बांड में निवेश

इस स्कीम में भारत का कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है. इन बांड्स के जारी होने के बाद से इनकी अवधि 7 साल की होगी हालाँकि ब्याज का भुगतान हर 6 माह पर किया जायेगा. 1 जुलाई को खरीदे गए बांड पर ब्याज 1 जनवरी को दिया जायेगा अर्थात पहला बदलाव 1 जनवरी, 2021 को होगा. खास श्रेणी के वरिष्ठ नागरिकों को प्रीमैच्योर रिडेम्पशन की अनुमति है.
सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड में 22 अगस्त से फिर कर सकेंगे निवेश, इश्यू प्राइस 5,197 रुपये प्रति ग्राम
सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) योजना में निवेशक 22 अगस्त से फिर निवेश कर सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि 2022-23 की दूसरी श्रृंखला के तहत स्वर्ण बॉन्ड योजना खरीद के लिये 22 अगस्त से 26 अगस्त के दौरान उपलब्ध होगी।
इसके लिए इश्यू प्राइस ( निर्गम मूल्य) 5,197 रुपये प्रति ग्राम रखा गया है।
बयान के अनुसार, ‘‘ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से स्वर्ण बांड के लिये आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों के लिये निर्गम मूल्य 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगा। इस तरह के निवेशकों के लिए स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,147 रुपये प्रति ग्राम है।’’
केंद्रीय बैंक दरअसल भारत सरकार की तरफ से बॉन्ड जारी करता है। ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते है। अभिदान की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए चार किलोग्राम, एचयूएफ के लिये चार किलोग्राम और न्यासों तथा समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम प्रति वित्त वर्ष है।
Sovereign Gold Bond: कम कीमत पर सोना खरीदने का शानदार मौका, जानिए क्या है निवेश की प्रक्रिया?
धनतेरस और दिवाली आने में अब कुछ ही दिन रह गए हैं, ऐसे में लोग खरीदारी के लिए उत्सुक है। इस मौके पर अगर आप सस्ते में सोना खरीदना चाह रहे हैं तो आपके लिए सरकार लाई है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना। इसके तहत सरकार निवेशकों को बाजार मूल्य के मुकाबले सस्ती दरों पर सोना खरीदने का मौका देती है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अगली किस्त 25 अक्टूबर से ग्राहकों के लिए खुलेगी। इस किस्त में आप 25 अक्तूबर से 29 अक्तूबर तक निवेश कर सकते हैं। वित्त मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
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धनतेरस और दिवाली आने में अब कुछ ही दिन रह गए हैं, ऐसे में लोग खरीदारी के लिए उत्सुक है। इस मौके पर अगर आप सस्ते में सोना खरीदना चाह रहे हैं तो आपके लिए सरकार लाई है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना। इसके तहत सरकार निवेशकों को बाजार मूल्य के मुकाबले सस्ती दरों पर सोना खरीदने का मौका देती है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अगली किस्त 25 अक्टूबर से ग्राहकों के लिए खुलेगी। इस किस्त में आप 25 अक्तूबर से 29 अक्तूबर तक निवेश कर सकते हैं। वित्त मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
अक्तूबर बांड में निवेश 2021- मार्च 2022 के दौरान चार चरणों में जारी किए जाएंगे गोल्ड बॉन्ड
सरकार ने बताया कि 2021-22 सीरीज के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड अक्तूबर 2021- मार्च 2022 के दौरान चार चरणों में जारी किए जाएंगे। इससे पहले मई 2021 से लेकर सितंबर 2021 तक छह चरणों में गोल्ड बॉन्ड लॉन्च किए जा चुके हैं। यानी की साल 2021 से लेकर साल 2022 तक कुल 10 सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड हो जाएंगे। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 2021-22 सीरीज का सातवां चरण की सब्सक्रिप्शन 25 अक्तूबर बांड में निवेश से 29 अक्तूबर के बीच होगी।
बांड में निवेश वाली बचत बांड में निवेश योजनाओं पर बजट में कर-छूट चाहता है म्यूचुअल फंड उद्योग
बिजनेस डेस्क: म्यूचुअल फंड कंपनियों संगठन एएमएफआई ने बांड में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए बजट में कम खर्चीली बांड बचत-योजनाओं पर कर छूट की घोषणा करने का सुझाव दिया है। संगठन का कहना है कि इससे बांड बाजार का दायरा बढ़ेगा। साथ ही एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) ने दीर्घकालीन पूंजी लाभ के उद्देश्य से सोना और जिंस ईटीएफ में बने रहने की अवधि मौजूदा तीन साल से कम कर एक साल करने का अनुरोध किया है।
वित्त मंत्रालय को बजट के लिये दिये प्रस्तावों में उद्योग संगठन ने मांग की है कि सरकार विशेषीकृत दीर्घकालीन संपत्ति के रूप में म्यूचुअल फंड को मान्यता के साथ दीर्घकालीन पूंजी लाभ के लिये योग्य करार दें। साथ जीवन बीमा कंपनियों की यूलिप तथा इक्विटी म्सयूचुअल फंड को समान स्तर पर लाया जाए। एएमएफआई ने म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), एनपीएस और बीमा कंपनियों को लाभांश वितरण कर से छूट देने का भी आग्रह किया।
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फ्लोटिंग रेट बॉन्ड क्या होता है?
भारत सरकार ने 01 जुलाई, 2020 से फ्लोटिंग रेट बॉन्ड 2020 योजना शुरू कर दी है. इस बांड का कार्यकाल 7 वर्ष का होगा. फ्लोटिंग बांड पर हर 6 महीने में 1 जनवरी और 1 जुलाई को ब्याज की दर बदलती रहेगी. बांड में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि 1000 (डिजिटल) रुपये और नकद में अधिकतम 20 हजार रूपये होगी.
भारत में लोगों में बचत की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पहले से ही कई योजनायें चला रखीं हैं. इसी दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए सरकार ने 1 जुलाई 2020 से फ्लोटिंग रेट बांड योजना शुरू की है.
आइये इस लेख में इस योजना के बारे में जानते हैं.
दरअसल मोदी सरकार इस योजना को इसलिए लेकर आई है क्योंकि बैंकों और पोस्ट ऑफिस में डिपाजिट राशि पर ब्याज बहुत घट गया है और लोगों को बचत करने के लिए प्रेरित करने के लिए ज्यादा ब्याज वाली डिपॉजिट स्कीम की जरूरत महसूस हो रही थी. इस स्कीम के तहत 7.15 फीसदी का ब्याज दिया जायेगा जो कि बैंकों और पोस्ट ऑफिस से काफी ज्यादा है.
Sovereign Gold Bond Scheme: सॉवरेन गोल्ड बांड निवेश क्या है जानिए और साथ ही इसके फायदे
केंद्र ने भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2021-22 की घोषणा की है. इस क्रम में ऑनलाइन सदस्यता लेने और डिजिटल रूप से भुगतान करने वाले निवेशकों को योजना के तहत 50 रुपये प्रति ग्राम के नाममात्र मूल्य पर छूट देने का फैसला भी किया गया है.
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 की सीरीज VII, VIII, IX और X अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 तक चार चरणों में जारी की जाएगी.
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 की IX किश्त 10 जनवरी से 14 जनवरी 2022 बांड में निवेश तक पांच दिनों के लिए सब्सक्रिप्शन के लिए खुली हैं. इश्यू प्राइस 4786/- रूपए प्रति ग्राम सोना पर तय किया गया है.