निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली

इसीलिए इसे पिफक्सड इनकम एसेट के रूप में भी जाना जाता है। और अब क्योंकि कपंनी आपके कर्ज में है, तो इसे ‘डेब्ट सिक्योरिटी’ ;ट्टण प्रतिभूतिद्ध के नाम से भी जाना जाता है। आखिर में कंपनी या सरकार आपको वो पैसा वापस लौटाएंगे, जो आपने उन्हें दिया था।
जानिए बचत और निवेश में क्या अंतर है
इसमें कोई संदेह नहीं कि चत और निवेश एक ही समय पर होते हैं, पर असल में पैसे को बचाने के लिए बचत खाता एक जगह है और इस दौरान आप इस पर छोटी दर का ब्याज भी हासिल करते हो। हालांकि, यह ब्याज कोई ठोस रकम नहीं दिलाता। हां, बैंक खाता अपना पैसा जमा करने के लिए सुरक्षित जगह है, लेकिन याद रखें जो बात हम प्रत्येक दिन महसूस करते हैं, वह महंगाई है। अच्छी बचत की आदत के साथ भी जो ब्याज आप हासिल करते हैं, वह उस समय के दौरान महंगाई की कीमत की क्षतिपूर्ति करने के लिए कापफी नहीं हो सकता।
तब आप आश्चर्य प्रकट कर सकते हैं कि सीधे निवेश करने के बजाय बचत करने के पूरे अनुभाग को लेकर क्यों परेशान हुआ जाए? आप सहज रहिए। अपने पैसे में इजापफा करने के लिए जो सबसे बड़ी निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली गलती हम करते हैं, वह गाड़ी को घोड़े से आगे रखने का जोखिम है। किसी भी शख्स के लिए पहले बिना कुछ पैसे बचाए निवेश करना व्यावहारिक रूप से असंभव है। उदाहरण के तौर पर निवेश के एक जरिए बॉन्ड्स निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली को ही ले लें।
रंग-ए -ज़ीस्त
ऐसे में अब वास्तव में बचत के लिए आपके पास कुछ पैसा होता है, तो सवाल यह है कि पैसे की कीमत बढ़ाने के लिए मैं क्या निवेश करूं? आपका वित्तीय सलाहकार वित्तीय लेखपत्रों या प्रपत्रों निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली जैसे पिफक्सड इनकम प्रपत्रा ;उदाहरण के तौर पर बाॅन्ड्सद्ध और शेयर ;कंपनी शेयरद्ध निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली में निवेश के लिए आपसे बात कर सकते हैं। आपके मित्रा इस बात से सहमत हो सकते हैं कि समकालीन कला की कोई वस्तु खरीदना एक अच्छा निवेश हो सकता है। वजह यह है कि आपके पिता आपसे कह सकते हैं कि रियल स्टेट में निवेश से अलग आप किसी चीज के बारे में न सोचें।
अनिवार्य रूप से ये सभी अलग तरह की संपत्तियां-शेयर, बाॅन्ड्स, कला, संपत्ति-आदि हैं, जिनमें आप निवेश कर सकते हैं। क्या आप वह करते हैं, जिसे समझदारी भरा पफैसला कहा जा सकता है ;लेकिन आप इस बारे में कैसे तय करते हैं?सबसे ज्यादा मजेदार क्या है, किस विकल्प में आपको ज्यादा रिटर्न देने की गारंटी निहित है?
सोना हुआ फिर एक बार सस्ता, करवा चौथ, धनतेरस दिवाली का न करें इंतजार
लखनऊ. कोरोना काल (Coronavirus in UP) में एक वक्त पर 56,000 रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंचने वाला सोना (Gold Prices) अब 51000 रुपए पर आ गया है। सेफ हेवन माने जाने वाले इस धातु की ओर ऑनलाइन निवेशकों का रुझान तो है ही, सर्राफा बाजार का भी लोग रुख करने लगे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो त्योहारी सीजन में इसके दाम बढ़ सकते हैं। दिवाली पर यह 60 हजार प्रति दस ग्राम तक जा सकते हैं। ऐसे में ग्राहक करवा चौथ, धनतेरस, दिवाली का निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली इंतज़ार न करें और अभी निवेश करें।
यूपी में लोग सोने को मौजूदा रेट में बुक कर खरीद रहे हैं। सोने की वर्तमान कीमतों में मनपसंद गहनों की बुकिंग धनतेरस और दिवाली के लिए कराई जा रही है। सर्राफा में ग्राहकों को कई विकल्प दिए जा रहे हैं। गुरुवार को सोने के रेट की बात करें तो लखनऊ में इसके दाम 52,185 रुपए, कानपुर में 52,250 निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली व मेरठ में 52,200 रुपए प्रति दस ग्राम दर्ज किए गए। Paisa Bazaar के अनुसार यूपी में औसतन 24 कैरेट सोने का भाव गुरुवार को 50,475 रहा है।
दिवाली पर बनाएं यह खास रंगोली के साथ दिवाली स्पेशल रेसिपी
आजकल तो और दिवाली की तैयारी पहले से ही शुरू हो जाती है. कल यानि 25 अक्टूबर को धनतेरस (Dhanteras 2019) है, इसके दो दिन बाद दिवाली मनाई जाती है. इस साल दिवाली 27 अक्टूबर के दिन है. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं. और महीनों से घरों में दिवाली की तैयारी शुरू हो जाती हैं. दिवाली के लिए सभी अपने घरों के तैयार करते हैं और साफ-सफाई की जाती है. दिवाली पर घर को पेंट कराना, पूरे घर से सफाई करना और घर को सजाना (Diwali Decoration)। हम सबके लिए दिवाली का मायना सालों से यही रहा है.
अब बात करते हैं दिवाली (Diwali 2019) वाले दिन क्या-क्या करते हैं. दिवाली वाले दिन पूरे घर को फूलों और सजावटी सामान से सजाया जाता है. माना कहा जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी का घर में आगमन होता है. इसलिए उनके स्वागत के लिए घर के आंगन में या एंट्री के पास रंगोली (Rangoli on Diwali) बनाने का रिवाज है.
LIC IPO Update: Why LIC IPO caused huge loss to investors? see government statement
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Haryana Update. LIC IPO Update: देश के सबसे बड़े आईपीओ का इंतजार सभी को था. लेकिन भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के IPO ने पहले ही दिन निवेशकों को बड़ा झटका दिया है. इस आईपीओ से तगड़ी कमाई की उम्मीद में बड़े पैमाने पर पॉलिसीहोल्डर्स ने भी पैसे लगाए थे, लेकिन सभी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है.
एलआईसी ने निवेशकों को दिया झटका
वैश्विक बाजार से मिल रहे खराब संकेतों के बीच एलआईसी आईपीओ की लिस्टिंग के समय ही हुए इस बड़े झटके से निवेशक सहमे हुए हैं. अब उनके भीतर ये सवाल उठ रहा है कि क्या एलआईसी शेयर को बेच देना ही सही है? हालांकि सरकारी कंपनी होने के चलते निवेशकों को LIC कंपनी पर बहुत भरोसा है.
LIC gave a shock to investors
Investors are scared of this big setback at the time of listing of LIC IPO amidst bad signals from the global market. Now the question is arising within them that is it right to sell the LIC share? However, being a government company, investors have great faith in the LIC company.
सरकार का आया बयान
एलआईसी आईपीओ से सरकार भी मोटे फंड को निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली बनाना चाहती थी. अब इसे लेकर सरकार का बयान सामने आया है. सरकार ने LIC के शेयरों की कमजोर लिस्टिंग के लिए शेयर बाजार को जिम्मेदार निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली ठहरा रही है. सरकार ने कहा है कि बाजार में उतार-चढ़ाव की वजह से निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा है.
Government's statement
The government also wanted to make a hefty fund from LIC IPO. Now the statement of the government has come out regarding this. The government is blaming the stock market for the weak listing of LIC shares. The government has said that investors have suffered due to volatility in the market.
डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) के सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडेय का कहना है कि ग्लोबल मार्केट की अनिश्चितता के कारण शेयर की कमजोर लिस्टिंग हुई है. हालांकि सरकार की ने निवेशकों को एलआईसी के शेयरों को लंबे समय तक रखने की सलाह दी है. तुहिन कांत पांडेय ने बताया कि पॉलिसीहोल्डर्स, रिटेल इनवेस्टर्स और एंप्लॉयीज को निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली डिस्काउंट में शेयर मिला है, इसलिए उन्हें कम नुकसान हुआ है.
दिवाली पर बनाएं यह खास रंगोली के साथ दिवाली स्पेशल रेसिपी
आजकल तो और दिवाली की तैयारी पहले से ही शुरू हो जाती है. कल यानि 25 अक्टूबर को धनतेरस (Dhanteras 2019) है, इसके दो दिन बाद दिवाली मनाई जाती है. इस साल दिवाली 27 अक्टूबर के दिन है. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं. और महीनों से घरों में दिवाली की तैयारी शुरू हो जाती हैं. दिवाली के लिए सभी अपने घरों के तैयार करते हैं और साफ-सफाई की जाती है. दिवाली पर घर को पेंट कराना, पूरे घर से सफाई करना और घर को सजाना (Diwali Decoration)। हम सबके लिए दिवाली का मायना सालों से यही रहा है.
अब बात करते हैं दिवाली (Diwali 2019) वाले दिन क्या-क्या करते हैं. दिवाली वाले दिन पूरे घर को फूलों और सजावटी सामान से सजाया जाता है. माना कहा जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी का घर में आगमन होता है. इसलिए उनके स्वागत के लिए घर के आंगन में या एंट्री के पास रंगोली (Rangoli on Diwali) बनाने का रिवाज है.