शेयर ट्रेडिंग

Zerodha पर ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदें

Zerodha पर ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदें

how to do intraday trading in zerodha in hindi

यदि अपने zerodha में अपना अकॉउंट खुलवाया है और उसमे कैसे ट्रेडिंग किया जाये इसके बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको आज इसी विषय के बारे में बताने वाला हूँ जिससे आपको ज़ेरोढा में ट्रेडिंग करते वक़्त कोई परेशानी न हो

सबसे पहले आपको nse के साइट से कुछ ज्यादा प्राइस और हाई वॉल्यूम वाले स्टॉक को अपने ज़ेरोढा के लिस्ट में रखने होंगे और यह ध्यान देने वाली बात यह है की वे सारे शेयर एक ही सेक्टर के नहीं हो सब अलग – अलग हों चाहिए और साथ में ज़ेरोढा प्लेटफार्म भी 5 भागो में कुल 250 स्टॉक रखने की सुविधा देती हैं इसका लाभ आप जरूर ले

ऊपर इमेज में मैंने महत्वपूर्ण भाग को एक लाइन के द्वारा चिन्हित किया हैं सबसे पहले आप nse के साइट से स्टॉक को चुनकर एक कॉपी में लिख ले और उसके बाद उन सारे लिखे हुए स्टॉक को ज़ेरोढा के बॉक्स में इन्सर्ट कर ले ।

इंट्राडे करने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी होता हैं रोजाना के बेसिस पर स्टॉक का अध्यन करना की कौन सा स्टॉक उप ट्रेंड में हैं या कौन सा स्टॉक डाउन ट्रेंड में यदि कोई स्टॉक उप ट्रेंड है तो उसे खरीदना हैं और कोई स्टॉक निचे गिर रहा है तो उसे शार्ट सेल्ल करना हैं ।

अब बारी हैं स्टॉक को चुनने की और उसपर एक ट्रेड लेकर कैसे मुनाफा कमाए इसके बारे में मैं आपको अब बताने वाला हूँ लेकिन उससे पहले आपको एक बात ध्यान देना है की इंट्राडे में ट्रेड लेते समय कभी भी ज्यादा प्रॉफिट कमाने का लालच ना करे नहीं तो ज्यादा फायदा कमाने के चक्केर में नुक्सान भी हो सकता हैं Zerodha पर ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदें ।

ट्रेडिंग के प्रकार स्टॉक बाजार में निवेश कैसे करे इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने

zerodha intraday trading in hindi

मान लीजिये की इंट्राडे करने के लिए मैंने ज़ेरोढा के बॉक्स से आईसीआईसीआई बैंक को इंट्राडे के लिए चुन लिया हैं और अब हमे इंडिकेटर का भी इस्तेमाल करना हैं तभी हम कोई ट्रेड ले पायंगे ।

इंडिकेटर के लिए मैंने बोलिंगर बंद को चुना हैं जो भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जानेवाला एकलौता इंडिकेटर हैं और ट्रेंड को पाचन करने के लिए macd का प्रयोग करेंगे । चूँकि हमे इंट्राडे के लिए ट्रेड लेना है इसके लिए टाइम पीरियड 15 मिनट का होगा ।

buy – कोई भी स्टॉक खरीदने से पहले मैड पर उसके ट्रेंड को चेक करेंगे और इसके चेक करने के सबसे आसान तरीका हैं जब macd line signal लाइन को निचे से ऊपर की ओर क्रॉस करे

तब आप समझ जाइये की अब इस स्टॉक में buy की अवसर आने वाले हैं । यह सिग्नल मिलने के बाद अब हमे बोलिंगर बैंड के तरफ जाकर उसके बिच वाली लाइन जो की 20 डे मूविंग एवरेज की होती हैं

उसके ऊपर किसी ग्रीन कैंडल के क्लोज होने का इंतजार करना हैं जैसे ही कोई ग्रीन कैंडल क्लोज होगी उसके हाई के ऊपर हम स्टॉक को खरीद लेंगे ।

stop loss – इसमें आप स्टॉप लोस्स दो तरह से लगा सकते हैं पहला की बढ़िया रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो पाने के लिए bolinger band के निचे वाली लाइन में अपना स्टॉप लोस्स रखे नहीं तो बिच वाली लाइन के ठीक निचे वाले प्राइस पर भी अपने स्टॉप लोस्स रख सकते हैं ।

sell – इंट्राडे में स्टॉक को buy करने के बाद उसे सेल्ल भी करना पड़ता हैं इसके लिए आप प्रॉफिट के मार्जिन को फिक्स कर दे जो 1 से 3 प्रतिसत तक हो सकता हैं

swing trading कैसे करे किस कंपनी का शेयर चुने लोस्स को वापस कैसे लाये

margin intraday square off meaning in hindi

1 ) पहला जब इंट्राडे के दौरान कोई स्टॉक को हम खरीदते हैं तो हमे उस स्टॉक के प्राइस के हिसाब से 10% का बैलेंस अपने demat खातेमें रखना पड़ता हैं जैसे की मान लीजिये की मुझे icici बैंक का 10 शेयर खरीदना हैं

और उसका एक शेयर का प्राइस 500 रूपए हैं तो मुझे अपने अकाउंट में कम से कम 500 रूपए रखने होंगे तभी मैं उस शेयर के 10 कॉन्टिटी खरीद पाउँगा यदि आपके अकाउंट में 5000 रूपए है तो आप बिना लवरेज और मार्जिन के भी उस स्टॉक को खरीद सकते हैं ।

2 ) यदि आपने इंट्राडे के दौरान लवरेज के माध्यम से कोई स्टॉक को ख़रीदा हैं और आपको ऐसा लगता हैं की उस स्टॉक की और ऊपर जाने की संभावना हैं तो आप उसे अपने खुद के पैसे से कन्वर्ट करके अगले दिन के लिए भी होल्ड कर सकते हैं

3 ) intraday squre off का मतलब है की जब आपने कोई स्टॉक को इंट्राडे के लिए ख़रीदा हैं तो आपको मार्किट बंद होने के 10 से 15 मिनट पहले अपने सारे सौदे को क्लोज करने होते हैं यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपसे फाइन के रूप में कुछ पैसे काट लिए जायेंगे इसलिए हो सके तो अपने सौदे को 3 बजे तक जरूर क्लोज कर ले

शेयर बाजार के नियम क्या है सबसे सस्ता शेयर supertrend and rsi strategy

निष्कर्ष (how to do intraday trading in zerodha in hindi)

आपको मेरा यह आर्टिकल zerodha me intraday trading kaise kare कैसा लगा हमे कमेंट में जरूर बताएं जिससे हमे और भी इस तरह के आर्टिकल लिखने में मदद मिलती हैं और साथ में अपने सवाल को भी हमसे पूछ सकते हैं जिसका जवाब देने की पूरी कोसिस की जाएगी धन्यवाद

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यदि अपने zerodha में अपना अकॉउंट खुलवाया है और उसमे कैसे ट्रेडिंग किया जाये इसके बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको आज इसी विषय के बारे में बताने वाला हूँ जिससे आपको ज़ेरोढा में ट्रेडिंग करते वक़्त कोई परेशानी न हो

सबसे पहले आपको nse के साइट से कुछ ज्यादा प्राइस और हाई वॉल्यूम वाले स्टॉक को अपने ज़ेरोढा के लिस्ट में रखने होंगे और यह ध्यान देने वाली बात यह है की वे सारे शेयर एक ही सेक्टर के नहीं हो सब अलग – अलग हों चाहिए और साथ में ज़ेरोढा प्लेटफार्म भी 5 भागो में कुल 250 स्टॉक रखने की सुविधा देती हैं इसका लाभ आप जरूर ले

ऊपर इमेज में मैंने महत्वपूर्ण भाग को एक लाइन के द्वारा चिन्हित किया हैं सबसे पहले आप nse के साइट से स्टॉक को चुनकर एक कॉपी में लिख ले और उसके बाद उन सारे लिखे हुए स्टॉक को ज़ेरोढा के बॉक्स में इन्सर्ट कर ले ।

इंट्राडे करने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी होता हैं रोजाना के बेसिस पर स्टॉक का अध्यन करना की कौन सा स्टॉक उप ट्रेंड में हैं या कौन सा स्टॉक डाउन ट्रेंड में यदि कोई स्टॉक उप ट्रेंड है तो उसे खरीदना हैं और कोई स्टॉक निचे गिर रहा है तो उसे शार्ट सेल्ल करना हैं ।

अब बारी हैं स्टॉक को चुनने की और उसपर एक ट्रेड लेकर कैसे मुनाफा कमाए इसके बारे में मैं आपको अब बताने वाला हूँ लेकिन उससे पहले आपको एक बात ध्यान देना है की इंट्राडे में ट्रेड लेते समय कभी भी ज्यादा प्रॉफिट कमाने का लालच ना करे नहीं तो ज्यादा फायदा कमाने के चक्केर में नुक्सान भी हो सकता हैं ।

ट्रेडिंग के प्रकार स्टॉक बाजार में निवेश कैसे करे इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने

zerodha intraday trading in hindi

मान लीजिये की इंट्राडे करने के लिए मैंने ज़ेरोढा के बॉक्स से आईसीआईसीआई बैंक को इंट्राडे के लिए चुन लिया हैं और अब हमे इंडिकेटर का भी इस्तेमाल करना हैं तभी हम कोई ट्रेड ले पायंगे ।

इंडिकेटर के लिए मैंने बोलिंगर बंद को चुना हैं जो भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जानेवाला एकलौता इंडिकेटर हैं और ट्रेंड को पाचन करने के लिए macd का प्रयोग करेंगे । चूँकि हमे इंट्राडे के लिए ट्रेड लेना है इसके लिए टाइम पीरियड 15 मिनट का होगा ।

buy – कोई भी स्टॉक खरीदने से पहले मैड पर उसके ट्रेंड को चेक करेंगे और इसके चेक करने के सबसे आसान तरीका हैं जब macd line signal लाइन को निचे से ऊपर की ओर क्रॉस करे

तब आप समझ जाइये की अब इस स्टॉक में buy की अवसर आने वाले हैं । यह सिग्नल मिलने के बाद अब हमे बोलिंगर बैंड के तरफ जाकर उसके बिच वाली लाइन जो की 20 डे मूविंग एवरेज की होती हैं

उसके ऊपर किसी ग्रीन कैंडल के क्लोज होने का इंतजार करना हैं जैसे ही कोई ग्रीन कैंडल क्लोज होगी उसके हाई के ऊपर हम स्टॉक को खरीद लेंगे ।

stop loss – इसमें आप स्टॉप लोस्स दो तरह से लगा सकते हैं पहला की बढ़िया रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो पाने के लिए bolinger band के निचे वाली लाइन में अपना Zerodha पर ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदें स्टॉप लोस्स रखे नहीं तो बिच वाली लाइन के ठीक निचे वाले प्राइस पर भी अपने स्टॉप लोस्स रख सकते हैं ।

sell – इंट्राडे में स्टॉक को buy करने के बाद उसे सेल्ल भी करना पड़ता हैं इसके लिए आप प्रॉफिट के मार्जिन को फिक्स कर दे जो 1 से 3 प्रतिसत तक हो सकता हैं

swing trading कैसे करे किस कंपनी का शेयर चुने लोस्स को वापस कैसे लाये

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1 ) पहला जब इंट्राडे के दौरान कोई स्टॉक को हम खरीदते हैं तो हमे उस स्टॉक के प्राइस के हिसाब से 10% का बैलेंस अपने demat खातेमें रखना पड़ता हैं जैसे की मान लीजिये की मुझे icici बैंक का 10 शेयर खरीदना हैं

