विदेशी मुद्रा बाजार के कार्य

Gold-Silver Rate Today, 05 Dec 2022: 1 महीने में 3,500 रुपये महंगा हो गया सोना, रिकॉर्ड स्तर से सिर्फ 2,000 रु दूर
Gold and Silver Rate Today, 05 December 2022: चीन की ओर से कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में आंशिक छूट के बाद सोमवार को सोने की कीमत 5 महीने के नए उच्च स्तर पर पहुंच गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोना वायदा (Gold Price) 0.40 फीसदी या 216 रुपये बढ़कर 54,066 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। वहीं चांदी की वायदा कीमत (Silver Price) 1.06 फीसदी या 706 रुपये बढ़कर 67,155 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। रिकॉर्ड स्तर से सोने की कीमत सिर्फ 2,000 रुपये दूर है।
वैश्विक बाजार में इतना है कीमती धातुओं का दामउच्च कीमत की वजह से पिछले हफ्ते भारत में फिजिकल सोने की मांग प्रभावित हुई। ग्लोबल मार्केट की बात करें, तो वहां हाजिर बाजार में सोना 0.5 फीसदी बढ़कर 1,807.21 डॉलर प्रति औंस हो गया है। अमेरिकी सोना वायदा 0.6 फीसदी बढ़कर 1,819.60 डॉलर का हो गया। स्पॉट सिल्वर 1.1 फीसदी ऊपर 23.37 डॉलर, प्लैटिनम 1.1 फीसदी बढ़कर 1,024.96 डॉलर और पैलेडियम 0.7 फीसदी बढ़कर 1,911.82 डॉलर हो गया।
47 पैसे फिसला रुपयाडोमेस्टिक शेयर मार्केट में कमजोरी और क्रूड ऑयल की कीमत में तेजी की वजह से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी करेंसी की तुलना में भारतीय रुपया 47 पैसे की गिरावट के साथ 81.80 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के कमजोर होने की वजह से रुपये की गिरावट पर कुछ अंकुश लगा है। मालूम हो कि अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में भारतीय रुपया 81.26 के स्तर पर खुला था।
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन भारतीय रुपया 81.25 के उच्च स्तर पर पहुंचा था। सोमवार को इसने 81.82 के निचले स्तर को छुआ था। डॉलर इंडेक्स की बात करें, तो दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 फीसदी की गिरावट के साथ 104.44 रह गया।
सार्वजनिक ऋण यानि पब्लिक डेट क्या होता है? किसी देश के विकास से इसका क्या संबंध?
केंद्र सरकार ने सार्वजनिक ऋण को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में बांटा है. सार्वजनिक ऋण को भारत की संचित निधि के विरुद्ध अनुबंधित ऋण के रूप में परिभाषित किया गया है. संविधान के अनुच्छेद 266 (2) के तहत भारत की संचित निधि के बाहर प्राप्त अन्य सभी निधियां इसमें शामिल हैं.
देश की सरकार द्वारा ली गई उधार की कुल राशि को सार्वजनिक ऋण या Public Debt कहते हैं. सार्वजनिक ऋण का भुगतान किसी भी देश के संचित निधि से किया जाता है. आसान शब्दों में समझें तो, किसी भी देश की सरकार अपने विकास कार्यों को पूरा करने के लिए विदेश या देश में मौजूद वित्तीय प्रदाताओं से जो उधार लेती है, उसे सार्वजनिक ऋण कहा जाता है.
केंद्र सरकार ने सार्वजनिक ऋण को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में बांटा है. सार्वजनिक ऋण को भारत विदेशी मुद्रा बाजार के कार्य की संचित निधि के विरुद्ध अनुबंधित ऋण के रूप में परिभाषित किया गया है. संविधान के अनुच्छेद 266 (2) के तहत भारत की संचित निधि के बाहर प्राप्त अन्य सभी निधियां इसमें शामिल हैं. इसके अलावा दूसरे प्रकार की देनदारियों को सार्वजनिक खाता कहा जाता है.
पिछले कुछ वर्षों में केंद्र सरकार ने अपने द्वारा लिए गए ऋणों में विदेशी ऋणों पर विदेशी मुद्रा बाजार के कार्य निर्भरता को कम करने के लिए एक रणनीति का पालन किया है, जिसके तहत वर्तमान में देश का आंतरिक ऋण समग्र सार्वजनिक ऋण के कुल हिस्से का 93% से अधिक है. बाहरी ऋण बाजार से लिया गया ऋण नहीं होता है. इसे संस्थागत देनदारों से रियायती दरों पर सरकार द्वारा उठाया गया है. इनमें से अधिकांश बाहरी रेट निश्चित दर के रेट हैं, जो ब्याज दर या मुद्रा की अस्थिरता से मुक्त है.
