कॉल विकल्प

Cube ACR
Cube ACR एंड्रॉयड फोन से किए जाने वाले कॉल को रिकॉर्ड करने के लिए बनाया गया एक उपकरण है। यह कॉल को उपकरण की मेमोरी में सहेजता है ताकि आप जब मन चाहे उसे सुन सकें। अगर आप ऐसे उपकरण की खोज में हैं जो किसी भी बातचीत को रिकॉर्ड कर सकता है तो यह ऐप एक क्लिक से इस काम को सरल बना देता है।
ऐप खोलने के बाद आपको Cube ACR द्वारा मांगी जा रही अनुमति को स्वीकारना है ताकि ऐप फोन में सहेजा जा सके और यह बातचीत को रिकॉर्ड कर सके। यह प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आप Cube ACR को कभी भी खोल कर सुन सकते हैं। इस तरह बातचीत को रिकॉर्ड करने के लिए आपको बस एक क्लिक करने की जरूरत है, फिर चाहे बातचीत जितनी मर्जी लंबी हो।
इससे आप बिना ऐप खोले बातचीत को स्वचालित रूप से रिकॉर्ड कर सकते हैं। इस तरह आपको आने वाले हर कॉल की रिकॉर्डिंग इस ऐप में सहेजी जाएगी। आप जिन कॉलों को स्वचालित रूप से रिकॉर्ड करना चाहते उन्हें प्रिसेट कर सकते हैं।
Cube ACR में एक रिकॉर्डिंग टैब है जहां आपको सभी पुरानी रिकॉर्डिंग मिलेंगी। जल्दी खोजने के लिए आप अपनी फाइलों को एक नाम दे सकते हैं। आप चाहे तो ऑडियो ट्रैक को किसी के भी साथ सांझा करें और एक क्लिक से उसे डिलीट करें। Cube ACR की मेहरबानी से, आप जितनी मर्जी बार रिकॉर्डिंग सुने और सभी महत्वपूर्ण बातचीत को सहेज कर रखें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या Cube ACR पर किसी रिकॉर्डिंग को वापस पाना संभव है?
यदि आपने Cube ACR पर कोई रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी है, तो उसे पुनःप्राप्त करने का कोई तरीका नहीं है। एप्प के पास इन रिकॉर्डिंग तक पहुंच नहीं है और यह प्रतियां नहीं रखता है। इसलिए उन्हें डिलीट करने से पहले एक बैकअप प्रतिलिपि बनाने की सलाह दी जाती है।
Cube ACR केवल मेरी आवाज क्यों रिकॉर्ड करता है?
Cube ACR कॉल के दोनों पक्षों को रिकॉर्ड करने में सक्षम है। ऐसा करने के लिए, आपको एप्प को अपडेट करना होगा, "स्पीच रिकग्निशन" ऑडियो स्रोत चुनना होगा और सेटिंग्स में स्पष्टता बढ़ानी होगी। यदि यह काम नहीं करता है, तो "वॉयस कॉल" विकल्प का उपयोग किया जा सकता है।
मैं Cube ACR के साथ कौन-सी कॉल रिकॉर्ड कर सकता/सकती हूं?
Cube ACR आपको अपने डिवाइस पर की गई सभी प्रकार की कॉलों को रिकॉर्ड करने देता है, जिसमें मोबाइल नेटवर्क पर की गई कॉल और VoIP के माध्यम से की गई कॉल भी शामिल हैं। परवर्ती प्रोटोकॉल का उपयोग WhatsApp, Telegram, Viber, Skype, Line, WeChat, और Zoom जैसे एप्पस द्वारा किया जाता है। हालाँकि, कुछ डिवाइसस में VoIP कॉल रिकॉर्ड करने की सीमाएँ हो सकती हैं।
क्या Cube ACR निःशुल्क है?
हाँ, Cube ACR निःशुल्क है। मुफ्त संस्करण के साथ, आप सभी कॉलों की स्वचालित रिकॉर्डिंग, मैन्युअल रिकॉर्डिंग और रिकॉर्डिंग सुनने जैसी सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं। प्रीमियम संस्करण के साथ, कॉल को क्लाउड पर या आपके डिवाइस की कॉल विकल्प मेमोरी में सेव किया जा सकता है। आप एप्प को PIN से भी सुरक्षित कर सकते हैं और अपने फोन को हिलाकर कॉल के महत्वपूर्ण हिस्सों को चिह्नित कर सकते हैं।
क्या कॉल और पुट ऑप्शंस का मतलब जानते हैं आप?
विक्रेता खरीदार से कॉल या पुट कॉल विकल्प खरीदने-बेचने के लिए बाध्य होता है.
2. कॉल और पुट क्या हैं?
ग्राहक के नजरिए से देखें तो कॉल आपको विक्रेता से एक निर्धारित तिथि पर पहले से तय दामों पर इसमें शामिल शेयरों को खरीदना का अधिकार देता है. पुट में आपको तय तारीख पर विक्रेता को पहले से तय कीमतों पर इनमें शामिल शेयर/इंडेक्स को बेचने का हक मिलता है. दोनों मामलों में विक्रेता खरीदार से कॉल या पुट खरीदने-बेचने के लिए बाध्य होता है. अभी केवल मार्जिन मनी की अदला-बदली विक्रेता और खरीदार के बीच होती है. लेकिन, समय के साथ सभी वायदा सौदों में सेबी डिलीवरी को अनिवार्य कर सकता है.
3. ऑप्शन के खरीदार और विक्रेता किन बातों से संकेत लेते हैं?
इसे फिर उदाहरण से समझना बेहतर होगा. निफ्टी में मौजूदा एक्सपायरी कॉन्ट्रैक्ट (28 फरवरी) के लिए 10,700-11,000 की रेंज है. विक्रेता चाहेगा कि निफ्टी फिलहाल अभी इस रेंज में कारोबार करे. इससे वह 11,000 की कॉल और 10,700 की पुट बेच पाएगा. इसके बदले में वह खरीदार से प्रीमियम प्राप्त करेगा.
निफ्टी का मौजूदा भाव 10,893.65 है. 11,000 की कॉल या 10,700 की पुट खरीदने वाला चाहेगा कि निफ्टी इस रेंज को तोड़े. वहीं, विक्रेता चाहेगा कि यह रेंज होल्ड करे.
इसे और आसान तरीके से समझते हैं. शुक्रवार के बंद भाव पर 11,000 की कॉल खरीदने के लिए खरीदार को 121 रुपये प्रति शेयर (एक कॉन्ट्रैक्ट में 75 शेयर होते हैं) देने होंगे. इस महीने के अंत तक विक्रेता के लिए 11,121 (11,000+121) का ब्रेकईवेन कॉल विकल्प होगा. खरीदार को केवल तभी फायदा होगा यदि निफ्टी 11,121 के ऊपर एक्सपायर हो.
यदि निफ्टी एक्सपायरी पर 11,000 या इसके नीचे रहता है तो खरीदार विक्रेता के हाथों अपना पूरा प्रीमियम गंवा देगा. यदि निफ्टी 11,200 पर रहता है तो खरीदार प्रति शेयर 79 रुपये का मुनाफा बनाएगा. यानी उस स्थिति में विक्रेता को नुकसान होगा.
यही बात पुट के मामले में भी लागू होती कॉल विकल्प है. बस, फर्क यह होता है कि खरीदार महसूस करता है कि निफ्टी खरीदे गए स्ट्राइक प्राइस माइनस दिए गए प्रीमियम से नीचे एक्सपायर होगा. वहीं, विक्रेता को लगता है कि निफ्टी बढ़ेगा.
4. रेंज के शुरुआती और अंतिम बिंदु पर क्या होता है?
11,000 कॉल विकल्प पर निफ्टी काफी रजिस्टेंस का सामना करेगा. उस वक्त कई ट्रेडर इंडेक्स फ्यूचर या इंडेक्स में शामिल स्टॉकों को बेचना शुरू करेंगे. यह सप्लाई कीमतों को बढ़ने से रोकेगा. इसी तरह 10,700 पर ट्रेडर्स निफ्टी फ्यूचर या इंडेक्स में शामिल वजनदार शेयरों को खरीदना शुरू कर देंगे. यह निफ्टी को अपनी रेंज तोड़ने से रोकेगा. लोग इस स्तर पर खरीदना पसंद करेंगे.
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कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकॉल के खरीदार को एक तय तरीख और निश्चित मूल्य पर अंडरलाइंग स्टॉक खरीदने का अधिकार मिलता है. पुट में खरीदार को शेयरों को बेचने का अधिकार मिलता है. कॉल बेचने वाले विक्रेता को खरीदार से प्रीमियम मिलता है. इक्विटी डेरिवेटिव ट्रेडिंग से जुड़े कई शब्द आसानी से समझ में नहीं आते हैं.
पुट और कॉल में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंकॉल विकल्प विकल्प खरीदने की अनुमति देता है, जबकि पुट विकल्प विकल्प बेचने की अनुमति देता है। जब प्रतिभूतियों का मूल्य गिर रहा होता है तो पुट पैसा बनाता है जब कॉल अंतर्निहित संपत्ति का मूल्य बढ़ाती है, तो पैसा उत्पन्न करता है। कॉल विकल्प के मामले में संभावित लाभ असीमित है, लेकिन पुट विकल्प में ऐसा लाभ सीमित है।
ऑप्शन में ट्रेडिंग कैसे करते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकमोडिटी मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है। अगर पहले से ही फ्यूचर बाजार में खाता है तो अपने ब्रोकर को ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सहमति पत्र देना होगा। इस अकाउंट के जरिए ही निवेशक कमोडिटी एक्सचेंज में फ्यूचर या ऑप्शन में किसी कॉल विकल्प सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं।
ऑप्शन सेलिंग कैसे करें?
