Rsi indicator कैसे काम करता है

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Support and Resistance क्या होता है और कैसे काम करता है | Support and Resistance kya hota hai
आज हम जानें गे Support and Resistance trading strategy के बारे में जो की बहुत ज्यादा मह्त्वपूर्ण है किसी भी ट्रेडर के लिए। अगर आप ट्रेडिंग अभी पहली बार स्टार्ट कर रहे हो तो शायद आपको यह शब्द नया लग रहा होगा लकिन कोई बात नहीं आप हमारे पेज पे आये है, पूरा पढ़िए आपको सब समझ आ जाएगा।
Support and Resistance होता क्या है ?
Table of Contents
देखिये support मतलब से ही समझ आ रहा है, की किसी को मजबूती देना। सबसे पहले में आपको बता दू सपोर्ट के बारें में फिर resistance के बारें में जानते है।
देखिये ट्रेडिंग में आप किसी भी चार्ट को देखते है तो आपको दिखता है, एक कैंडल ऊपर से नीचे की ओर या नीचे से ऊपर की ओर जा रही होती है लकिन कुछ टाइम बाद वो एक sideway
में चलने लगती है जैसा की आपको इमेज में दिख रहा है।
अब जैसे की इस image में दिख रहा है की market नीचे से ऊपर की और आ रही है लकिन वो अचानक से नीचे आने लगती है लकिन पूरी तरह से नीचे नहीं आ पाती और आधा नीचे आने के बाद उसे support मिल जाता है और वो फिर से ऊपर जाने लगती है, लकिन जहा से वो नीचे आना start की थी वो वही तक जा पाती है क्योकि वहा पर मिलता है RESISTANCE जो मार्किट को नीचे की और धकेल देता है, ऐसा क्यों होता है यह भी जान लेजए, RESISTANCE के पास बैठे है SELLER जैसे ही मार्किट उनके पास पहुंचने लगती है वो तुरंत बड़ी मात्रा में SELL करना स्टार्ट कर देते है। यही SAME चीज़ सपोर्ट के साथ भी होता है वहा पर BUYER बैठे होते है, जो BUY करने लगते है जिससे की मार्किट ऊपर जाने लगती है। लकिन यहां पर ज्यादा देर तक sideway मार्किट नहीं रहती एक टाइम के आने के बाद market या तो support या resistance को तोड़ देती है जिससे की मार्किट तेज़ी से ऊपर या नीचे जाती है और यह एक सबसे बढ़िया टाइम होता है पैसा कमाने का।
Support and Resistance Indicator
इंडिकेटर, जो हमे बताये की मार्किट ऊपर जायेगा या नीचे, वैसे तो बहुत सारे इंडिकेटर है लकिन जो में खुद इस्तमाल करता हूँ और जो fit भेटते है इस सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्ट्रेटेजी में वही बताऊंगा आपको।
तो 2 इंडिकेटर्स है-
1. RSI Kaise Kaam Karta Hai?
दोस्तों यह एक ऐसा इंडिकेटर है जो आपको बताता है की मार्किट कि POSITION क्या है, मलतब मार्किट किस ZONE में है, OVERBOUGHT है या OVERSELL है या SIDEWAY चल रहा है यह सारी चीज़े RSI बताता है। इसकी मदत से आप पता कर सकते हो की मार्किट अब किधर जाने वाला है।
2. MACD Kaise Kaam Karta Hai?
यह बहुत काम का इंडिकेटर है तो इसे अच्छे से सीख ले ये आपकी बहुत मदत करेगा सही ट्रेड लेने में। इस इंडिकेटर में 3 लाइन होती है जिसमे से एक लाइन कन्फर्म करती है दूसरे लाइन को CUT करके की मार्किट UP या DOWN जायेगा।
Support and Resistance कैसे देखते है ?
इसको देखना बहुत आसान है, आपको कुछ टाइम देना है किसी भी स्टॉक में और यह देखना है की मार्किट कहा से down जा रही और फिर कहा से support लेकर up जा रही है, और इसी support और resistance में जब भी breakout हो आप indicator को देखे confirmation के लिए फिर ट्रेड ले सकते है।
इस बात का ख्याल रखे की stop loss जरूर लगाए। १:२ को follow करे इसका मतलब होता है १० % स्टॉप लोस्स और २०% बुक profit.