भारतीय रिजर्व बैंक के 1934 के अधिनियम के अनुसार, रिजर्व बैंक केंद्र सरकार के लिए बैंक और सार्वजनिक ऋण प्रबंधक दोनों है. RBI सरकार की ओर से सभी धन, प्रेषण, विदेशी मुद्रा और बैंकिंग लेनदेन को संभालता है. साथ ही केंद्र सरकार आरबीआई के पास अपना नकद भी जमा करती है. हाल विदेशी मुद्रा बाजार के कार्य में सार्वजनिक ऋण के प्रबंधन के लिए एक एजेंसी बनाने की मांग उठी है. नीति आयोग ने भी अलग सार्वजनिक ऋण प्रबंधन एजेंसी के बनाने की वकालत की है.
सार्वजनिक ऋण केंद्र सरकार द्वारा देय धन है, जबकि निजी ऋण में निजी कंपनियों, कॉर्पोरेट क्षेत्र और व्यक्तियों जैसे कि गृह ऋण, ऑटो ऋण, व्यक्तिगत ऋण द्वारा लिए गए सभी ऋण शामिल हैं.
Electric Vehicles: इलेक्ट्रिक कार-बाइक चलाने वालों के लिए खुशखबरी, नितिन गडकरी ने किया बड़ा ऐलान
Electric Vehicles:: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर ऐसा ऐलान किया है, जिसे सुनकर आप खुशी से झूम उठेंगे
Electric Vehicles: अगर आप नई इलेक्ट्रिक कार (Electric Cars) या बाइक (Electric Bikes) खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो कुछ महीने रुक जाइए। जी हां, एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे पढ़ने के बाद आप आप विदेशी मुद्रा बाजार के कार्य अपनी कार या बाइक खरीदने की प्लानिंग को एक साल तक टाल सकते हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicles) को लेकर ऐसा ऐलान किया है, जिसे सुनकर आप खुशी से झूम उठेंगे।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले दिनों दावा किया था कि अगले एक साल में इलेक्ट्रिक व्हीकल की कीमत पेट्रोल गाड़ियों के बराबर हो जाएगी। गडकरी ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि एक साल के भीतर इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की कीमत पेट्रोल गाड़ियों की लागत के बराबर होगी। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार पेट्रोल और डीजल के बजाए फसल अवशेषों से एथनॉल उत्पादन को बढ़ावा दे रही है।
गडकरी ने कहा, ‘‘मैं कोशिश कर रहा हूं कि देश में एक साल के भीतर इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत पेट्रोल गाड़ियों की लागत के बराबर हो। इससे हम जीवाश्म ईंधन (पेट्रोल, डीजल आदि) पर खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा को बचा सकेंगे।’’
डीजीपी के आदेश पर सब-इंस्पेक्टर सस्पेंड,व्यवसायी से मारपीट का है आरोप
Ashok Kumar,DGP,Uttarakhand Police
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून : उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के आदेश पर एक सब इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार डीजीपी अशोक कुमार ने थाने में व्यवसायी के साथ मारपीट करने वाले सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर घटना की निष्पक्ष जांच कराने के लिए नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया है.
उल्लेखनीय है कि पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को व्हाट्सएप के माध्यम से रामनगर के एक व्यवसायी के साथ थाने में एक उपनिरीक्षक द्वारा मारपीट किए जाने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी.
शिकायत की प्रथम दृष्टया जांच कराने पर आरोप सही पाए गए जिसके चलते पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा रामनगर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर नीरज चौहान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर घटना की निष्पक्ष जांच कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को निर्देशित किया गया है.
श्री अशोक कुमार ने कहा कि किसी विदेशी मुद्रा बाजार के कार्य भी दशा में पुलिसकर्मियों द्वारा अनुशासनहीनता या आम जनता के साथ दुर्व्यवहार अथवा कोई भी ऐसा कार्य जिससे पुलिस की छवि खराब होती हो क्षम्य नहीं होगा.
समय-समय पर पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं इसके बावजूद भी एक ऐसा दृष्टांत सामने आया है जो अत्यंत आपत्तिजनक और बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है जो भी विदेशी मुद्रा बाजार के कार्य पुलिसकर्मी विभाग की छवि खराब करेगा उसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.