्रिप्टो प्रोजेक्ट को बनाने और सेवाएँ देने का मुख्य आकर्षण बन गए हैं। यहाँ पर आईटी से पास हुए बच्चे हर महीने लाखों के पैकेज पर काम कर रहे हैं और इन्हें भी वेतन क्रिप्टो में दिया जाता है।आने वाले समय में जैसे जैसे लोगों को इस तकनीक के बारे में पता चलेगा वैसे वैसे क्रिप्टो का इस्तेमाल बढ़ता ही जाएगा।आपको याद होगा जब कम्पयूटर की शुरुआत हुई थी तो लोग इसे लेकर काफी असहज और Bitcoin का इस्तेमाल क्या है शंकाए पाले हुए थे।ऐसे ही ऑनलाइन पंजीकरण और शोपिंग को ले कर पहले बहुत कठिनाई महसूस होती थी।क्या आज कम्पयूटर के बिना आप अपनी जिंदगी की कल्पना कर सकते हैं? ऐसा ही कुछ क्रिप्टो के साथ हो रहा है और जल्द ही आप सभी इसके लिए तैयार हो जाएंगे।
क्या अब भी किसी को यह शक है की बिटकॉइन और एथेरियम का इस्तेमाल क्या है ? अगर आपको कोई यह पूछे तो उसको यह आर्टिकल जरूर पढ़ने के लिए दें।
WazirX Warrior: Cryptonewshindi
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2022 में बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टमेंट पर मिलेगा जोरदार रिटर्न अगर फॉलो करेंगे ये बुनयादी बातें
इक्विटी के साथ क्रिप्टो निवेशकों के लिए 2021 बहुत अच्छा साबित हुआ है। कुछ क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में तो 5,000 से 7,000% तक की वृद्धि हुई है जिससे निवेशकों को रिकॉर्ड तोड़ रिटर्न मिला। बिटकॉइन और.
इक्विटी के साथ क्रिप्टो निवेशकों के लिए 2021 बहुत अच्छा साबित हुआ है। कुछ क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में तो 5,000 से 7,000% तक की वृद्धि हुई है जिससे निवेशकों को रिकॉर्ड तोड़ रिटर्न मिला। बिटकॉइन और एथेरियम जैसे ब्लूचिप क्रिप्टो में 2021 में 35-40% की वृद्धि हुई। बिटकॉइन की कीमतें अप्रैल में 51 लाख रुपये तक पहुंच गई थी लेकिन पर्यावरण पर प्रभाव को लेकर एलन मस्क के ट्वीट और चीन के क्रिप्टो ट्रेडिंग पर नियमों में सकती करने से इसमें तेजी से गिरावट आई थी। अभी बिटकॉइन की कीमत 39.91 लाख रुपए पर है, जो साल की शुरुआत की तुलना में लगभग 32% अधिक है।
2022 में क्या उम्मीद करें
क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य बहुत कुछ सरकारी नीतियों पर निर्भर करेगा। क्रिप्टो के लिए दुनिया के सबसे बड़े बाजार चीन ने सितंबर में सभी लेनदेन पर प्रतिबंध लगा दिया था। विश्लेषकों का कहना है कि जैसे-जैसे ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग बढ़ेगा, चीन इसमें अलग-थलग पड़ेगा। भारत में, सरकार क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग और व्यापार को रेगुलेट करने के लिए कानून पर काम कर रही है। बिल के तहत भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने का सुझाव है। यह अंतर्निहित प्रौद्योगिकी और इसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कुछ चीज़ो को अनुमति देगा।
क्रिप्टो में निवेह से पहले जानने के बुनियादी नियम
कितना निवेश करें- पिछले कुछ महीनों में कई क्रिप्टोकरेंसी में 5,000-6,000% की वृद्धि हुई है। लेकिन आपको पता होना चाहिए निवेश उतना ही करना चाहिए जिसमे नुकसान होने पर भी आप परेशान न हों। आदर्शतौर पर कुल पोर्टफोलियो का 10-15% से अधिक क्रिप्टो में न रखें।
अस्थिरता को सहना सीखें- क्रिप्टो एक हाई रिस्क गेम है और निवेशकों को अस्थिरता को समझना चाहिए। इसमें रातों रात 70-80% की गिरावट की आशंका होती है। बिटकॉइन जैसा ब्लूचिप क्रिप्टो की भी कीमतें अस्थिर रहती हैं। इस बाजार में तभी प्रवेश करें जब आप अत्यधिक अस्थिरता को सहम कर सकते हों।
ट्रेड के लिए प्लेटफॉर्म सही चुनें- भारत में क्रिप्टो रेगुलेटेड नहीं है और हर दिन नए प्लेटफार्म आ जाते हैं ऐसे में भरोसेमंद प्लेटफॉर्म के माध्यम से निवेश करें ताकि कोई झटका लगने या प्रमोटर कंपनी के नीचे जाने पर आपका पैसा न फंसे।
अटकलों के आधार पर निवेश न करें- क्रिप्टो में विश्वनीय डाटा की कमी है। निवेशक काफी हद तक सोशल मीडिया पर असत्यापित जानकारी पर निर्भर हैं। यहाँ वह अक्सर किसी न किसी जाल में फंस जाते हैं।
बड़े क्रिप्टो करेंसी पर ध्यान दें- अस्पष्ट करेंसी केवल इसलिए खरीदने के प्रलोभन में न आएं क्योंकि उनकी कीमत बहुत कम है। बड़ी करेंसी महँगी हों सकती है लेकिन अधिक स्थिर होती है।