एक मुद्रा कैरी ट्रेड की मूल बातें

बिटकॉइन का उपयोग क्यूँ किया जाता है

बिटकॉइन का उपयोग क्यूँ किया जाता है
What Is Bitcoin Mining: क्रिप्टो माइनिंग में कजाखस्तान ऐसे बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश, जानिए कितना कमा सकते हैं इस बिजनस से!

What Is Bitcoin Mining: क्रिप्टो माइनिंग में कजाखस्तान ऐसे बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश, जानिए कितना कमा सकते हैं इस बिजनस से!

What Is Bitcoin Mining: पिछले साल चीन ने अचानक से क्रिप्टोकरंसी माइनिंग (Cryptocurrency Mining) पर पाबंदी लगा दी। कजाखस्तान ने मौके का फायदा उठाते हुए क्रिप्टो माइनिंग शुरू कर दी। आज कजाखस्तान में बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining) का बिजनस खूब फल फूल रहा है। इसकी दो बड़ी वजहे हैं। पहली ये कि वहां बिजली सस्ती है और दूसरी ये कि वहां सरकार की नीतियां बिटकॉइन माइनिंग के समर्थन में हैं।

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What Is Bitcoin Mining: क्रिप्टो माइनिंग में कजाखस्तान ऐसे बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश, जानिए कितना कमा सकते हैं इस बिजनस से!

कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग से खूब कमा रहे लोग

मर्दों के रसूख वाले क्रिप्टो माइनिंग के कारोबार में एक महिला मोल्दिर शुभायेवा ने एंट्री मारकर एक मिसाल कायम की है। मोल्दिर शुभायेवा पिछले करीब 4-5 सालों से क्रिप्टो माइनिंग का बिजनस कर रही हैं। वह अपने काम के लिए कितनी समर्पित हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि कई बार वह अधिक काम होने के चलते दफ्तर में ही सो जाती हैं। करीब 5 साल पहले बिटकॉइन माइनिंग में उनकी दिलचस्पी बढ़ी। इसके बाद उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर घर में ही बिटकॉइन माइनिंग की। नतीजे अच्छे मिले तो उसे बड़े लेवल पर करने की सोची और आज वह बिटकॉइन माइनिंग से खूब कमाती हैं। उन्हीं की तरफ बहुत सारे लोग कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग के जरिए खूब कमा रहे हैं।

कजाखस्तान में क्यों फल-फूल रहा है क्रिप्टो माइनिंग बिजनस

आज के वक्त में कजाखस्तान बिटकॉइन माइनिंग में 18 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग के बिजनस ने 2019 में तेजी पकड़ी। कजाखस्तान में इस बिजनस के फलने-फूलने की दो वजहें हैं। पहला तो ये कि वहां बिजली सस्ती है, दूसरा ये कि सरकार की नीतियां इसके खिलाफ नहीं हैं। हालांकि, अधिक बिजली के लिए अधिक कोयला जल रहा है, जिससे प्रदूषण खूब फैल रहा है। कजाखस्तान में तेजी से बढ़ी क्रिप्टोमाइनिंग से कंप्यूटर और खासकर ग्राफिक्स कार्ड की तगड़ी मांग पैदा हुई।

क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग?

माइनिंग का नाम सुनते ही सबसे पहले सोने, हीरे या कोयले की खुदाई का ख्याल मन में आता है। क्रिप्टो माइनिंग या बिटकॉइन माइनिंग का मतलब पजल्स को सॉल्व करके नई बिटकॉइन बनाना है। चलिए थोड़ा आसान भाषा में समझते हैं। जिस तरह हम किसी को पैसे भेजने को लिए कोई ट्रांजेक्शन करते हैं तो वह पहले बैंक के पास जाती है और फिर बैंक उसे वैलिडेट कर के आगे भेजता है। क्रिप्टोकरंसी के मामले में कॉइन भेजने वाले उसे रिसीव करने वाले के बीच में बैंक जैसा कुछ नहीं होता है, बल्कि सिर्फ कंप्यूटर्स होते हैं। इन कंप्यूटर्स को कुछ लोग चलाते हैं, जिसके जरिए हर ट्रांजेक्शन वैलिडेट होती है। उनकी इस मेहनत के बदले उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं। इसे ही बिटकॉइन माइनिंग कहते हैं। अन्य क्रिप्टोकरंसी में भी इसी तरह माइनिंग होती है।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को भी आसान भाषा में समझें

जब कोई शख्स किसी दूसरे शख्स को क्रिप्टोकरंसी भेजता है, तो वह ट्रांजेक्शन कंप्यूटर्स के पास जाती है। इनके जरिए क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन को वेलिडेट किया जाता है और इन्हें डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में शामिल किया जाता है। यह सारी ट्रांजेक्शन एक ब्लॉक में दर्ज होती हैं और इस ब्लॉक की साइज करीब 1 एमबी की होती है। जब एक ब्लॉक भर जाता है तो उसे ब्लॉक कर के नया ब्लॉक बनाया जाता है और नए ब्लॉक को पहले वाले ब्लॉक से जोड़ा जाता है। यह सारे ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े रहते हैं, जिससे एक चेन सी बन जाती है। इसी वजह से इसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कहा जाता है।

माइनर्स निभाते हैं अहम भूमिका

डिजिटल करेंसी की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को आसानी से मैनिपुलेट किया जा सकता है। यही वजह है कि बिटकॉइन के डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में केवल मान्यता प्राप्त माइनर्स को ही डिजिटल लेजर में ट्रांजैक्शंस अपडेट करने की अनुमति है। इस तरह यह सुनिश्चित करना माइनर्स का काम है कि नेटवर्क पर डबल स्पेंडिंग न हो। इसी वजह से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है, जिसमें पूरी चेन में जुड़े हर कंप्यूटर पर जानकारी मौजूद होती है, जिससे यह तकनीक बेहद सुरक्षित बन जाती है।

यूं होती है माइनिंग से कमाई

नेटवर्क को सुरक्षित रखने के लिए माइनर्स को इनाम के तौर पर नए कॉइन दिए जाते हैं। चूंकि डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर्स में कोई केंद्रीय अथॉरिटी नहीं है, इसलिए ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करने के लिए माइनिंग प्रोसेस बहुत अहम है। केवल मान्यता प्राप्त माइनर्स को ही डिजिटल लेजर में ट्रांजैक्शंस अपडेट करने की इजाजत है। इसके लिए प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) consensus protocol बनाया गया है। PoW नेटवर्क को बाहरी हमलों से भी बचाता है।

एडवांस मशीनों की होती है जरूरत

क्रिप्टो माइनिंग एक तरह से बहुमूल्य धातुओं की माइनिंग की तरह है। जिस तरह सोना, चांदी या हीरे को निकाला जाता है, उसी तरह क्रिप्टो माइनर्स सर्कुलेशन में नए कॉइन रिलीज करते हैं। इसके लिए ऐसी मशीनों को काम पर लगाया जाता है जो गणित के जटिल समीकरणों को सुलझाते हैं। इन समीकरणों की जटिलता लगातार बढ़ती ही जा रही है। समय के साथ-साथ माइनर्स ने PoW को सुलझाने के लिए ज्यादा एडवांस्ड मशीनों को लगाया है। माइनर्स के बीच प्रतिस्पर्द्धा बढ़ने से क्रिप्टोकरेंसी की कमी भी बढ़ी है।

कौन कर सकता है माइनिंग?

क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग के लिए ऐसे कम्प्यूटर चाहिए, जिनमें जटिल क्रिप्टोग्राफिक मैथमेटिक इक्वेशंस को सॉल्व करने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर हो। बिटकॉइन के शुरुआती दिनों में इसे होम कम्प्यूटर से एक सिंपल सीपीयू चिप से माइन किया जा सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं रह गया है। आज इसके लिए स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसे चौबीसों घंटे भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन के साथ जोड़े रखना पड़ता है। हर क्रिप्टो माइनर के लिए ऑनलाइन माइनिंग पूल का मेंबर होना जरूरी है।

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग के क्या हैं फायदे और नुकसान, सब कुछ जानें

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.

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gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2021,
  • (Updated 14 नवंबर 2021, 11:59 AM IST)

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग

क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी

यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी

देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.

मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध

क्रिप्टोकरेंसी के उदय और इसके नए युग के ब्लॉकचेन-आधारित तंत्र ने व्यापारियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों को शुरुआत में ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया था. हालांकि, वर्चुअल मीडियम से पैसे खर्च करने में उन लोगों को थोड़ी परेशानी आती है जो खर्चे के लिए नकद या नोट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हाल के दिनों में, लोगों को बिटकॉइन और ऐसे अन्य डिजिटल सिक्कों को दिन-प्रतिदिन इस्तेमाल में मदद करने के लिए नई सेवाओं और प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई है.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग को लेकर लोगों के मन में कई संशय होते हैं, क्योंकि डिजिटल सिक्के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं होते हैं. एक्सचेंज कंपनियां और फर्म जो डिजिटल मुद्रा के प्रबंधन की सेवाएं प्रदान करती हैं, तकनीकी रूप से बैंक की तरह काम नहीं करती. क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.

क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग का मुख्य लाभ यह है कि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को किसी भी अन्य मुद्रा की तरह डिजिटल कॉइन बैलेंस का उपयोग करने की अनुमति देता है. आप चाहें तो इसे निवेश के रूप में रखने के बजाय, दिन-प्रतिदिन निकासी और खरीदारी करने के लिए नकद की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है. क्रिप्टो डेबिट कार्ड जिसे आमतौर पर बिटकॉइन डेबिट कार्ड के रूप में जाना जाता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म द्वारा जारी किए जाते हैं. ये प्रीपेड डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.

यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी

इन कार्ड्स में क्रिप्टोकरेंसी डाल कर ऑनलाइन और इन-स्टोर खरीदारी में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर क्रिप्टो कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्तियों को एक खाता या डिजिटल वॉलेट बनाने की आवश्यकता होती है. कुछ प्लेटफॉर्म के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी(Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उपयोग करके अपनी पहचान को वैलिडेट करने की आवश्यकता होती है.

Cryptocurrency: निजी क्रिप्टोकरेंसी क्या है? क्यों सरकार ने की इसको लेकर टेढ़ी निगाहें, जानें सबकुछ

भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी (private cryptocurrencies) को प्रतिबंधित किया जा सकता है।

Image: Shutterstock

खबर है कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी ( cryptocurrencies) को लेकर संसद में एक विधेयक पेश करने वाली है। कुछ को छोड़कर भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी (private cryptocurrencies) को प्रतिबंधित किया जा सकता है। इस खबर के साथ ही सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी पिछले कुछ घंटों में नीचे की ओर आने लगी। केंद्र सरकार अपना नया क्रिप्टोकरेंसी लाने की भी योजना बना रही है।

केंद्र अब भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण के लिए एक अनुकूल ढांचा बनाने की योजना बना रहा है। 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021' आगामी शीतकालीन सत्र में संसद में पेश किए जाने की योजना है।

निजी क्रिप्टोकरेंसी टोकन

हाल ही में, क्रिप्टोकरेंसी की मांग तेजी से बढ़ी है। जबकि 2021 में बड़ी संख्या में नए क्रिप्टो निवेशक बाजार में आए, एथेरियम, बिटकॉइन और शीबा इनु जैसे कई सिक्कों ने उनके नाम का फायदा उठाया। ब्लॉकचेन तकनीक बिटकॉइन जैसे सिक्कों का उपयोग सुरक्षित और गुमनाम होने के लिए करती है। इनमें से कुछ सिक्के लेनदेन के मामले में अधिक निजी होते हैं। कुछ प्रमुख निजी करेंसी उपयोगकर्ताओं की पहचान और गतिविधियों को छुपाकर रखते हैं।

Monero (XMR): मोनेरो एक लोकप्रिय टोकन है जो मुख्य रूप से उपयोगकर्ताओं को गुमनाम करने में मदद करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। कई अन्य टोकन की तुलना में एक्सएमआर में लेनदेन का पता लगाना मुश्किल है क्योंकि वे रिंग सिग्नेचर का उपयोग करते हैं। ये विधियां किसी भी प्रकार के लेनदेन के लिए उपयोगकर्ता की पहचान छुपाकर सुरक्षित बबल प्रदान करती हैं। CoinMarketCap के अनुसार 24 नवंबर को सुबह 9:30 बजे तक XMR 240.68 अमेरिकी डॉलर पर कारोबार कर रहा था।

Dash coin: डैश एक और क्रिप्टोक्यूरेंसी है जो अपने उपयोगकर्ताओं को गुमनामी प्रदान करता है। डैश सिक्का अपने व्यापारियों को लेनदेन निजी हैं या नहीं यह चुनने की अनुमति देता है। इसकी PrivateSend सुविधा उपयोगकर्ताओं को कुछ देशों के नियामक मानकों के खिलाफ सिक्कों का उपयोग करते समय सुरक्षित रहने की अनुमति देता है।CoinMarketCap के अनुसार 24 नवंबर को सुबह 9:30 बजे तक डैश 192.56 अमेरिकी डॉलर पर कारोबार कर रहा था।

Zcash (ZEC): Zcash खुद को मार्केट लीडर बिट कॉइन की तुलना में अधिक उन्नत टोकन होने का दावा करता है। अपनी बढ़ी हुई सुरक्षा और गोपनीयता सुविधाओं को रेखांकित करते हुए, ZEC दुनिया में डिजिटल मुद्रा का सबसे सुरक्षित रूप होने का दावा करता है। जीरो-नॉलेज प्रूफ क्रिप्टोग्राफिक टूल को लागू कर प्रतिभागियों को लेनदेन को ढालने का विकल्प प्रदान करता है। ZEC को सही मायने में सर्वश्रेष्ठ निजी क्रिप्टोकरेंसी में से एक माना जाता है। CoinMarketCap के अनुसार, 24 नवंबर को सुबह 9:30 बजे तक Zcash USD 256.42 पर कारोबार कर रहा था।

Verge (XVG): Verge अभी तक एक और निजी सिक्का है जो उपयोगकर्ता की पहचान छुपाता है। हालांकि, XVG उपयोगकर्ताओं की पहचान की सुरक्षा के लिए क्रिप्टोग्राफ़िक तकनीकों के बजाय द ओनियन राउटर (टीओआर) और अदृश्य इंटरनेट प्रोजेक्ट (I2P) की मौजूदा और परीक्षण की गई तकनीक का उपयोग करता है। CoinMarketCap के अनुसार 24 नवंबर को सुबह 9:30 बजे तक Verge USD 0.02464 पर कारोबार कर रहा था।

Beam: ये एक टोकन है जो मुख्य विशेषताओं के साथ सुरक्षा पर बहुत अधिक केंद्रित है जिसमें उपयोगकर्ता की गोपनीयता पर पूर्ण नियंत्रण शामिल है। बीम पर सभी लेन-देन का डिफ़ॉल्ट रूप से निजी होने का दावा किया जाता है। ब्लॉकचेन कोई पता या अन्य निजी जानकारी संग्रहीत नहीं करता है।

अधिक निजी क्रिप्टोकरेंसी

  • Grin
  • Horizen (ZEN)
  • ByteCoin (BCN)
  • Firo (FIRO)
  • Super Zero Protocol (SERO)
  • BTCX India
  • UCoin
  • Delta

बिटकॉइन जैसे बड़े सिक्के अधिकारियों द्वारा आसानी से खोजे जा सकते हैं, ऊपर बताए गए निजी सिक्के डेटा को सुरक्षित रखने का दावा करते हैं। सभी शीर्ष निजी सिक्के कई हैकिंग प्रयासों को भी रोकते हैं। हालांकि, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और नियामकों द्वारा ऐसे सिक्कों के बड़े लेन-देन किए जाने वाले लोगों की जांच कर सकता है। बड़े लेनदेन करते समय पहचान छिपाकर रखना चिंता का विषय है। भारत सरकार अब इन सिक्कों पर प्रतिबंध लगाने और आरबीआई के डिजिटल पैसे को स्थापित करने पर विचार करेगी।

Bitcoin Kya hota hai?

चलिए हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से आप लोगों को इसके बारे में विस्तार से बताएंगे की Bitcoin का क्या महत्व है और इससे कैसे आप आप पैसा कमा सकते हैं?

