क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं

Horoscope For 21 November:आसमानी रंग पहनें आज कर्क राशि के जातक, जानें क्या कहती है आपकी राशि
कैसा रहेगा आपका पूरा दिन ? पढ़ाई, प्रेम, विवाह, व्यापार जैसे मोर्चों पर कैसी रहेगी ग्रहदशा ? क्या वैवाहिक जीवन में क्लेश से मिलेगी निजात ? पढ़ाई में बच्चों का मन नहीं लग रहा, क्या करें उपाय ? जानिए मध्य भारत के ज्योतिषाचार्य शिव मल्होत्रा (Shiv Malhotra) से आज का राशिफल.
मेष राशि
शुभ रंग: गुलाबी रंग
भाग्य: 55%
आज अचानक किसी कार्य में पैसा खर्च होगा, अचानक यात्रा प्रोग्राम भी संभव है. विद्यार्थी पढ़ाई में लापरवाही ना करें, प्रेम विवाह के लिए परिवार जने नहीं मान रहे हैं तो आज पुनः प्रयास करें मान सकते हैं. शत्रु का दमन होगा, आज कार्य में बाधा से, निराश ना हो, कुछ समय रुके फिर प्रयास करें सफल होंगे.
उपाय: एक दिए में कपूर, काला तिल रखकर जला दें.
वृषभ राशि
शुभ रंग: बादामी रंग
भाग्य: 65%
अगर आप बैंक लोन का प्रयास कर रहे हैं तो सफलता मिलेगी, शत्रु शांत होंगे, दांपत्य जीवन में नोकझोंक हो सकती है, नौकरी लापरवाही ना करें अधिकारी से डांट खानी पड़ सकती है, कोट कचहरी मामलों में राहत मिलेगी, लव लाइफ में मनमुटाव बना रहेगा, वाहन प्रॉपर्टी संबंधित कार्य में रुकावट आएगी.
उपाय: पवित्र जल पानी में मिक्स करके स्नान करें.
मिथुन राशि
शुभ रंग: भूरा
भाग्य: 91%
दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा, अविवाहित का विवाह संबंध पक्का हो सकता है, व्यापार अच्छा रहेगा, मुनाफा अच्छा होगा, सरकारी ठेके लेने वाले आज प्रयास करें, कॉन्ट्रेक्ट मिल सकता है, नौकरी का प्रयास कर रहे एवं नौकरी से संबंधित जातक लाभान्वित होंगे, नए कार्य की रूपरेखा बन सकती है.
उपाय: शिव चालीसा का पाठ करें.
कर्क राशि
शुभ रंग: आसमानी रंग
भाग्य: 91%
आज भौतिक सुख सुविधा पर पैसा खर्च होगा, वाहन प्रॉपर्टीज संबंधित भी कुछ परेशानी आ सकती है पैसा खर्च हो सकता है, माता का स्वास्थ्य का ध्यान रखें, यात्रा संभव है, कोई धार्मिक आयोजन में सम्मिलित होंगे, विदेश से संबंधी व्यवस्था वाले एवं विदेश कंपनी मैं नौकरी वाले जातक आज लाभान्वित होंगे.
उपाय: काले तिल शनि मंदिर में चढ़ाएं.
सिंह राशि
शुभ रंग: लाल रंग
भाग्य: 55%
दांपत्य जीवन सुख में रहेगा, रुके हुए कार्य आज पूर्ण होंगे, व्यापार अच्छा रहेगा, अविवाहित का विवाह संबंधित चर्चाएं आज पूर्ण होंगी. सगाई या रोका हो सकता है. पेट के निचले हिस्से में कुछ परेशानी हो सकती है.
उपाय: गणपति जी को लड्डू का भोग लगाएं और खुद भी खाकर निकले.