और उसका एक शेयर का प्राइस 500 रूपए हैं तो मुझे अपने अकाउंट में कम से कम 500 रूपए रखने होंगे तभी मैं उस शेयर के 10 कॉन्टिटी खरीद पाउँगा यदि आपके अकाउंट में 5000 रूपए है तो आप बिना लवरेज और मार्जिन के भी उस स्टॉक को खरीद सकते हैं ।

2 ) यदि आपने इंट्राडे के दौरान लवरेज के माध्यम से कोई स्टॉक को ख़रीदा हैं और आपको ऐसा लगता हैं की उस स्टॉक की और ऊपर जाने की संभावना हैं तो आप उसे अपने खुद के पैसे से कन्वर्ट करके अगले दिन के लिए भी होल्ड कर सकते हैं

3 ) intraday squre off का मतलब है की जब आपने कोई स्टॉक को इंट्राडे के लिए ख़रीदा हैं तो आपको मार्किट बंद होने के 10 से 15 मिनट पहले अपने सारे सौदे को क्लोज करने होते हैं यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपसे फाइन के रूप में कुछ पैसे काट लिए जायेंगे इसलिए हो सके तो अपने सौदे को 3 बजे तक जरूर क्लोज कर ले

शेयर बाजार के नियम क्या है सबसे सस्ता शेयर supertrend and rsi strategy

निष्कर्ष (how to do intraday trading in zerodha in hindi)

आपको मेरा यह आर्टिकल zerodha me intraday trading kaise kare कैसा लगा हमे कमेंट में जरूर बताएं जिससे हमे और भी इस तरह के आर्टिकल लिखने में मदद मिलती हैं और साथ में अपने सवाल को भी हमसे पूछ सकते हैं जिसका जवाब देने की पूरी कोसिस की जाएगी धन्यवाद

Zerodha, Upstox, Angel Broking और Groww, कौन सी है सबसे बेहतर Trading App-

अगर आप स्टॉक मार्केट ( STOCK TRADING) में ट्रेडिंग करने की तैयारी शुरू करने जा रहे हैं तो यह वीडियो आपके लिए बहुत खास होने वाला है. इस वीडियो में हम आपको बताएंगे देश की चार बड़ी ट्रेडिंग एप्स(TRADING APPS) में से सबसे बेहतर कौन कौन सी है .यह चारों ऐप (zerodha)डिस्काउंट ब्रोकरेज के ऊपर काम करती हैं , इसके अंदर आपको ट्रेडिंग करने के लिए ज्यादा ब्रोकरेज नहीं चुकानी पड़ती(angle broking) .इन चारों में से कौन सी ऐप ज्यादा फायदेमंद है और किसके कितने हैं charges जानने के लिए इस वीडियो को देखें.

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.

तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.

क्या होता है डीमैट खाता

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जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.

डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.

कैसे खोलें डीमैट खाता

- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.

- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.

- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.

- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.

- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.

कौन खोलेगा डीमैट खाता

इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.

जरूरी शर्तें

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके Zerodha पर ऑनलाइन शेयर कैसे खरीदें लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

जो लोग शेयर बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर मुनाफा कमाना चाहते हैं उनके लिए इंट्रा डे ट्रेडिंग बेहतर विकल्प है. इसमें पैसा लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

Soma Roy | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: May 14, 2021 | 10:32 PM

लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

1. इंट्रा डे ट्रेडिंग में सिर्फ लिक्विड स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए. जबकि वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए.

2. इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स का चुनाव करना चाहिए.

3. शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें. आप चाहे तो शेयर को लेकर एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं.

4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में स्टॉक में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, इसलिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.

5.इंट्रा डे में अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की खरीददारी करना बेहतर होता है.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

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