Bitcoin Kya hota hai

बिटकॉइन एक तरह से डिजिटल करेंसी है । इसको वर्चुअल यानि आभासी मुद्रा भी कहा जाता है । यह अन्य मुद्रा से भिन्न इसलिए है क्योंकि इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं है । इसको आप सिर्फ आभास कर सकते हैं । यह एक ऐसी मुद्रा है जिसको न आप छु सकते हैं और न ही देख सकते हैं । बाकी currencies को तो आप देख सकते हैं और महसूस कर सकते हैं जैसे-Rupee और dollar.

Bitcoin का आविष्कार सन 2009 में Satoshi Namakato ने किया था । इसके बाद से यह काफी लोकप्रिय होता गया। आप इसको अनलाइन अपने wallet में स्टोर करके रख सकते हैं । यह एक विकेंद्रिकीत मुद्रा है जिसको कंट्रोल करने के लिए कोई सिस्टम या संस्था नहीं है जैसे अन्य मुद्राओं के लिए है बैंक आदि । इसका कोई मालिक नहीं होता है । Bitcoin Kya hota hai

Bitcoin का प्रयोग क्यों किया जाता है?

इसका प्रयोग हम आनलाइन पेमेंट करने के लिए करते हैं ।लोग एक दूसरे के साथ बिटकॉइन के माध्यम से बिना किसी क्रेडिट कार्ड,डैविट कार्ड या बैंक के माध्यम से आसानी transaction करते हैं । उनको किसी प्रकार की दिक्कत भी नहीं होती है । इससे आप आराम से अनलाइन हर चीज खरीद बिक्री कर कर सकते हैं । Bitcoin Kya hota hai

अब तो जैसे जैसे इंटरनेट दुनियाँ पर अपनी पकड़ बढ़ा रहा है वैसे-वैसे बिटकॉइन के विस्तार का भी मार्ग प्रशस्त हो रहा है और इसका प्रयोग ज्यादातर अनलाइन डेवलपर्स,नॉन प्रॉफ़िट ऑरगेनाइजेसन और इन्टरप्रीन्यौर वर्ग के लोग बहुत तेजी से कर रहे है। अतः इसका दर्जा ग्लोबल लेवल पर बढ़ता जा रहा है ।

बिटकॉइन वॉलेट क्या होता है?

जैसा बिटकॉइन का उपयोग क्यूँ किया जाता है की हमने आप लोगों को ऊपर ही बता दिया है की बिटकॉइन एक प्रकार की आभासी डिजिटल मुद्रा होती है अतः इसको ना हम छु सकते हैं और नाहीं घर में रख सकते हैं । इसको हम सिर्फ इलेक्ट्रानिक्ली स्टोर कर सकते हैं । इसके लिए एक वॉलेट होता है जो कई प्रकार का होता है जैसे-मोबाइल वॉलेट,डेस्कटॉप वॉलेट,हार्डवेयर वॉलेट और ऑनलाइन बेस्ड वालेट। Bitcoin Kya hota hai

इनमें किसी में भी जाकर आप अपना अकाउंट बना सकते हैं । नॉर्मली देखा गया है की जहाँ भी हम अकाउंट बनाते हैं तो हमें एक अड्रेस के रूप में ‘यूनिक आईडी’ मिल जाती है । ये यूनिक आईडी आपको हमेशा याद रखना है और जब भी आप बिटकॉइन कमाएं आप इस कमाए गए बिटकॉइन को ऑनलाइन ही अपने वॉलेट आकॉउन्ट में इस यूनिक आईडी के माध्यम से स्टोर कर सकते हैं ।

जब भी आप बिटकॉइन खरीदना या बेचना चाहते हैं तो इस वालेट की हमेशा जरूरत पड़ेगी । एक बात का और ध्यान रखें की जब भी आप बिटकॉइन बेच रहे हैं तो उसके बदले आपको जो भी पैसा मिलता है उसको आप चाहें तो इस वॉलेट से अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवा सकते हैं ।

बिटकॉइन ब्लॉक चयन क्या होता है?

जिस प्रकार हम आप नॉर्मली अनलाइन खरीद बिक्री करते हैं,ट्रांजेकसन करते हैं,पेमेंट ट्रांसफर करते हैं या पेमेंट मंगाते हैं तो इन सब का रिकार्ड बैंक के पास होता है एक स्टेटमेंट के रूप में । आपको जब रिकार्ड चाहिए तो आप बैंक जाकर या अनलाइन चेक कर पाते हैं ।

क्या आपने काभी विचार किया है की जब बिटकॉइन का कोई मालिक नहीं है तो इसका रिकार्ड कहाँ मिलेगा? आपको बता दें की इसके द्वारा किए गए transaction का रिकार्ड एक पब्लिक लेजर(अकाउंट)में स्टोर होता है । इसे ही Bitcoin Blockchain कहा जाता है । Bitcoin Blockchain ही पेमेंट के आदान प्रदान का प्रमाण बन जाता है । Bitcoin Kya hota hai

Bitcoin का रेट क्या होता है?

वैसे देखा जाए तो बिटकॉइन का रेट कभी फिक्स नहीं होता है । यह हमेशा कभी कम और अधिक होता रहता है । इसका प्रमुख कारण है की यह किसी अथॉरिटी द्वारा कंट्रोल नहीं किया जाता है ।जब डिमांड ज्यादा होती है तो इसका रेट बढ़ जाता है और जब डिमांड कम होती है तो इसका रेट घट जाता है । आज के समय में देखें तो एक बिटकॉइन का उपयोग क्यूँ किया जाता है बिटकॉइन की कीमत Rs. 2913800 के इंडियन रुपये के बराबर है और $40078 डॉलर के बराबर है । लेकिन यह कीमत याद रखें की हमेशा बदलता रहता है । Bitcoin Kya hota hai

ये रेट तो हमें आपको नॉर्मली बता दिया लेकिन जब भी आपको इसका रेट जानना है तो अपना गूगल ब्रॉउजेर ओपन करें और टाइप करें एक एक बिटकॉइन में कितने रुपये या डॉलर होते हैं तो गूगल तुरंत आपको इसके बारे में इनफार्मेशन दे देगा ।

बिटकॉइन का प्रयोग हम कहाँ-कहाँ कर सकते हैं?

  • दोस्तों बिटकॉइन का प्रयोग आप अनलाइन शॉपिंग के लिए कर सकते हैं ।
  • इसका यूज आप ग्लोबल लेवल पर भी पैसा भेजने और मंगाने के लिए कर सकते हैं ।
  • अगर आपको किसी को पेमेंट करना है तो इसका प्रयोग आसानी से अपने वॉलेट का प्रयोग करके कर सकते हैं ।
  • इसका प्रयोग पैसे कमाने के लिए भी कर सकते हैं ।
  • इसका प्रयोग आप खरीद-बिक्री के लिए भी कर सकते हैं ।

बिटकॉइन खरीदने के लिए जरूरी डॉक्युमेंट्स

अगर आप बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं तो आपके पास ये सब में से कोई डॉक्युमेंट्स होने चाहिए तभी आप आसानी से बिटकॉइन खरीद बिक्री कर सकते हैं । Bitcoin Kya hota hai

  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • वोटर आईडी कार्ड
  • फोन नंबर
  • बैंक अकाउंट

बिटकॉइन खरीदने के लिए कुछ आसान तरीका हम बताएंगे । इसकी खरीदारी आप इंडियन रुपये में कर सकते हैं। जैसे आप सोने की खरीदारी करते हैं वैसे ही आप इसको भी खरीद सकते हैं । आप आए दिन ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से खरीद बिक्री किए ही होंगे । इसकी खरीद बिक्री आप लोग वेबसाईट और मोबाईल एप के माध्यम से कर सकते हैं । हम आप लोगों के कुछ ऐसे पोपुलर वेबसाईट का नाम बताएंगे जिसके द्वारा आप लोग आसानी से इसकी खरीद बिक्री कर सकते हैं । Bitcoin Kya hota hai

आज हमने इस लेख में आपको बताया की bitcoin क्या होता है और इसकी क्या इम्पॉर्टन्ट है । आशा है की आप लोगों को ये लेख पसंद आया होगा अगर आपको बिटकॉइन माइनिंग के बारे में कुछ कमी लगी होगी या आपको समझ नहीं आया होगा तो आप जरूर कमेन्ट करके पूछें । दूसरे लेख में हमने बिटकॉइन के बारे में विस्तार से समझाया है आप उसको जरूर एक बार पढ़ें । Bitcoin Kya hota hai

क्या भारत में चलेगा बिटकॉइन, आरबीआई की मनाही के बाद कानून मंत्रालय की सिफारिश

 भारत में लागू होगा बिटकॉइन?