क्या support and resistance काम करता है ?
हाँ सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस काम करता है लकिन अगर आप उसका सही तरह से इस्तमाल करे तो।
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RSI Indicator In Hindi आर.एस.आय का ट्रेडिंग में उपयोग कैसे करे
RSI को Relative Strength Index के नाम से जाना जाता है. RSI Indicator in hindi आर्टिकल में हम RSI Indicator के बारे में विस्तार से जानेंगे. टेक्नीकल एनालिसिस में RSI Indicator सबसे ज्यादा उपयोग में लिए जाने वाला इंडिकेटर है. RSI Indicator एक लीडिंग इंडिकेटर है जो टेक्नीकल एनालिसिस में ट्रेंड रिवेर्सल को पहचानने के लिए उपयोग में लिया जाता है. शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने वाले ज्यादातर ट्रेडर RSI Indicator का उपयोग करते है.
अगर आप जानना चाहते है की RSI क्या है? कैसे काम करता है और RSI Indicator कैसे हमें शेयर खरीदने या बेचने के लिए उपयोगी है तो आपको पूरी जानकारी इस आर्टिकल RSI Indicator in hindi pdf आर्टिकल में मिल जायेगी.
RSI Indicator divergence भी बनाता है जो ट्रेंड के रिवर्सल का संकेत देते है. RSI Indicator शेयर की इंटरनल पावर याने की आतंरिक क्षमता को दर्शाता है.
RSI Indicator in hindi आर्टिकल में हम जानेंगे की कैसे RSI Indicator Sideway marke t , किसी अनिश्चित ट्रेंड वाले बाजार में हमें ट्रेडिंग करने के लिए उपयोगी है.
RSI –Relative strength index –रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स
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RSI –Relative strength index एक लीडिंग इंडिकेटर है. RSI ट्रेंड रिवर्सल और शेयर की आतंरिक ताकत को दर्शाता है. टेक्नीकल एनालिसिस में RSI के पॉजिटिव और नेगेटिव Divergence का उपयोग शेयर में खरीदी और बिकवाली के लिए उपयोग में लिए जाते है.
RSI –Relative strength index शेयर्स में Oversold और ओवर Bought पोजीशन को भी दर्शाता है. ओवेर्सोल्ड का मतलब होता है जिस शेयर्स में अधिक सेल्लिंग मोमेंटम होता है और ओवरबाउट का मतलब होता है की उस शेयर्स में इतनी ज्यादा बाइंग मोमेंटम है की वंहा से शेयर्स में करेक्शन आ सकता है.
RSI –Relative strength index एक स्वतन्त्र ट्रेडिंग सिस्टम है. RSI –Relative strength index को दुसरे एनालिसिस इंडिकेटर या मूविंग एवरेज के के साथ जोड़कर भी अच्छा रिसल्ट मिल सकता है. RSI INDICATOR दिखने में ऐसा लगता है
RSI Indicator in (hindi) कैसे काम करता है?
RSI –Relative strength index शेयर्स की इंटरनल पॉवर को दर्शाता है इस स्ट्रेंथ को दर्शाने के लिए वो एक निश्चित रेंज के बिच में ओसिलेट करता रहता है याने की घूमता रहता है इसके कारन RSI –Relative strength index को एक मोमेंटम ओसिलेटर इंडिकेटर भी कहा जाता है.
RSI ० से लेकर १०० के स्तर के बिच में घूमता रहता है. RSI के मूल्य के आधार पर शेयर में खरीदी या बिकवाली के संकेत मिलते है. जैसे की अगर RSI ०-३० के बिच है तो शेयर ओवरसोल्ड हो चूका है और इसमें ट्रेंड रिवर्सल हो सकता है इसके संकेत मिलते है.
लेकिन इस बात का ख्याल रखे की अगर लम्बी समय अवधि के लिए ये ०-३० के बिच रहे तो इसमें और गिरावट आ सकती है क्यूंकि RSI ० से निचे नहीं जा सकता और लम्बी समय अवधि के लिए ०-३० के बिच रहने का मतलब शेयर में और गिरावट आ सकती है ये हो सकता है. ऐसी स्थिति में शेयर की खरीदी की बजाये बिकवाली के मौके आपको ढूंढने चाहिए.
अगर RSI ७०-१०० के बिच में है तो आप मान सकते है की इस शेयर्स में बहुत बाईंग हो चुकी है और करेक्शन आ सकता है.
लेकिन हमने ऊपर कहा उस तरीके से अगर ये स्थिति लम्बे समय के लिए रहे तो आपको खरीदी करनी चाहिए ना की बिकवाली जब तक आपको ट्रेंड रिवर्सल का कोई संकेत नहीं मिल जाता.
लम्बी ओवेरबोट स्थिति के बाद अगर आपको लगे की अब RSI निचे की और जाना सुरु हो गया है तो आप शेयर्स में बिकवाली के मौके तलाश सकते है
उसी प्रकार अगर ओवेर्सोल्ड की स्थिति में RSI ३० की रीडिंग के ऊपर जाने लगे तब आप शेयर खरीदने के मौके तलाश सकते है.
RSI –Relative strength index Divergence का ट्रेडिंग में उपयोग:
जिस प्रकार हम RSI जिस अंको के बिच घूमता है उससे शेयर खरीद करे या बिकवाली करे ये जान सकते है उसी तरह हम RSI Divergence का उपयोग करके शेयर में खरीदी करे या बिकवाली करे ये जान सकते है.
अगर किसी शेयर का भाव ऊपर की तरफ बढ़ता जा रहा है लेकिन RSI स्ट्रेंथ नहीं बता रहा और निचे की तरफ ही रहता है तो इसे टेक्नीकल एनालसिस की भाषा में डायवरजन्स कहते है.
ऐसी स्थिति में अगर आपको केंडलस्टिक चार्ट पैटर्न में बेरिश केंडल दिख जाए तो आपको कन्फर्मेसन मिल जाता है और आप शेयर में बिकवाली कर सकते है.
उसी प्रकार अगर शेयर का भाव गिर रहा है लेकिन RSI ऊपर की तरफ ही रहता है ज्यादा निचा नहीं जा रहा है ऐसी स्थिति में अगरे आपको कोई बुलिश पैटर्न चार्ट पर दिख जाए तो आप शेयर में खरीदी कर सकते है.
इस प्रकार आप पॉजिटिव डायवरजन्स और नेगेटिव डायवरजन्स का उपयोग ट्रेडिंग में कर सकते है जो की काफी मजबूत संकेत होता है.
RSI Indicator in hindi का ट्रेडिंग में कैसे उपयोग करे
इंट्राडे ट्रेडिंग , स्विंग ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट याने की लम्बी अवधि के निवेश के लिए आप RSI का उपयोग टेक्नीकल एनालिसिस के लिए कर सकते है.
किसी भी शेयर को खरीदते समय हमेशा ध्यान रखे की RSI की रीडिंग अच्छी हो आप RSI –Relative strength index के डायवरजन्स का उपयोग करके भी शेयर चुनने के लिए रणनीति बना सकते है. जब कभी अगर आप केंडलस्टिक चार्ट में डायवरजन्स देखे तो आप इसका उपयोग करके खरीदी और बिकवाली कर सकते है
अगर है तो आप Positive Divergence खरीदी कर सकते है Negative Divergence है तो आप बिकवाली कर सकते है.
काफी लोग ये नहीं जानते की RSI के भी डायवरजन्स होते है. वो सिर्फ MACD का ही डायवरजन्स के लिए उपयोग करते है.
आप सपोर्ट और रेसिस्टेंट लेवल निकाल ने के लिए भी आर.एस.आय का उपयोग कर सकते है.
RSI का डिफ़ॉल्ट सेटिंग १४ का है आप अनुभव के साथ साथ इसमें फेरबदल करके अपने हिसाब से भी इसे सेट कर सकते है.
निष्कर्ष:
RS I Indicator in hindi आर्टिकल में हमने देखा की RSI Kya hai, RSI कैसे काम करता है, RSI का हम टेक्नीकल एनालिसिस में कैसे उपयोग कर सकते है, इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, और लम्बी अवधि के लिए RSI कैसे उपयोगी होता है.
शेयर में कितनी मजबूती है उसकी इंटरनल मजबूती हमें RSI के जरिये पता चलती है. आप RSI का उपयोग करके कैसे शेयर चुन सकते है इन सब बातो की जानकारी आपको मिल चुकी होगी.
टेक्नीकल एनालिसिस सिखने और शेयर बाजार से जुडी जानकारी हिंदी में पढने के लिए आप मेरी वेबसाइट हिन्दिसफ़र.नेट की विजिट जरुर करे .
मेटा ट्रेडर 4 के लिए सापेक्ष शक्ति सूचकांक RSI संकेतक
मेटा ट्रेडर 4 के लिए रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स आरएसआई इंडिकेटर पहले से ही बहुत लोकप्रिय संकेतक है जो मेटा ट्रेडर चार्टिंग वातावरण के लिए बनाया गया था। और दुनिया भर के कई व्यापारियों द्वारा वर्षों से इसका उपयोग और भरोसा किया गया है। सूचक किसी भी समय बाजारों में तात्कालिक ताकत का एक स्नैपशॉट दिखाकर व्यापारी की मदद कर सकता है। इस संकेतक Rsi indicator कैसे काम करता है का उपयोग करने से व्यापारी को बहुत लाभ हो सकता है और कुछ लाभ नीचे दिए गए हैं।
Partially Automated Trading Besides Your Day Job
Alerts In Real-Time When Divergences Occur
उल्लेख के योग्य सबसे पहले लाभों में से एक यह है कि मेटा ट्रेडर 4 के लिए रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स आरएसआई इंडिकेटर व्यापारी का उपयोग करता है, जो कि एक ही बाजार में ताकत और कमजोरी दोनों का पता लगाने में मदद करता है कि संकेतक को अंदर रखा गया है। इसका मतलब है कि व्यापारी का उपयोग करना, व्यापारी। तुरंत समझ पाएंगे कि क्या कोई विशेष बाजार मजबूत हो रहा है या व्यापारी के वर्तमान चार्ट में किसी भी समय बाजार कमजोर हो रहा है।
यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि बाजार की ताकत का स्तर आमतौर पर एक प्रमुख भविष्यवक्ता होता है कि बाजार की प्रवृत्ति कितनी दूर तक जा सकती है या क्या बाजार की बारी, आमतौर पर या तो उलट हो सकती है या रिट्रेसमेंट, आसन्न हो सकती है। जब व्यापारी बाजार में इस तरह की अंतर्दृष्टि प्राप्त कर लेता है या वह इस समय कारोबार कर रहा होता है, तो यह व्यापारी को उस दिशा में कदम रखने में मदद कर सकता है, जिससे बाजार मुड़ सकता है और व्यापारी को मौजूदा प्रबंधन करने में सक्षम होने में भी मदद कर सकता है। ट्रेड्स, यदि ट्रेडर वर्तमान में किसी ट्रेड में है।
यह भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यापारी को यह पता लगाने में मदद करता है कि क्या उसे एक निश्चित समय पर बाजार की प्रवृत्ति में प्रवेश करना चाहिए या क्या व्यापारी को ऐसे समय में बाजार छोड़ना चाहिए।
इसके अलावा, मेटा ट्रेडर 4 के लिए रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करते समय, एक व्यापारी खुदरा खरीद के परिणामस्वरूप आसानी से बाजार के चरमोत्कर्ष का पता लगा सकता है और फिर तेज उलट या रिट्रेसमेंट के लिए समय से पहले तैयार करने में सक्षम हो सकता है - जो इस तरह के क्लाइमेक्स का अनुसरण करता है। इसका मतलब है कि व्यापारी निश्चित समय के लिए संकेतक को ध्यान से देख सकता है जब खुदरा व्यापारियों द्वारा बहुत अधिक खरीद या बिक्री के कारण बाजार एक निश्चित दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं जो तेज कदम को कुछ पैसे बनाने के लिए एक त्वरित अवसर के रूप में देखते हैं। बाजार।
ज्यादातर समय, इस तरह के तेज कदमों के ठीक बाद, बाजार अचानक बहुत तेजी से बड़ी मोमबत्तियों में छपाई करके तेजी से उलट जाता है जो व्यापारी को चार्ट को देखने के लिए कम या कोई समय नहीं देता है। व्यापारी शायद कुछ क्षण पहले ही खुश हो गए होंगे कि अचानक उनके खिलाफ चले जाने की प्रवृत्ति की दिशा में उनके व्यापार मुनाफे में थे। यह तुरंत उनके मूड को बदल देता है और उन्हें उम्मीद है कि यह उनके पक्ष में वापस आ जाएगा, शायद एक मूल्य रिट्रेसमेंट के बाद।
व्यापारी जिस तरह से उम्मीद करता है, लेकिन बाजार उसकी प्रतिक्रिया नहीं देता है, बल्कि इसके विपरीत, एक विपरीत तरीके से आगे बढ़ता रहता है। इसका कारण यह है कि एक बार मेटा ट्रेडर 4 के लिए रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करने वाले व्यापारी यह पहचान लेते हैं कि वे फंस गए हैं, व्यापारी अपने पदों को बंद करना शुरू कर देते हैं जब तक कि खुदरा व्यापारियों के अंतिम रूप से बंद नहीं हो जाते तब तक बाजार विपरीत दिशा में चलता है। उनकी चाल क्योंकि दर्द उन्हें सहन करने के लिए बहुत अच्छा है।
संकेतक का उपयोग करके व्यापारी को व्यापार के दूसरे पक्ष पर होने के लिए तैयार किया जा सकता है ताकि वह बाजार की गतिशीलता को समझे, तेज चाल को देखता है और उलट आने का इंतजार करता है, और फिर अन्य सभी व्यापारियों के खिलाफ उलटा सवारी करता है जो वर्तमान में बाजारों में पैसा बनाने के लिए फंस गया है।
मेटा ट्रेडर 4 के लिए रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स आरएसआई इंडिकेटर के लिए एक और तरीका व्यापारियों को सहायता कर सकता है जिससे उन्हें कीमत के चरमोत्कर्ष पर पहुंचने में मदद मिल सके, यह है कि व्यापारी को वर्तमान में व्यापार कर रहे बाजार में डाइवर्जेंस हाजिर करने में मदद करता है। संकेतक ऐसा करने में सक्षम होता है क्योंकि संकेतक आमतौर पर कीमत के समान दिशा में आगे बढ़ता है, इसलिए स्वाभाविक रूप से, कीमत में एक नया अपट्रेंड का मतलब होगा संकेतक में एक नया अपट्रेंड और कीमत में एक उच्चतर उच्च का अर्थ भी संकेतक में उच्चतर होगा। । जब व्यापारी के पास स्पॉट होता है, उदाहरण के लिए, मूल्य में एक उच्च उच्च और सूचक उच्च ऊँचाई को प्रिंट नहीं करता है, तो व्यापारी को तुरंत समझना चाहिए कि मूल्य में उलट या रिट्रेसमेंट मूल्य में होने वाला हो सकता है।
इसके बाद व्यापारी को इस कदम के लिए तुरंत योजना बनाने में मदद मिलेगी और इस कदम के प्रकट होने का लाभ उठाएगा। इसलिए, जब व्यापारी पूरी तरह से सीखता है कि संकेतक का उपयोग कैसे करना है, तो वह समय से पहले बाजार की चाल की भविष्यवाणी कर सकता है इससे पहले कि अन्य व्यापारियों को भी सामान्य समझ हो कि एक नया बाजार कदम बना सकता है। इससे व्यापारी को पहले ही सूचित किया जा सकता है और अन्य व्यापारियों से पहले बाजार में बाजार की चाल पर गति बढ़ाई जा सकती है।
मेटा ट्रेडर 4 के लिए रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करते हुए बाजारों में होने से पहले संभावित उलट-पुलट की क्षमता यह एक व्यापारी के रूप में होना बहुत महत्वपूर्ण है और किसी भी ट्रेडिंग सिस्टम और संकेतक की काफी आसान प्रशंसा कर सकता है क्योंकि यह कीमत की भविष्यवाणी करने में सक्षम होगा। निकट भविष्य में इस तरह के संकेतक और व्यापारियों का उपयोग करने के लिए चलता है ताकि व्यापारियों को फिर से कदमों को भुनाने और बहुत जल्दी उलट-पुलट हो जाए, जिससे किसी भी व्यापार पर अनुपात को इनाम देने के लिए व्यापारी के जोखिम में काफी वृद्धि होती है।
मेटा ट्रेडर 4 के लिए रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करते हुए, एक व्यापारी भी जिस तरह से मेटा ट्रेडर 4 प्लेटफॉर्म में कई अलग-अलग समय सीमा में कई अलग-अलग मुद्रा जोड़े और व्यापारिक परिसंपत्तियों के लिए संकेतक काम करता है, जिस तरह से संकेतक सार्वभौमिक रूप से काम कर सकता है। विभिन्न समय सीमाएँ और मुद्राएँ।
ट्रेडिंग इंडिकेटर क्या होता है – [2022] Trading Indicator In Hindi
ट्रेडिंग इंडिकेटर क्या होता है – Trading Indicator In Hindi , Trading Indicator Explained In Hindi: शेयर की Price ऊपर जा सकती है या नीचे यह कन्फर्म करने के लिए Indicators का उपयोग किया जाता है इंडिकेटर एक तरह का प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर होता है जो किसी Share की Price या Volume के Past को देखकर यह एनालिसिस करता है की Future में शेयर का ट्रेंड क्या होगा।
इंडिकेटर Technical Analysis का सबसे महत्वपूर्ण भाग है Technical Indicator का उपयोग Chart Pattern और Candlestick Pattern के साथ किया जाता है इन तीनो की उपयोग से स्टॉक किस दिशा में जा सकता है उसका अंदाजा लगाया जाता है
मार्किट में हज़ारों Indicators है एक Trader को अपनी जोखिम लेने की क्षमता, अनुभव और कम्फर्ट लेवल के अनुसार इंडीकेटर्स का चुनाव करना चाहिए।
ट्रेडिंग इंडिकेटर क्या होता है
ट्रेडिंग इंडीकेटर्स के प्रकार – (Trading Type Of Indicators)
- Leading Indicators (लीडिंग इंडीकेटर्स)
- Lagging Indicators (लैगिंग इंडीकेटर्स)
1. Leading Indicators (लीडिंग इंडीकेटर्स)
Leading का अर्थ होता है नेतृत्व करना, लीडिंग इंडिकेटर किसी स्टॉक का Price Prediction करते है स्टॉक के प्राइस में आने वाली तेज़ी या मंदी का पता लगाकर उसका पहले ही सिग्नल दे देते है
Leading Indicator को Oscillators (ओसिलेटर) भी कहते है क्योंकि Leading Indicators 0 से 100 की एक रेंज के बीच में झूलते रहते है
मार्किट में आगे क्या हो सकता है Share Price आगे किस दिशा में जा सकती है यह बताने का काम Leading Indicator का होता है
Top 2 Leading Indicator:
RSI:
2. Lagging Indicators (लैगिंग इंडीकेटर्स)
लैगिंग का अर्थ होता है देरी से, Delayed या पिछड़ जाना। लैगिंग इंडीकेटर्स हमेशा Share Price के पीछे-पीछे चलता है
Lagging Indicator देरी से सिग्नल देते है मार्किट में क्या हो चूका है यह बताने का काम लैगिंग इंडीकेटर्स का होता है
शेयर प्राइस जिस भी दिशा में जा रहा हो चाहे वह ऊपर की तरफ जा रहा हो या नीचे की तरफ उसकी दिशा को Confirm करने के लिए Lagging Indicators का उपयोग किया जाता है।
इंडिकेटर के फायदे (Advantages of Technical Indicators)
इंडिकेटर की सहायता से किसी भी स्टॉक की कीमत ऊपर की तरफ जाने वाली है या नीचे की तरफ इसे समझने में मदद मिलती है इंडिकेटर से स्टॉक कहां खरीदना है और कहां बेचना है उन Levels को पता करने में मदद मिलती है
Stock चाहे Uptrend में हो, Downtrend में हो या Sideways Trend में इंडीकेटर्स का उपयोग करके स्टॉक के ट्रेंड का पता लगाया जा सकता है।
एक ट्रेडर को मार्किट में तेज़ी से बदलते हुए Trend में तेज़ी से Respond करना होता है इंडीकेटर्स ट्रेडर की Quick Decision Making में हेल्प करते है। इंडीकेटर्स स्टॉक मार्किट के Behaviour को समझने में मदद करता है की हमें Trade लेना चाहिए या नहीं।
इंडिकेटर की सीमाएं (Limitations of Technical Indicators)
इंडिकेटर सिर्फ Price Prediction करता है जरूरी नहीं की जो Signal इंडिकेटर ने दिया हो वो सही हो इंडिकेटर के सिग्नल गलत भी होते है।
कभी भी एक चार्ट में 3 से ज्यादा इंडिकेटर का उपयोग नहीं करना चाहिए बहुत सारे Indicators का उपयोग करने से सभी इंडीकेटर्स अलग-अलग सिंग्नल देने लगते है जिससे ख़रीदा-बेचना है या नहीं यह निर्णय लेना मुश्किल हो जाता है
Indicators किसी भी स्टॉक में संभावित Entry और Exit Point देते है जरूरी नहीं है की मार्किट उन एंट्री और एग्जिट पॉइंट के हिसाब से चले Entry लेने के बाद Stock नीचे भी गिर सकता है और Exit लेने के बाद Stock बढ़ भी सकता है।
बहुत सारे इंडीकेटर्स एक दूसरे के विरोधाभासी होते है अगर एक इंडिकेटर Buy Signal देता है तो दूसरा Sell Signal देता है
उम्मीद करता हु आपको इंडिकेटर क्या है समझ आया होगा अगर आपका अभी भी कोई सवाल है ट्रेडिंग इंडिकेटर क्या होता है – W hat Is Trading Indicator In Stock Market In Hindi तो कमेंट करके पूछ सकते है।
आरएसआई संकेतक का उपयोग करके कैसे कमाएं Olymp Trade
RSI रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स का संक्षिप्त नाम है। यह एक मोमेंटम ऑसिलेटर है और यह एसेट के ओवरसोल्ड और ओवरबॉट क्षेत्रों की पहचान करने में तकनीकी विश्लेषण में मदद करता है। यह मूल्य गतिविधियों को दर्शाता है और ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है।
RSI दो स्तरों के बीच होता है जो 0 और 100 होते हैं। लेकिन संकेतक की विंडो में, आपको 30, 50 और 70 के मानों की तीन पंक्तियाँ दिखाई देंगी। 50 मध्य को दर्शाता है। 30 और 70 अधिक महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे इस Rsi indicator कैसे काम करता है बात के सबूत हैं कि किसी दी गई संपत्ति ओवरसोल्ड या ओवरबॉट ज़ोन में है। यही है, जब आरएसआई लाइन 30 से नीचे चली जाती है, तो इसका मतलब होगा कि संपत्ति ओवरसोल्ड है। विरोध में, जब आरएसआई 70 से अधिक हो जाता है, तो परिसंपत्ति को ओवरबॉट के रूप में मान्यता दी जाएगी।
ओवरसोल्ड और ओवरबॉट क्षेत्रों का क्या मतलब है? ठीक है, अगर परिसंपत्ति ओवरसोल्ड ज़ोन में आती है, तो यह बाजार पर विक्रेताओं के प्रभुत्व को दर्शाता है। अगर संपत्ति है ओवरबॉट, इसका मतलब होगा खरीदारों का प्रभुत्व।
Olymp Trade प्लेटफार्म पर RSI कैसे सेटअप करें
पहला कदम संकेतक सुविधा बटन को दबाना है जो चार्ट के निचले बाएं कोने में स्थित है। फिर आपको अपने बाईं ओर सभी संकेतक दिखाई देंगे। ऑसिलेटर के लिए नीचे स्क्रॉल करें। उसमें Rsi indicator कैसे काम करता है RSI ढूढें। अब उस पर क्लिक करें और संकेतक सेट हो जाएगा।
आप संकेतक के कुछ मापदंडों को बदलने का विकल्प चुन सकते हैं। ऐसा करने के लिए, ऑसिलेटर विंडो में पेन आइकन पर क्लिक करें। फिर आप अवधि, रंग और रेखा की चौड़ाई को समायोजित कर सकते हैं। डिफ़ॉल्ट अवधि 14. के लिए निर्धारित की गई है। यहां अवधि वह समय अंतराल है जिसमें RSI मूल्य परिवर्तन को मापता है। 14 इंगित करता है कि संकेतक 14 मोमबत्तियों से कीमत के बारे में जानकारी इकट्ठा करता है।
Olymp Trade पर RSI संकेतक का उपयोग कैसे करें