कन्या राशि
शुभ रंग: सिल्वर रंग
भाग्य: 91%
आज रुके हुए सभी महत्वपूर्ण कार्य पूर्ण होंगे, दांपत्य जीवन सुख में रहेगा, साझेदारी व्यापार योजना मैं सहमति बनेगी, फुटकर व्यापारी, फेरी वालों का व्यापार आज अच्छा रहेगा, अविवाहित के लिए नए प्रस्ताव आएंगे एवं विवाह संबंधित चल रही चर्चा में आज सफलता मिलेगी, सगाई या रोका हो सकता है.
उपाय: गणेश जी को लड्डू का भोग लगाएं और खुद भी खाएं.
तुला राशि
शुभ रंग: सफेद
भाग्य: 81%
व्यापार आज अच्छा रहेगा, मुनाफा भी अच्छा होगा साथ ही खर्चे भी लगे रहेंगे, विदेश यात्रा का प्रोग्राम बन सकता है, नए कार्य की रूपरेखा बनेगी, विदेशी व्यापार एवं विदेशी कंपनी से जुड़े जातक आज लाभान्वित होंगे, सरकारी कागजों संबंधित कार्य में आज रुकावटें हो सकती हैं.
उपाय: गरीब को कुछ खाने को दें.
वृश्चिक राशि
शुभ रंग: गोल्डन
भाग्य: 59%
व्यापार अच्छा रहेगा मुनाफा भी अधिक होगा, साथ ही भौतिक सुख सुविधा पर पैसा खर्च भी होगा, विदेशी कार्यों से जुड़े जातक आज लाभान्वित होंगे, लव लाइफ के लिए भी आज का दिन अच्छा रहेगा, शत्रु का दमन होगा, शेयर बाजार में निवेश लाभदायक रहेगा, नई योजना सफल होंगी.
उपाय: गरीब को मिष्ठान दें.
धनु राशि
शुभ रंग: ब्राउन रंग
भाग्य: 81%
छोटे भाई बहन एवं कर्मचारी का सहयोग प्राप्त होगा, वाहन धीरे चलाएं चोट चोट लग सकती है, प्रॉपर्टी संबंधित कार्य में आज बाधा हो सकती है, व्यापार अच्छा रहेगा ,नौकरी में तरक्की होगी, दांपत्य जीवन में मनमुटाव हो सकता है, लव लाइफ वालों के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा.
उपाय: मिक्स अनाज गौ माता को दें
मकर राशि
शुभ रंग: सलेटी
भाग्य: 65%
छोटे भाई बहन कर्मचारियों का सहयोग मिलेगा, यात्रा संभव है, धार्मिक आयोजन में सम्मिलित होंगे, अगर कोई नौकरी का प्रयास कर रहे हैं तो सफलता मिलेगी, प्रॉपर्टी वाहन में पैसा खर्च हो सकता है, माता का स्वास्थ्य का ध्यान रखें, दांपत्य जीवन में मनमुटाव रहेगा, विद्यार्थी आज पढ़ने में लापरवाही करेंगे, आज शेयर बाजार में निवेश नुकसानदायक हो सकता है.
उपाय: गुण एवं चना का हनुमान जी को भोग लगाएं.
कुम्भ राशि
शुभ रंग: मिश्रित रंग
भाग्य: 65%
धन का लेनदेन सोच समझ कर करें, वाणी में संयम रखें, अगर लोन का प्रयास कर रहे हैं तो मिल सकता है, कोर्ट कचहरी में चल रहे मामले में राहत मिलेगी, वाहन एवं प्रॉपर्टी के संबंधित कार्य में परेशानी होगी, माता का स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
उपाय: शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं.
मीन राशि
शुभ रंग: पीला
भाग्य: 81%
व्यापार अच्छा रहेगा, मुनाफा भी अच्छा होगा, नए कार्य की रूपरेखा बनेगी, शत्रु का दमन होगा, कोर्ट कचहरी मे चल रहे मामलों में राहत मिलेगी, धन का लेनदेन आज सोच समझ कर करें नुकसान हो सकता है, यात्रा संभव है.