डॉलर और रुपये की खनक अपनी जेब में तो हम सब चाहते हैं लेकिन इन सिक्कों से भी बेशकीमती सिक्के की खनक आप सुन नहीं सकते। ये एक ऐसा सिक्का है जिसे छू तो नहीं सकते लेकिन जिसे मिल जाये वो मालामाल हो जाये। यह है बिटकॉइन।

देश में आरबीआई ने बैंकों पर बिटकॉइन से जुड़े सभी लेन-देन पर प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन फिर भी लोगों में इसे लेकर उत्सुकता बनी हुई है। आम लोग भले ही बिटकॉइन नहीं खरीद पा रहे हों लेकिन पैसे वाले भारतीय अभी भी इस में जम कर निवेश कर रहे है। जिन लोगों को बेसब्री से इंतजार था कि भारत में बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त फिर से जारी हो जाए उनके लिए उम्मीद जागी है क्योंकि कानून मंत्रालय ने बिटकॉइन को वैध करने का समर्थन किया है।


बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा या वरचुअल करंसी है। इसे आप एक डिजिटल वॉलेट में रखते हैं। ये एक ओपन सोर्स है जिसे कोई भी इस्तेमाल कर सकता है। ना दिखने वाले वॉलेट से आप खर्च कैसे करेंगे? तो ये बड़ा ही आसान है। आपके वर्चुअल मुद्रा को रुपये में बदल कर आपके बैंक अकाउंट में आप ट्रांस्फर कर सकते हैं। इससे लोगो को काफी मुनाफा भी हुआ था जैसे शेयर्स को बेचकर आप मुनाफा कमाते हैं।


ऑनलाइन शॉपिंग,दुनिया में कहीं भी और कहीं से भी मनी ट्रांस्फर, किसी भी तरह की पेंमेंट ,किसी भी तरह के ऑनलाइन बिजनेस में ,खरीद-फरोख्त के जरिए मुनाफा कमा सकते हैं।


अहम सवाल यह है कि अगर बिटकॉइन के इतने कथित फायदे हैं तो भारत सरकार ने इसे बैन क्यों किया? दरअसल बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी का इस्तेमाल टेरर फंडिंग, स्मगलिंग, ड्रग्स और
मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गैर कानूनी कार्यो में हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका ट्रांजेक्शन पूरी तरह से इन्क्रिप्टीड होता है। पैसा कहां से आ रहा है, किस कम्पनी में जा रहा है इसकी कोई जानकारी नहीं होती। तो किसी फर्जीवाड़े के स्थिति में जांच एजेन्सी या सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर सकती और अपराधी पकड़ में नहीं आ सकते। तो इस लिहाज से आरबीआई बिटकॉइन को चिट फंड से भी खतरनाक मानती है।


बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को नियंत्रण करने के लिए अब तक कोई नियामक संस्था नहीं है। न इस पर सरकार का नियंत्रण है और न ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया। इसके अलावा इस पर सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) का भी कोई कंट्रोल नहीं है।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिम भरा

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बहुत जोखिम भरा है क्योंकि इस वर्चुअल करेंसी में उतार-चढ़ाव बहुत ज्यादा है। इसपर किसी का नियंत्रण नहीं होने से इसमें बहुत ज्यादा उठापटक देखने को मिलती है। एक बिटकॉइन की कीमत डॉलर में गिनी जाती है। इसलिए इसका असर अमेरीकी बाजार से लेकर भारतीय बाजार में भी होता है। अमेरिकी निवेश बैंक जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जैमी डिमॉन ने बिटकॉइन के बारे में यहां तक कहा था कि ये दुनिया का सबसे बड़ा फ्रॉड है और इसमें निवेश करना बेवफूकी है।

बिटकॉइन को भारत में वैध करार देने वाले कानूनी सिफारिश का मसौदा कानून मंत्रालय ने तैयार कर लिया है और सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इस मामले पर अगली सुनवाई एक सितंबर को होगी और कोर्ट इस पर फैसला सुना सकती है।