RSI रेंज 0 और 100 के बीच है। जब भी यह 30 से अधिक हो जाता है, तो परिसंपत्ति को ओवरसोल्ड माना जाता है और जल्द ही यह प्रवृत्ति रिवर्स हो जाएगी। दूसरी तरफ भी ऐसा ही होता है। जब भी आरएसआई 70 को पार करता है और आगे निकल जाता है, तो परिसंपत्ति को अधिक माना जाता है और प्रवृत्ति उलट आसन्न होती है।
बड़ा सवाल यह है कि अपने लाभ के लिए इस ज्ञान का उपयोग कैसे करें। आइए नीचे दिए गए चार्ट देखें।
RSI 70 से अधिक है
जैसा कि कीमतों में तेजी जारी है, आरएसआई 70 अंकों को पार कर जाएगा। यह संकेत देता है कि खरीदार प्रमुख हैं और अपट्रेंड कुछ समय तक जारी रहने की संभावना है। इस मूल्य बिंदु पर, एक छोटा खरीद व्यापार दर्ज करें। आखिरकार, कीमतें उलटने और गिरने के लिए बाध्य होती हैं। जिस तरह आरएसआई 70 अंक को पार करता है, उसी तरह आपको एक ट्रेड बेचना चाहिए। आप उम्मीद करेंगे कि थोड़ी देर के लिए गिरावट जारी रहेगी।
RSI 30 से अधिक है
स्थिति अब विपरीत है। एक डाउनट्रेंड था और आरएसआई अंत में 30 लाइनों तक पहुंचता है। जब यह 30 को पार कर जाता है, तो आप थोड़े समय के लिए विक्रय व्यापार में प्रवेश कर सकते हैं। संपत्ति अब ओवरसोल्ड है, इसलिए इसका मतलब है कि बाजार में विक्रेताओं का वर्चस्व है। लेकिन बहुत लम्बे समय के लिए नहीं। जल्द ही, प्रवृत्ति रिवर्स होने लगेगी। जब आरएसआई नीचे से 30 लाइनों को काटता है, तो आप लंबी अवधि के लिए खरीद की स्थिति खोल सकते हैं।
यह ट्रेंड के साथ-साथ ट्रेडिंग का एक उदाहरण है। RSI सबसे अच्छा प्रवेश बिंदु दिखाने में उपयोगी है।
Olymp Trade पर RSI विचलन के साथ ट्रेड कैसे करें
आरएसआई आपको यह निर्धारित करने में मदद करता है कि परिसंपत्ति ओवरसोल्ड और ओवरबॉट क्षेत्रों में कब है। आप सोच सकते हैं कि थरथरानवाला मूल्य में उतार-चढ़ाव का अनुसरण करता है। खैर, हमेशा नहीं।
जब संकेतक कीमतों के विपरीत दिशा में आगे बढ़ता है, तो इसे विचलन कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि डाउनट्रेंड के दौरान जब कीमतें गिर रही होती हैं तो, संकेतक बढ़ता है। और जब कीमतें अपट्रेंड साथ बढ़ती हैं, तो RSI गिरता है। यह अक्सर होता है।
सूचक विचलन का क्या अर्थ है? यह दिखाता है कि द ट्रेंड उल्टा होने वाला है। इस धारणा की सटीकता बहुत अधिक है, 80% के करीब है।
नीचे दिए गए अनुकरणीय चार्ट पर विचार करें। आम तौर पर, डाउनट्रेंड को कम ऊंचाई और निचले चढ़ाव की विशेषता होती है। नीचे दिए गए मूल्य चार्ट पर आप देख सकते हैं कि इसमें कम चढ़ाव और कम ऊंचाई है। अब, आरएसआई भूखंड को देखें। व्यवहार में अंतर देखें? RSI गहरा नहीं जा रहा है। इसके बजाय, उच्चतर निम्न है। इसका मतलब यह है कि खरीदार बाजार में प्रवेश करने के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं और अपट्रेंड अपरिहार्य है।
यह एक बुनियादी ज्ञान है जो आपको आरएसआई संकेतक के बारे में होना चाहिए। यदि आप यह देखना चाहते हैं कि यह प्लेटफॉर्म पर कैसे काम करता है, तो मैं आपको मुफ्त डेमो में जाने की सलाह देता हूं Olymp Trade कुछ समय के लिए खाते और अभ्यास करें।
यद्यपि आरएसआई एक सफल व्यापार की संभावनाओं को बढ़ाने में एक उपयोगी उपकरण है, लेकिन ध्यान रखें कि आप अभी भी जोखिम का सामना कर रहे हैं। बाजार में आने पर इसकी कोई गारंटी नहीं है।