उपाय: शनि मंदिर में काले तिल चढ़ाएं.
Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए
Crypto Trading : क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है और निवेश को सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्शन कोड का इस्तेमाल करती है. आप अपने क्रिप्टो टोकन या तो सीधे बायर को बेच सकते हैं या फिर ज्यादा सुरक्षित रहते हुए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर सकते हैं.
Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.
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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.
क्रिप्टो एक्सचेंज का एक वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है.
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?
इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.
कौन कर सकता है ट्रेडिंग?
ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.
यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल क्या है?
यह डिजिटल कॉइन उसी तरह का निवेश है, जैसे हम सोने में निवेश करके इसे स्टोर करके रखते हैं. लेकिन अब कुछ कंपनियां भी अपने प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज़ के लिए क्रिप्टो में पेमेंट को समर्थन दे रही हैं. वहीं, कुछ देश तो इसे कानूनी वैधता देने पर विचार कर रहे हैं.
मोदी सरकार कर रही है सरकारी कंपनियों की नीलामी लेकिन सबसे बड़ी आशंका क्या?: नज़रिया
जिनका घर है क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं उनके काम का भी नहीं रह गया है और जो पैसा आएगा उससे उनका गुजारा भी चलेगा. मगर दिक्कत ये है कि वो अपना सामान लेकर बाजार भी नहीं जा सकते और खरीदार को घर भी नहीं बुला सकते क्योंकि इससे तो इज्जत ही चली जाएगी. तो होता ये है कि कोई होशियार सौदागर आकर कुछ पैसे पकड़ाता है और रात के अंधेरे में चुपचाप वो सामान घर से यूं विदा होता है कि कोई देख न ले. जाहिर है हजारों का माल कौड़ियों में जाता है और लाखों का हजारों में. हमें अपने शहर का पता है, और शहरों में भी ऐसे किस्से कम नहीं हैं.
उन्हें भी खूब पता है कि यही सामान कुछ ही दिनों में उनको मिले पैसे से कई गुना कीमत पर बिकने लगेगा. लेकिन करें तो क्या करें. इज्जत का सवाल है. लोग क्या कहेंगे, बाप दादा की विरासत बेचकर घर चला रहे हो! अंग्रेजी में भी फैमिली सिल्वर बेचने को गाली जैसा ही माना जाता है. घर भी चलाना है, इज्जत भी बचानी है, और बदकिस्मती से कमाई का कोई जरिया नहीं क्योंकि औलाद या तो है नहीं, या नालायक है.
भारत सरकार और डिसइन्वेस्टमेंट यानी सरकारी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. दिखने में आसान लगती है मगर खोलते चलो तो पर्त दर पर्त पेंच पर पेंच निकलते चलते हैं. एक सवाल का जवाब देंगे तो तीन नए सवाल खड़े होंगे. तो बात शुरू से ही शुरू करनी पड़ेगी.
1991 में जब भारत में आर्थिक सुधार हुए तब ये बात मान तो ली गई कि सरकार का काम बिजनेस करना नहीं है.लेकिन ये बात न सरकार में बैठे लोगों को ही ठीक से हजम हुई और न वो इस देश को यकीन दिला सके कि ऐसा करना ही देश के हित में है.फिर उन्हें ये समझने में भी बहुत मुश्किल हुई कि किस काम को बिजनेस माना जाए और किसे राष्ट्रहित. यानी एयर इंडिया, बीएसएनएल, एचएएल और एचपीसीएल, बीपीसीएल को प्राइवेट हाथों में कैसे दे दिया जाए?
इमेज स्रोत, Reuters
ये सबसे बड़ी वजह है कि 28 साल बाद भी सरकारी कंपनियों की हिस्सेदारी बेचने पर बहस चल रही है. जिस कॉंग्रेस के राज में ये फैसला हुआ, वो भी हर बार हिस्सेदारी बेचने पर यूं सवाल उठाती है जैसे बहू के कुछ करने पर सास को धर्मपूर्वक उठाना ही होता था.
इस बार बीपीसीएल यानी भारत पेट्रोलियम में करीब 53 परसेंट, शिपिंग कॉर्पोरेशन में 67 परसेंट और कंटेनर कॉर्पोरेशन में करीब 31 परसेंट हिस्सा बेचने का फ़ैसला हुआ है. बुधवार को यानी जिस दिन फ़ैसला हुआ उस दिन के बाजार भाव पर ये हिस्सेदारी करीब चौरासी हजार करोड़ रुपए में बिकती. लेकिन अगले ही दिन इसमें करीब पांच परसेंट की गिरावट आ चुकी थी.ऐसे किस्से पहले भी कई बार हुए हैं. सरकार बेचने का इरादा जताती है और दाम गिरने लगते हैं. इसका इलाज भी है. लेकिन फिलहाल बात फैसले पर क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं विवाद की.
बीपीसीएल में हिस्सेदारी बेचने के सवाल पर कॉंग्रेस के युवा नेता मिलिंद देवड़ा ने सवाल उठाया है कि घाटे में दबी एयर इंडिया और बीएसएनएल जैसी कंपनियों को बेचने में नाकाम सरकार बीपीसीएल जैसी नवरत्न कंपनी को क्यों बेच रही है. इसका एक सीधा जवाब तो यही है कि बाज़ार में जिस चीज की कीमत अच्छी मिले उसे बेचना ही समझदारी है. लेकिन इसका एक जवाब क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं और भी है.और उसके लिए बीपीसीएल के इतिहास में जाना होगा.
बीपीसीएल भारत सरकार की बनाई हुई कंपनी नहीं है. 1974 तक देश भर में जो पेट्रोल पंप दिखते थे उनपर इंडियन ऑयल, बर्मा शेल, कालटेक्स और एस्सो के बोर्ड सबसे ज़्यादा नज़र आते थे.दो और कंपनियां भी थीं असम ऑयल और इंडो बर्मा पेट्रोलियम. लेकिन इनके बोर्ड कम दिखते थे. 1974 में एक दिन एस्सो के बोर्ड बदलकर एच पी हो गए.
शेयर बाजार में कौन कौन निवेश कर सकता है ?
शेयर बाजार में कौन कौन निवेश कर सकता है ? क्या शेयर बाजार में शुरुआत करने के लिए कोई नियम है? क्या किसी तरह की उम्र की सीमा, पढाई लिखाई, या किसी तरह की योग्यता का नियम है?
आइए आज के इस आर्टिकल में हम इस को डिटेल में समझने की कोशिश करते है कि – शेयर बाजार में कौन कौन निवेश कर सकता है ?
शेयर बाजार में निवेश
शेयर बाजार में निवेश करने का मतलब होता है – शेयर बाजार जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज या बॉम्बे स्टॉक क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीदना, और उस ख़रीदे गए शेयर को अपने पास रखना, जैसे ही आप किसी कम्पनी का शेयर खरीद लेते है, तो आपको उस कंपनी में कुछ हिस्से के मालिक हो जाता है, और जैसे जैसे कंपनी लाभ कमाती है और डिविडेंड की घोषना करती है तो आपको डिविडेंड का लाभ मिलता है, और बाद में कंपनी के शेयर के भाव बढ़ने पर क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं आप उसे वापस शेयर बाजार (BSE या NSE) पर बेच कर लाभ कमा सकते है,
शेयर बाजार से सम्बंधित इन पोस्ट को जरुर पढ़े –
शेयर बाजार में कौन कौन निवेश कर सकता है ?
अगर बात करे कि शेयर बाजार में कौन कौन निवेश कर सकता है, तो एक लाइन में इसका जवाब ये होगा कि- भारतीय शेयर बाजार में अभी तक ऐसा कोई नियम नहीं बना है कि जिसमे किसी तरह की कोई सीमा तय की गई है, कि आपके पास अमुक योग्यता होनी ही चाहिए तभी आप निवेश कर सकते है,
शेयर बाजार बिल्कुल भारतीय लोकतंत्र की तरह ही सबके लिए है, यानि आपको शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सिर्फ आपके पास DEMAT अकाउंट और TRADING अकाउंट खुला होना चाहिए,
ताकि आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से स्टॉक ब्रोकर को शेयर खरदीने का आर्डर दे सके, और एक बार जब आप शेयर खरीद ले तो वह शेयर आपके DEMAT अकाउंट में जमा हो जाये,
तो इस तरह इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने पढ़े लिखे है, आप कितना कमाते है, आपकी उम्र कितनी है, आप कहा के रहने वाले है, समझने वाली बात ये है कि – फ़िलहाल शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत करने के लिए आपके पास सिर्फ बैंक अकाउंट, तथा DEMAT और TRADING अकाउंट होना चाहिए,
काफी सारे लोग इस जो शेयर बाजार में नए होते है, उनके मन में कुछ सवाल होते है, आइए उन सभी सवालों के जवाब को समझने की कोशिस करते है –
क्या सरकारी नौकरी करने वाले लोग शेयर बाजार में निवेश कर सकते है ?
जवाब – जी हा, बिल्कुल कर सकते है, सरकार की तरफ से गवर्नमेंट एम्प्लोयी के लिए ऐसा कोई प्रतिबन्ध नहीं लगाया कि – सरकारी नौकरी करने वाले लोग शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकते है.
सरकारी नौकरी करने वाले लोग, या जैसा हमने पहले देखा कि कोई भी व्यक्ति शेयर बाजार , म्यूच्यूअल फण्ड ने निवेश कर सकते है, शेयर बाजार सबके लिए है.
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कितना पढ़ा लिखा होना जरुरी है ?
जवाब- क़ानूनी रूप से तो शेयर बाजार में निवेश करने के लिए पढाई लिखाई की कोई भी न्यूनतम सीमा तय नहीं की गई है, यानि अगर आप पढ़े लिखे नहीं है या कम पढ़े लिखे है तभी भी आप शेयर बाजार में निवेश कर सकते है.
लेकिन व्यावहारिक तौर पर देखा जाये तो शेयर बाजार में निवेश जोखिमपूर्ण है, इसलिए आपको इतनी समझ जरुर होनी चाहिए कि आप जानते हो कि आप क्या कर रहे है, कौन सा शेयर खरीद रहे है और क्यों खरीद रहे है, और उसमे क्या रिस्क है,
साथ ही शेयर बाजार की अच्छी समझ होने पर ही आपको शेयर बाजार क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं में निवेश की शुरुआत करनी चाहिए, और उसके लिए जरुरी हो कि आपके पास शेयर बाजार में निवेश करने की पर्याप्त ज्ञान या ट्रेनिंग होना जरुरी हो जाता है.
तो दोस्तों आज के पोस्ट में हमने जाना कि – शेयर बाजार में कौन कौन निवेश कर सकता है ? अगर आपके मन में इस पोस्ट से जुड़ा कोई सुझाव या सवाल हो तो नीचे कमेंट करके जरुर बताये.
Long-Term Investment : डबल रिटर्न पाने का मौका, ₹5000 की एसआईपी से बनेंगे करोड़पति
HR Breaking News (ब्यूरो)। निवेश की चर्चा होगी तो SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के बिना यह चर्चा अधूरी मानी जाएगी. फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपको वेल्थ क्रिएट करना है तो एसआईपी इसका एकमात्र तरीका है. यह निवेश का वह तरीका है जो आपको डिसिप्लिन सिखाता है, साथ ही निवेश करना बोझ भी नहीं क्या सरकारी कर्मचारी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं रह जाता है. SIP की ताकत कम्पाउंडिंग है जो लंबी अवधि (Long-Term Investing) में आपके छोटे से निवेश को कई गुना बना देता है. रेगुलर निवेश करने से निवेशक के भीतर पॉजिटिव एटीट्यूड डेवलप होता है. इसके अलावा आपका पोर्टफोलियो रिस्क प्रूफ हो जाता है.