तो, इसी सोच के साथ ऑप्शन का बिकवाल ऑप्शन बेचता है।…
- प्रीमियम वाले कॉलम में जो जोड़/प्लस (+) का चिन्ह लगाया गया है वह यह बताता है कि ऑप्शन बेचने वाले (ऑप्शन राइटर) के अकाउंट में पैसा आ रहा है।
- ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू (एक्सपायरी पर) एक ही रहती है वह चाहे कॉल ऑप्शन का बेचने वाले के लिए हो या कॉल ऑप्शन का खरीदार के लिए।
इसे सुनेंरोकेंकॉल ऑप्शन की खरीद या पुट ऑप्शन की बिक्री तभी करें जब आपको यह उम्मीद हो कि बाजार ऊपर जाएगा। एक पुट ऑप्शन की खरीद या कॉल ऑप्शन की बिक्री तभी करें जब आपको उम्मीद हो कि बाजार नीचे जाएगा। ऑप्शन को खरीदने वाले का मुनाफा असीमित होता है जबकि उसका रिस्क सीमित होता है (उतना ही जितना उसने प्रीमियम दिया है)।
कॉल और पुट क्या है?
ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे किया जाता है?
क्या कॉल विकल्प और पुट विकल्प है?
इसे सुनेंरोकेंनिफ़्टी की कॉल विकल्प कॉल या पुट ऑप्शन खरीदने का अर्थ है कि आपके पास निफ़्टी के कॉन्ट्रैक्ट खरीदने या बेचने का विकल्प है. निफ़्टी की कॉल आपको निफ़्टी खरीदने का विकल्प देती है. निफ़्टी की पुट आपको निफ़्टी बेचने का विकल्प देती है. विकल्प का अर्थ यह है की आप चाहे तो वह कॉन्ट्रैक्ट ख़रीदे या बेचे, या फिर कुछ न करे.
कॉल ऑप्शन क्या है in Hindi?
इसे सुनेंरोकेंएक call options एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसमें खरीदार के पास एक मुख्य स्टॉक की एक विशेष मात्रा को बिना किसी बाध्यता के पूर्व निर्धारित मूल्य पर खरीदने का अधिकार है। जब ट्रेडर्स को यह उम्मीद होती है कि प्राइस ऊपर बढ़ सकती है तो वे call option में एक लॉन्ग पोजीशन ले सकते हैं।
शेयर मार्केट में फ्यूचर एंड ऑप्शन क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंफ्यूचर तथा ऑप्शन (Futures and Options in Hindi) को समझने से पहले जिस बाज़ार में ये उत्पाद खरीदे एवं बेचे जाते हैं उसके बारे में जान लेना आवश्यक है। ये दोनों डेरिवेटिव मार्केट के उत्पाद हैं। डेरिवेटिव उत्पाद ऐसे वित्तीय उपकरण होते हैं, जिनका अपना कोई मूल्य नहीं होता बल्कि उनका मूल्य किसी अन्य वस्तु से निर्धारित होता है।
अनचाहे कॉल और मेसेज से हैं परेशान? नए नियमों से मिलेगी निज़ात
उपभोक्ता हफ्ते का कोई दिन और खास दो घंटे का वक्त तय कर सकते हैं जिस दौरान उन्हें ऐसी कॉल रिसीव करनी है। इसी तय दिन और समय पर उन्हें प्रमोशन कॉल विकल्प कॉल विकल्प कॉल आएगी। वे साल में सभी छुट्टी के दिन का भी विकल्प चुन सकते हैं।
- प्रमोशन की कैटिंगरी तय की गई है। ये हैं- बैंक, कार्ड, बीमा या दूसरे वित्तीय प्रोडक्ट, हेल्थ, एजुकेशन, ट्रैवल-टूरिज्म, रियल इस्टेट, खान-पान, कंज्यूमर प्रोडक्ट और ऑटोमोबाइल, आईटी, मनोरजंन। उपभोक्ता इनमें से चुनाव कर सकते हैं कि किसमें प्रमोशन कॉल चाहिए।
- उपभोक्ता 1909 पर कॉल या मैसेज कर अपने हिसाब से प्रमोशन कॉल के विकल्पों को चुन सकेंगे।
- किसी भी कैटेगरी को नहीं चुनने या सभी कैटेगरी को चुनने का विकल्प भी होगा। जिन विकल्प को उन्होंने नहीं चुना है, अगर उससे कॉल आती हैं तो कंपनी को इसका मुआवजा देना होगा।
- उपभोक्ता हफ्ते का कोई दिन और खास दो घंटे का वक्त तय कर सकते हैं जिस दौरान उन्हें ऐसी कॉल रिसीव करनी है। इसी तय दिन और समय पर उन्हें प्रमोशन कॉल कॉल विकल्प कॉल विकल्प आएगी। वे साल में सभी छुट्टी के दिन का भी विकल्प चुन सकते हैं।
रोबो कॉल से बढ़ी परेशानी:
दरअसल, 'डू नॉट डिस्टर्ब' में रिजस्टर करवाने के बाद भी लोगों को कई कमर्शल-प्रोमोशनल कॉल लगातार मिल रहे हैं। इन कॉल्स के अलावा कई साइलेंट, ऑटो डायलर या रोबो कॉल भी आने लगे हैं। इससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। साथ ही बैंक या दूसरे संगठन ग्राहक से जरूरी लेनदेन का मैसेज भेजने की सहमित लेने के बाद तमाम प्रमोशनल मैसेज भेजने लगते हैं। इससे भी समस्या बढ़ी। अभी ग्राहक और ऐसी संस्था के बीच सहमित की बात और शर्तें साफ नहीं थीं। अगर इसमें एक बार रजिस्टर्ड हो गए, तो कई जरूरी सेवाएं प्रभावित हो जाती हैं। ऐसे में नए नियम में लोगों को उनकी जरूरत के हिसाब से इसे बांटा गया है ताकि उनका काम भी प्रभावित न हो और ऐसे अनचाही कॉल का भी सामना न करना पड़े। इसके साथ ही सहमित लेने की शर्तें भी कठिन कर दी गई है।
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स्पैम कॉल्स से परेशान हैं ऐसे करें बंद, शिकायत करने का भी विकल्प
ट्रूकॉलर की सालाना ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। ट्रूकॉलर के पांचवे एडिशन की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि स्पैम कॉल और SMS के मामले में भारत दुनियाभर में चौथे नंबर पर है। अगर आपको भी स्पैम कॉल या SMS मिलते हैं तो आप शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए देश में सख्त कानून के साथ जुर्माने का भी प्रावधान है। आइए जानते हैं स्पैम कॉल्स को रोकने के लिए क्या प्रक्रिया है।
ट्रूकॉलर की सालाना ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट में क्या है?
स्पैम कॉल्स से प्रभावित देशों की सूचि में ब्राजील पहले नंबर पर हैं। वहीं दूसरे नंबर पर पेरू और तीसरे नंबर पर यूक्रेन देश कॉल विकल्प है। चौथे नंबर की बात करें तो इसमें भारत है जो पहले नौवे नंबर पर था। इसका मतलब है कि भारत में स्पैम कॉल्स की संख्या काफी ज्यादा बढ़ी है। ट्रूकॉलर की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे पॉपुलर स्कैम KYC स्कैम है। KYC के नाम पर ज्यादा फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां हैं।
हर घंटे की जाती हैं 27,000 स्पैम कॉल्स
ट्रूकॉलर डाटा की मानें तो भारत में यूजर्स को रोजाना 6,64,000 स्पैम कॉल्स आती हैं और हर घंटे ऐसी करीब 27,000 स्पैम कॉल्स की जाती हैं। केवल एक स्पैमर की ओर से भारत में 20.2 करोड़ कॉल्स की गईं।
स्पैम कॉल को रोकने के लिए शिकायत के लिए दूर संचार विभाग के दो स्पेशल विंग
स्पैम कॉल को रोकने के लिए सरकार लगातार इस पर काम कर रही है। दूर संचार विभाग ने स्पैम कॉल्स की शिकायत के लिए दो विंग बनाए हैं। पहला विंग डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट और दूसरा टेलीकॉम एनालिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन (TAFCOP) है। दोनों विंग का काम स्पैम कॉल के फर्जीवाड़े को रोकने के साथ-साथ कार्रवाई करने का है। ये डू नॉट डिस्टर्ब (DND) के बाद भी कॉल करने वाली कंपनियों पर जुर्माना तय करती हैं।
इस तरह से ब्लॉक करें स्पैम कॉल
एक SMS के जरिए आप स्पैम कॉल को बंद कर सकते हैं। इसके लिए आपको SMS में 'STOP 0' लिखकर 1909 पर भेजना होगा। आप 1909 पर कॉल कर भी ऐसी कॉल्स और मेसेजेस से छुटकारा पा सकते हैं। अपने फोन के माध्यम से स्पैम कॉल्स को ब्लॉक करना चाहते हैं तो अपने फोन की सेटिंग में जाकर सभी नंबर को अलग-अलग ब्लॉक करना होगा। अपने टेलिकॉम ऑपरेटर की वेबसाइट/मोबाइल ऐप से भी DND सुविधा एक्टिवेट की जा सकती है।