डॉलर और रुपये की खनक अपनी जेब में तो हम सब चाहते हैं लेकिन इन सिक्कों से भी बेशकीमती सिक्के की खनक आप सुन नहीं सकते। ये एक ऐसा सिक्का है जिसे छू तो नहीं सकते लेकिन जिसे मिल जाये वो मालामाल हो जाये। यह है बिटकॉइन।

देश में आरबीआई ने बैंकों पर बिटकॉइन से जुड़े सभी लेन-देन पर प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन फिर भी लोगों में इसे लेकर उत्सुकता बनी हुई है। आम लोग भले ही बिटकॉइन नहीं खरीद पा रहे हों लेकिन पैसे वाले भारतीय अभी भी इस में जम कर निवेश कर रहे है। जिन लोगों को बेसब्री से बिटकॉइन का उपयोग क्यूँ किया जाता है इंतजार था कि भारत में बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त फिर से जारी हो जाए उनके लिए उम्मीद जागी है क्योंकि कानून मंत्रालय ने बिटकॉइन को वैध करने का समर्थन किया है।

बिटकॉइन है क्या


बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा या वरचुअल करंसी है। इसे आप एक डिजिटल वॉलेट में रखते हैं। ये एक ओपन सोर्स है जिसे कोई भी इस्तेमाल कर सकता है। ना दिखने वाले वॉलेट से आप खर्च कैसे करेंगे? तो ये बड़ा ही आसान है। आपके वर्चुअल मुद्रा को रुपये में बदल कर आपके बैंक अकाउंट में आप ट्रांस्फर कर सकते हैं। इससे लोगो को काफी मुनाफा भी हुआ था जैसे शेयर्स को बेचकर आप मुनाफा कमाते हैं।

अब जानते हैं बिटकॉइन का कहां-कहां इस्तेमाल कर सकते हैं?


ऑनलाइन शॉपिंग,दुनिया में कहीं भी और कहीं से भी मनी ट्रांस्फर, किसी भी तरह की पेंमेंट ,किसी भी तरह के ऑनलाइन बिजनेस में ,खरीद-फरोख्त के जरिए मुनाफा कमा सकते हैं।

बिटकॉइन पर क्यों लगा प्रतिबंध

बिटकॉइन


अहम सवाल यह है कि अगर बिटकॉइन के इतने कथित फायदे हैं तो भारत सरकार ने इसे बैन क्यों किया? दरअसल बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी का इस्तेमाल टेरर फंडिंग, स्मगलिंग, ड्रग्स और
मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गैर कानूनी कार्यो में हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका ट्रांजेक्शन पूरी तरह से इन्क्रिप्टीड होता है। पैसा कहां से आ रहा है, किस कम्पनी में जा रहा है इसकी कोई जानकारी नहीं होती। तो किसी फर्जीवाड़े के स्थिति में जांच एजेन्सी या सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर सकती और अपराधी पकड़ में नहीं आ सकते। तो इस लिहाज से आरबीआई बिटकॉइन को चिट फंड से भी खतरनाक मानती है।


बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को नियंत्रण करने के लिए अब तक कोई नियामक संस्था नहीं है। न इस पर सरकार का नियंत्रण है और न ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया। इसके अलावा इस पर सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) का भी कोई कंट्रोल नहीं है।

क्या खतरे हैं बिटकॉइन के

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिम भरा

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बहुत जोखिम भरा है क्योंकि इस वर्चुअल करेंसी में उतार-चढ़ाव बहुत ज्यादा है। इसपर किसी का नियंत्रण नहीं होने से इसमें बहुत ज्यादा उठापटक देखने को मिलती है। एक बिटकॉइन की कीमत डॉलर में गिनी जाती है। इसलिए इसका असर अमेरीकी बाजार से लेकर भारतीय बाजार में भी होता है। अमेरिकी निवेश बैंक जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जैमी डिमॉन ने बिटकॉइन के बारे में यहां तक कहा था कि ये दुनिया का सबसे बड़ा फ्रॉड है और इसमें निवेश करना बेवफूकी है।

बिटकॉइन को भारत में वैध करार देने वाले कानूनी सिफारिश का मसौदा कानून मंत्रालय ने तैयार कर लिया है और सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इस मामले पर अगली सुनवाई एक सितंबर को होगी और कोर्ट इस पर फैसला सुना सकती है।

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