वेल्थ क्रिएशन के हैं तीन मंत्र
क्रेडेंस वेल्थ एडवाइजर के फाउंडर कीर्तन ए शाह (Kirtan A Shah)ने कहा कि वेल्थ क्रिएशन के लिए तीन फैक्टर्स महत्वपूर्ण हैं. पहला आप कितना निवेश करते हैं. दूसरा कितनी अवधि के लिए निवेश करते हैं और तीसरा रिटर्न क्या मिल रहा है. रिटर्न का फैसला बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर है. ऐसे में निवेशक के पास दो विकल्प होते हैं. कितना निवेश करते हैं यह आपकी कमाई पर निर्भर करता है, लेकिन कितनी अवधि (Investment for Long Term) के लिए निवेश करते हैं, यह पूरी तरह आपका स्वतंत्र फैसला है. कीर्तन ए शाह ने SIP की मदद से आपके रिटर्न को डबल करने का तरीका बताया है.
5000 की SIP बनेगा 50 लाख
पहले पावर ऑफ SIP को उदाहरण से समझते हैं. मान लीजिए आपकी उम्र 25-30 साल के बीच है. आप ठीक-ठाक नौकरी कर रहे हैं और भविष्य के लिए निवेश की शुरुआत करते हैं. आपने हर महीने 5000 रुपए जमा करने का फैसला किया. फाइनेंशियल एक्सपर्ट की मदद से सही स्कीम्स का चयन करते हैं. मान लीजिए कि आपको औसतन 12 फीसदी का सालाना रिटर्न मिलता है जो लॉन्ग टर्म के लिए अच्छा रिटर्न है. SIP कैलकुलेटर के मुताबिक, 20 साल बाद नेट रिटर्न करीब 50 लाख रुपए होगा. 20 सालों के दौरान निवेश की राशि 12 लाख रुपए होगी और एस्टिमेटेड रिटर्न 28 लाख होगा. नेट रिटर्न 50 लाख होगा जो आपके निवेश के मुकाबले 4 गुणा है.
हर साल 11 फीसदी का स्टेप-अप रिटर्न डबल करेगा
फाइनेंशियल एक्सपर्ट ने कहा कि गुजरते वक्त के साथ-साथ आपकी कमाई भी बढ़ेगी और साथ में महंगाई भी बढ़ेगी. ऐसे में SIP को टॉप-अप करना सोने पर सुहागा साबित होगा. अगर हर साल 11 फीसदी का स्टेप-अप करते हैं तो आपका कॉर्पस डबल हो जाएगा. टॉप-अप का मतलब, अगर साल 2022 में 5000 रुपए हर महीने जमा करते हैं तो 2023 में 5550 रुपए हर महीने जमा करना है. अगर इस स्ट्रैटेजी को अपनाते हैं तो 5000 रुपए की एसआईपी 20 साल के बाद 1 करोड़ बन जाएगा.
11 फीसदी का सालाना स्टेप-अप करने से आपका रिटर्न डबल हो जाता है. 20 साल के दौरान आपकी जमा पूंजी 38 लाख होगी और नेट रिटर्न 1 करोड़ होगा. 11 फीसदी का सालाना स्टेप-अप करना बोझ भी नहीं बनेगा. एक्सपर्ट हमेशा लंबी अवधि (Tips For Long-Term Investing) के लिए निवेश की सलाह देते हैं. इससे आपका रिटर्न कई गुणा होता है, रिस्क घट जाता है और वेल्थ बनाने में मदद मिलती है.
(डिस्क्लेमर : म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें)