ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए प्लेटफार्म

निवेश समाचार

निवेश समाचार
कई बैंक ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए एफडी स्कीम पर लाइफ इंश्योरेंस कवर की सुविधा भी देते हैं. इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए आपको कुछ शर्तों को पूरा करना पड़ता है.

Investment Tips: फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में निवेश करना है बेहद फायदेमंद! मिलते हैं ये 5 जबरदस्त फायदे

Investment Strategy: अगले साल निवेश के लिए क्या होनी चाहिए स्ट्रेटजी? दुनिया की सात इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स यहां लगाएंगी पैसे

टोटल 230 निवेश समाचार लाख करोड़ डॉलर (187.67 लाख करोड़ रुपये) के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) वाली सात इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स ने अगले साल की चुनौतियों और अपनी निवेश स्ट्रैटजी के बारे में बताया है।

वैश्विक स्तर पर इस साल स्टॉक मार्केट में भारी निवेश समाचार निवेश समाचार उथल-पुथल देखने को मिली। बॉन्ड की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव रहा। ऐसे में अगले साल 2023 में निवेश को लेकर क्या स्ट्रैटजी होनी चाहिए, इसे लेकर ब्लूमबर्ग न्यूज के साथ इंटरव्यू में दुनिया के सात दिग्गज इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स ने अपना नजरिया साझा किया। टोटल 230 लाख करोड़ डॉलर (187.67 लाख करोड़ रुपये) के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) वाली इन सात इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स ने अगले साल की चुनौतियों और अपनी निवेश स्ट्रैटजी के बारे में बताया। कुछ का कहना है कि पब्लिक और प्राइवेट मार्केट के वैल्यूएशन में गिरावट की जरूरत है ताकि वे अधिक से अधिक निवेश कर सकें। वहीं कुछ इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स रेयर मेटर्स जैसे एरिया पर निगाह बनाए हुए हैं क्योंकि इनमें तगड़े मुनाफे के आसार हैं। यहां इन सातों स्ट्रैटजी के बारे में जानकारी दी जा रही है।

DIIs के दम पर डटा भारत का शेयर बाजार, विदेशी संस्थागत निवेश 10 साल में सबसे कम

FPIs का निवेश पिछले 10 वर्षों में सबसे कम है. (Image - Moneycontrol)

  • News18 हिंदी
  • Last Updated : November 17, 2022, 12:09 IST

हाइलाइट्स

सितंबर तिमाही में सेंसेक्स और निफ्टी क्रमश: 8.31% और 8.33% चढ़े.
13 वर्षों में FPI का हिस्सा 16.02% से बढ़कर 19.03% हो गया है.
इन्हीं 13 वर्षों में DII का हिस्सा 11.38% से बढ़कर 14.79% हो गया.

नई दिल्ली. अब तक माना जाता है कि भारत के शेयर बाजारों में निवेश समाचार तेजी तभी देखने को मिलती है, जब विदेशी निवेशकों की बड़ी पूंजी लगी हो. परंतु यदि आज की बात करें तो सेंसेक्स लगभग 62 हजार को छू रहा है निवेश समाचार और निफ्टी50 भी अपने ऑल टाइम हाई को लांघने को तैयार है. यह तब है, जबकि इस समय विदेशी संस्थागत निवेशकों (FPIs) का निवेश पिछले 10 वर्षों में सबसे कम है.

फिलहाल भारतीय शेयर बाजार की तेजी घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) के हौसले पर सवार है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के मुताबिक, फिलहाल DIIs की हिस्सेदारी 14.79 फीसदी है, जोकि अब तक की सबसे ज्यादा है. यह आंकड़े 30 सितंबर तक के हैं. पिछली तिमाही (30 जून) तक DIIs की हिस्सेदारी 14.06 प्रतिशत थी.

रिलायंस, टाटा कंपनियों में एलआईसी का ज्यादा निवेश

स्टॉक एक्सचेंजों से प्राप्त आंकड़े के अनुसार, भारत के प्रमुख व्यावसायिक घरानों में जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का बाजार मूल्य पिछले साल तेजी से बढ़ा था और रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा टाटा समूह की कंपनियां मूल्यांकन के चार्ट पर ऊपर रहीं। अदाणी कंपनियों में निवेश का मूल्य पिछले साल में दोगुना से ज्यादा हो गया।

रिलायंस इंडस्ट्रीज में एलआईसी की हिस्सेदारी बुधवार को 1.09 लाख करोड़ रुपये पर थी, जो एक साल पहले (16 नवंबर, 2021) को 95,292 करोड़ रुपये थी। वहीं टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों में उसकी हिस्सेदारी 88,385 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 84,127 करोड़ रुपये थी। अदाणी समूह कंपनियों में एलआईसी का निवेश 77,562 करोड़ रुपये पर था और इसे पिछले साल में समूह कंपनियों के शेयरों के मूल्य में तेजी का लाभ मिला। एक साल पहले अदाणी कंपनियों में उसके निवेश का मूल्य 31,665 करोड़ रुपये था।

Investment Risk : नायका समेत पांच कंपनियों ने डुबो दिए 1.5 लाख करोड़, जानें क्या है वजह

निवेश (सांकेतिक तस्वीर)

पेटीएम समेत पांच कंपनियों के शेयरों में सूचीबद्ध होने के बाद से बड़ी गिरावट आई है। इससे निवेशकों को 18 अरब डॉलर (करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये) की चपत लगी है। मूल्यांकन को लेकर चिंता और वैश्विक स्तर पर बढ़ती दरों ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।

इसके अलावा, सूचीबद्ध होने के बाद से डिलीवरी स्टार्टअप जोमैटो, ब्यूटी ई-रिटेलर नायका, लॉजिस्टिक फर्म डेल्हीवरी और ऑनलाइन बीमा मंच पॉलिसीबाजार के शेयरों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। कैपग्रो कैपिटल एडवाइजर्स एलएलपी के पोर्टफोलियो मैनेजर अरुण मल्होत्रा का कहना है कि इन कंपनियों का मूल्यांकन बुनियादी ढांचा और बैलेंस शीट पर आधारित नहीं था। इनके पास मौजूद नकदी भी तेजी से घटती गई, जिसका असर इनकी शेयरों पर देखने को मिल रहा है।

विस्तार

पेटीएम समेत पांच कंपनियों के शेयरों में सूचीबद्ध होने के बाद से बड़ी गिरावट आई है। इससे निवेशकों को 18 अरब डॉलर (करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये) की चपत लगी है। मूल्यांकन को लेकर चिंता और वैश्विक स्तर पर बढ़ती दरों ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।

इसके अलावा, सूचीबद्ध होने के बाद से डिलीवरी स्टार्टअप जोमैटो, ब्यूटी ई-रिटेलर नायका, लॉजिस्टिक फर्म डेल्हीवरी और ऑनलाइन बीमा मंच निवेश समाचार पॉलिसीबाजार के शेयरों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। कैपग्रो कैपिटल एडवाइजर्स एलएलपी के पोर्टफोलियो मैनेजर अरुण मल्होत्रा का कहना है कि इन कंपनियों का मूल्यांकन बुनियादी ढांचा और बैलेंस शीट पर आधारित नहीं था। इनके पास मौजूद नकदी भी तेजी से घटती गई, जिसका असर इनकी शेयरों पर देखने को मिल रहा है।

सूचीबद्ध होने के बाद से लुढ़के इनके शेयर

रिलेटेड फ़ोटो

IRCTC Tour: सर्दियों में राजस्थान घूमने का बना रहे हैं प्लान तो IRCTC के इस शानदार पैकेज में कराएं बुकिंग!

Personal Loan Tips: ये पांच बैंक सबसे कम ब्याज दर पर दे रहे हैं 5 लाख रुपये तक का लोन, यहां जानें डिटेल्स

Layoffs: अगर आपकी भी नौकरी चली गई है तो खर्च को लेकर न हों परेशान, इन टिप्स को अपनाकर दूर करें परेशानी

Motor Insurance: एक्सीडेंट के कितने महीने बाद तक पॉलिसीहोल्डर ले सकता है इंश्योरेंस का क्लेम, जानें मोटर बीमा से जुड़े जरूरी नियम

Aadhar Card SIM Card: क्या आप जानते हैं आपके आधार कार्ड पर कितने सिम कार्ड हैं रजिस्टर? ऐसे करें पता

रेटिंग: 4.58
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 538
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *