करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में

Current Bank Account क्या होता है? कब खोल सकते हैं बैंक में ये अकाउंट
Current Bank Account बैंक में ही डिपॉजिट अकाउंट होता है, लेकिन यहां आपको बड़े ट्रांजैक्शन करने की सुविधा मिलती है. जिन लोगों की डेली और मंथली ट्रांजैक्शन लिमिट ज्यादा होती है, उनके लिए करंट अकाउंट खुलवाना बेहतर होता है. लेकिन ये सेविंग अकाउंट से कैसे अलग है, आइए जानते हैं.
एसबीआई में करेंट अकाउंट खुलवाने पर क्या-क्या फायदें मिलते हैं, जानिए डिटेल में सबकुछ
भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) करेंट अकाउंट पर कई तरह की सुविधाएं देता है. एसबीआई करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में करंट अकाउंट (SBI Current Account) छोटे व्यवसायियों, पेशेवरों, व्यापारियों के लिए उपयुक्त है, जो समस्त सुविधाओं सहित करंट अकाउंट काम लागत पर चाहते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : September 06, 2021, 14:23 IST
SBI Current Account: अगर आप भी सेविंग अकाउंट के अलावा करेंट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं पहले इसके फायदें नुकसान जान लीजिए. भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) करेंट अकाउंट पर कई तरह की सुविधाएं देता है. एसबीआई करंट अकाउंट (SBI Current Account) छोटे व्यवसायियों, पेशेवरों, व्यापारियों के लिए उपयुक्त है, जो समस्त सुविधाओं सहित करंट अकाउंट करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में काम लागत पर चाहते हैं.
एसबीआई करंट अकाउंट में हर महीने मुफ्त 5 लाख रुपये जमा करने की सुविधा मिलती है. एसबीआई के करंट अकाउंट में ग्राहकों को हर महीने मिनिमम बैलेंस यानी मंथली एवरेज बैलेंस बनाए रखना होता है. करंट अकाउंट में 5,000 रुपये बैलेंस रखना होता है. एसबीआई में हर वह व्यक्ति करेंट अकाउंट ओपन कर सकता है जिसके पास वैलिड केवाईसी है.
ये मिलते हैं फायदे
-इसमें पहला 50 चेक की बुक फ्री में मिलती है.
-मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, पहले साल फ्री एटीएम कार्ड भी दिए जाते हैं.
-बैंक में रेगुलर करेंट अकाउंट में हर महीने 5 लाख रुपये तक नकद फ्री में जमा कर सकते हैं.
-एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में पैसे फ्री में ट्रांसफर कर सकते हैं.
-कस्टमर्स के लिए मैक्सिमम बैलेंस की कोई लिमिट नहीं होती है. नॉमिनेशन की सुविधा है.
वीडियो कॉल पर घर बैठे खोलें खाता
एसबीआई में खाता खुलवाने के लिए बैंक की शाखा जाने की जरूरत नहीं है. आप घर बैठे अकाउंट खुलवा सकते हैं. यह काम वीडियो कॉल से हो जाएगा. SBI ने अपने मोबाइल बैंकिंग ऐप- YONO पर वीडियो KYC के जरिये अकाउंट खोलने की सुविधा शुरू की है.
इस सुविधा के जरिये ग्राहक बिना ब्रांच गए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में अपना खाता खुलवा सकेंगे. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित यह डिजिटल पहल संपर्क रहित और पेपरलेस प्रॉसेस है.
वीडियो केवाईसी (Video KYC) सुविधा एसबीआई (SBI) में एक नया बचत खाता खोलने की योजना बना रहे ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी.
ये है प्रोसेस
इस नई सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको केवल योनो ऐप (YONO App) डाउनलोड करना होगा. एंड्रॉयड मोबाइल यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से और आईफोन यूजर्स एप्पल स्टोर से इसे डाउनलोड कर सकते हैं. अब इसे ओपन करें. ‘New to SBI’ पर क्लिक करें और ‘Insta Plus Savings Account’ चुनें.
ऐप में अपना आधार विवरण दर्ज करें और आधार वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद आपको अपना व्यक्तिगत विवरण यानी नाम, पता, मोबाइल नंबर वगैरह डालना होगा. केवाईसी प्रक्रिया (KYC Process) को पूरा करने के लिए आपको वीडियो कॉल शेड्यूल करना होगा. वीडियो केवाईसी (Video KYC) के सफल होने पर आपका अकाउंट आसानी से खुल जाएगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
करंट बैंक अकाउंट को लेकर RBI ने दिया नया आदेश, 15 दिसंबर से लागू होंगे नए नियम
आपको बता दें कि करंट अकाउंट को चालू खाता भी कहा जाता है. यह अकाउंट कंपनी या कारोबारियों के लिए होता है. इन्हें रोजाना पैसे के लेनदेन की जरूरत पड़ती है. जहां पैसे का लेनदेन बड़े पैमाने पर होता है, वहां लोग करंट अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : November 03, 2020, 10:47 IST
नई दिल्ली. आरबीआई (RBI-Reserve Bank of India) ने बड़ा फैसला लेते हुए करंट बैंक खाते से जुड़े नए नियमों को 15 दिसंबर से लागू करने का फैसला किया है. इससे पहले इसकी आखिरी तारीख 5 नवंबर तय की गई थी. नए नियमों के मुताबिक, कंपनियों को उस बैंक में अपना करंट अकाउंट या ओवरड्राफ्ट अकाउंट (Overdraft Account) खुलवाना ही होगा, जिससे वे कर्ज ले रही हैं. इससे कर्जदाता बैंक (Lender Banks) को कंपनी के कैश फ्लो के बारे में पूरी जानकारी रहेगा. साथ ही आरबीआई ने बैंकों से भी कहा है कि वे करंट अकाउंट को कर्ज देने के लिए इस्तेमाल ना करें. इसके बजाय बैंक कर्ज लेने वाले व्यक्ति को वस्तु और सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी को सीधे भुगतान करें. इससे कर्ज की रकम की हेराफेरा पर रोक लगेगी.
आरबीआई की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि वो जल्द इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब भी जारी करेंगे.
आइए जानें नए नियमों के बारे में.
(1) उपभोक्ता ने बैंकों से 5 करोड़ रुपये से कम लोन लिया है. ऐसी कंपनियों का कोई भी बैंक करंट अकाउंट खोल सकता है.
(2) बैंकिंग सिस्टम से 5 से 50 करोड़ रुपये तक का लोन लेने वाले उपभोक्ताओं का करंट अकाउंट सिर्फ कर्जदाता बैंक में ही खुल सकता है. नॉन-लेंडिंग बैंक ऐसी कंपनियों का सिर्फ कलेक्शन अकाउंट खोल सकते हैं यानी इनमें सिर्फ पैसा आ सकता है. इस पैसे का कर्ज देने वाले बैंक के कैश क्रेडिट अकाउंट में भुगतान करना होगा. कलेक्शन अकाउंट पर बैंक को कोई फायदा नहीं मिलता है.
(3) बैंकिंग सिस्टम से 50 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज लेनी वाली कंपनी का एक कर्जदाता बैंक में एक एस्क्रो अकाउंट खोलना होगा और यही बैंक करंट अकाउंट भी खोल सकता है. ऐसी कंपनी का दूसरे बैंक कलेक्शन अकाउंट खोल सकते हैं.
(4) बैंकर्स के मुताबिक, अभी तक ये साफ नहीं है कि इसे लागू कैसे किया जाएगा. साथ ही ये भी सवाल है कि इन नियमों की निगरानी कैसे की जाएगी. हालांकि, उनका कहना है कि नए नियमों और पाबंदियों का सबसे बड़ा फायदा सरकारी बैंकों को ही मिलेगा.
किसे होगा फायदा और किसे है नुकसान -फिलहाल ये कहना जल्दबाजी होगी कि नए नियमों से किसे फायदा होगा और किसे नुकसान होगा. अभी ये भी नहीं कहा जा करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में सकता है कि क्या एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक जैसे निजी बैंकों के करंट अकाउंट की संख्या कम होकर सरकारी बैंकों में बढ़ेगी या ये विदेशी बैंकों के साथ होगा. नए नियमों के मुताबिक, बैंक ऐसे कर्ज लेने वालों का चालू खाता नहीं खोल सकते, जिनका किसी दूसरे बैंक में कैश क्रेडिट अकाउंट हो. सीएनबीसी टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर किसी उपभोक्ता का किसी बैंक में कैश क्रेडिट अकाउंट नहीं है तो वे 3 कैटेगरी में आते हैं.
आखिर आरबीआई ने क्यों लिया ये फैसला
आरबीआई इस फैसले की मदद से कर्ज के करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में तौर पर ली गई रकम की हेराफेरी पर रोक लगाना चाहता है. अभी तक ज्यादातर कर्ज लेने वाली कंपनियां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से लोन लेते हैं, लेकिन रोजमर्रा की जरूरतों करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में के लिए करंट अकाउंट विदेशी या निजी बैंक में खुलवाते हैं. दरअसल, ये बैंक अपने ग्राहकों को बेहतर नगदी प्रबंधन की पेशकश करते हैं. ज्यादातर विदेशी और निजी मझोली कंपनियों को बड़ा कर्ज नहीं देते हैं, लेकिन सभी बैंक चाहते हैं कि कंपनियां अपने करंट अकाउंट उनके पास ही खुलवाएं.
आइए, करंट अकाउंट के बारे में और जानते हैं.
(1) करंट अकाउंट बिजनेस चलाने वाले लोगों के लिए एक बैंक खाता होता है. यह रोजमर्रा के बिजनेस ट्रांजेक्शन करने की सहूलियत देता है.
(2) करंट अकाउंट में पड़े पैसे को किसी भी समय बैंक की शाखा या एटीएम से निकाला जा सकता है. इसमें किसी तरह की कोई बंदिश नहीं होती है. खाताधारक कितनी भी बार चाहें पैसे को निकाल जमा कर सकते हैं. यानी चालू खाते में आप अपनी मर्जी से दिन में जितने चाहें उतने लेनदेन कर सकते हैं.
(3) बिजनेस की जरूरत के अनुसार करंट अकाउंट में जमा पैसा अक्सर फ्लक्चुएट (ऊपर-नीचे) हुआ करता है. लिहाजा, बैंक इस पैसे का इस्तेमाल नहीं करते हैं. कह सकते हैं कि बैंकों से मिलने वाली यह खास तरह की सुविधा होती है.
(4) सेविंग बैंक अकाउंट में जहां आपको बैलेंस पर ब्याज मिलता है. वहीं, चालू खाते के बैलेंस पर कोई ब्याज नहीं मिलता है. करंट अकाउंट खोलने के लिए आप वोटर आईडी कार्ड, फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Current Account Kya Hota Hai|करंट अकाउंट क्या होता है ?
Current Account Kya Hota Hai: नमस्कार दोस्तो,Quickguruji वेबसाइट में आपका स्वागत है.आज के आर्टिकल में हम बात करने वाले है करंट अकाउंट के बारे में और जानेंगे करंट अकाउंट के बारे में हर एक बात जैसे की,करंट अकाउंट क्या होता है ?(Current Account Kya Hota Hai), इसका क्या फायदा है और ये क्यों ओपन किया जाता है ? इन सारे सवालों के जवाब आज आपको मिलने वाले है.तो चलिए आज का आर्टिकल शुरू करते है.
Table of Contents
Current Account Kya Hota Hai ?(करंट अकाउंट क्या होता है ?)
करंट अकाउंट जिसे हिंदी में चालू खाता बोला जाता है यह चालू खाता एक करंट अकाउंट होल्डर को फ्रीडम देता है अनलिमिटेड बैंकिंग ट्रांजैक्शन करने की.
मतलब जैसे की आपको पता होगा या फिर आपने कई लोगो से सुना होगा की,बैंक के सेविंग अकाउंट में पैसे डिपोजिट या विड्रा (Withdraw) करने की एक फिक्स्ड लिमिट होती.अगर उस लिमिट को आप क्रॉस करते हो तो आपको पेनल्टी देनी पड़ती है.
लेकिन करेंट अकाउंट में ऐसी कोई लिमिट नहीं रखी गई.यहां एक पर्सन अपने करंट अकाउंट से एक दिन में,एक हफ्ते में या एक महीने में जितनी बार चाहे उतनी बार फ्री अनलिमिटेड ट्रांक्शन कर सकता है.
तो आसान भाषा में बोले,तो करंट अकाउंट मतलब ऐसा अकाउंट जिस में एक पर्सन को अनलिमिटेड बैंकिंग ट्रांजैक्शन करने का बेनिफिट दिया जाता है.
क्या कोई भी पर्सन करंट अकाउंट ओपन कर सकता है ?
Current Account Kya Hota Hai ? ये समझ ने के बाद,काफी सारे लोगो के दिमाग में ये सवाल आ सकता है की इस अकाउंट में अनलिमिटेड ट्रांजैक्शन करने की इतनी अच्छी फैसिलिटी मिल जाती है तो क्या हर आदमी करंट अकाउंट ओपन कर सकता है ?
तो हम आपको बता देना चाहते है की, इसका जवाब है नहीं.क्युकी करंट अकाउंट को सिर्फ और सिर्फ एक कंपनी,पब्लिक एंटरप्राइज या बिजनेसमैन ही ओपन करवा सकता है.
भारत के आम आदमी इस अकाउंट को ओपन नही कर सकते.क्युकी इस तरह के अकाउंट को ओपन करने के लिए बिजनेस के डॉक्यूमेंट की कॉपी बैंक में सबमिट करना पड़ती है,तभी ये अकाउंट ओपन हो जाता है.
How To Open Current Account (करंट अकाउंट कैसे ओपन करे.)
करंट अकाउंट क्या होता है ? और कोन इस अकाउंट को ओपन कर सकता है,ये समझ ने के बाद अब बात करते है इस करंट अकाउंट को कैसे ओपन किया जाता है.
तो दोस्तो इस अकाउंट को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो तरीके से ओपन किया जा सकता है.करंट अकाउंट के मामले में बैंक अपने ग्राहक को ये दोनो सर्विस प्रोवाइड करती है. अब ये ग्राहक के उपर है की किस मैथड को फॉलो करके वो अपना करंट अकाउंट ओपन करता है.
ऑफलाइन तरीका.
- करंट अकाउंट को ऑफलाइन तरीके से ओपन करने के लिए सबसे पहिले आपको अपने नजदीक के बैंक में जाना है.
- बैंक जाने के बाद वहां से करंट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म लेना होता है.
- फॉर्म लेने के बाद आपको वो फॉर्म सही तरीके से भरना होता है.
- फॉर्म भरने के बाद जो जो डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है, उन डॉक्यूमेंट की एक एक कॉपी बैंक में जमा करानी होती है.
तो दोस्तो इस ऑफलाइन तरीके से आप किसी भी बैंक में जाकर अपने कंपनी,पब्लिक एंटरप्राइज या बिजनेसमैन के लिए करंट अकाउंट ओपन कर सकते हो.
ऑनलाइन तरीका.
ऑनलाइन तरीके से करंट अकाउंट ओपन करने के लिए:
- सबसे पहिले आपको जिस बैंक में करंट अकाउंट ओपन करना है,उसकी ऑफिशियल वेब साइट पर जाना है.
- वेबसाइट पर जाने के बाद उस डैशबोर्ड में आपको कई सारे ऑप्शन देखने को मिलते है.तो उन सब ऑप्शन में से ओपन अकाउंट वाले ऑप्शन पर आपको क्लिक करना है.
- तो स्क्रीन पर आपके सामने कई सारे अकाउंट के नाम आपको दिख जायेंगे.तो आपको उस में से करंट अकाउंट इस ऑप्शन पर क्लिक करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में करना है.
- क्लिक करणे के बादआपको एक ऑनलाइन फॉर्म दिखेगा.उस फॉर्म को फिल करना है.
- फॉर्म भरने के बाद जो जो जरूरी डॉक्यूमेंट है,उसकी एक एक कॉपी आपको बैंक के पास भेजनी होती है.
इसी तरह से आप ऑनलाइन तरीके से करंट अकाउंट के लिए अप्लाई कर सकते हो.दोस्तो एक बात याद रखे करंट अकाउंट में कागजी कार्यवाही ज्यादा होने के चलते ये अकाउंट ओपन होने में टाइम लग सकता है.
और एक बार ये अकाउंट ओपन हो जाता है,तो इस में सेविंग अकाउंट की तरह मिनिमम बैलेंस मेंटेन करना पड़ता है.अगर आप मिनिमम बैलेंस मेंटेन नही कर पाते तो आपके उपर बैंक पेनल्टी लगा सकता है.
Documents
करंट अकाउंट ओपन करने के लिए आपको किन किन डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ सकती है,उसकी जानकारी हम ने आपको नीचे बता दी है.
- एक चेक.
- पैन कार्ड.
- पासपोर्ट साइज की फोटो.
- बिजनेस का एड्रेस प्रूफ (मतलब कंपनी,करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में या फर्म का एड्रेस प्रूफ)
- बिजनेस का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट.
करंट अकाउंट के नुकसान और फायदे.
करंट अकाउंट के बारे में काफी सारे बाते जानने के बाद अब इस अकाउंट के फायदों और नुकसान के बारे में बात करते है.सबसे पहिले बात करते है फायदों के बारे में.
करंट अकाउंट के फायदे.
- फ्रीडम सुविधा: करंट अकाउंट का सबसे बड़ा फ़ायदा यही है,की यहां ट्रांजेक्शन की फ्रीडम मिलती है.
- Door Step Banking Facility आपको मिल जाती है.
- ओवरड्राफ्ट जैसा बड़ा बेनिफिट आपको मिल जाता है.
- बिजनेस में अपने Creditors की पेमेंट करने में आसानी होती है.
- बैंक को कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होता.
करंट अकाउंट के नुकसान
- सबसे बड़ा नुकसान यही है की,यहां आपको कोई ब्याज (इंटरेस्ट) नही मिलता.
- करंट अकाउंट ओपन करने में काफी लंबा वक्त लग जाता है.पेपर फॉर्मेलिटी काफी ज्यादा होती है.
- अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करना पड़ता है,नही तो पेनल्टी लग जाती है.
- करंट अकाउंट का Maintenance Charge भी काफी हाई होता है.
करंट अकाउंट क्या होता है ?
दोस्तो जैसे की आपने उपर आर्टिकल में पढ़ा होगा,करंट करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में अकाउंट वो अकाउंट होता है जिस में ट्रांजैक्शन करने की कोई लिमिट नहीं होती.
करंट अकाउंट ओपन करने की क्यों जरूरत होती है ?
बिजनेस में अनलिमिटेड बैंकिंग ट्रांजैक्शन करने होते,और ये अनलिमिटेड बैंकिंग ट्रांजैक्शन सुविधा नॉर्मल बैंक अकाउंट प्रोवाइड नही करता,इसलिए बैंक में करंट अकाउंट ओपन किया जाता है.
करंट अकाउंट ओपन करने के लिए कोन कोन सी डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ जाती है.
एक चेक,पैन कार्ड,पासपोर्ट साइज की फोटो,बिजनेस का एड्रेस प्रूफ,बिजनेस का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट.
Read Also
Conclusion
दोस्तो में उम्मीद करता हु की आज के हमारे आर्टिकल में दी गई जानकारी (Current Account Kya Hota Hai) आपको पसंद आई होगी.और ऐसे ही नए नए इनफॉर्मेशन रीड करने के लिए हमारे वेबसाइट पर दोबारा जरूर विजिट करे.
आज का आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे नीचे कॉमेंट करके या फिर ईमेल के जरिए आप अपना Feedback हमारे साथ जरूर शेयर करे.क्युकी आपके कॉमेंट और Feedback हमे और अच्छे अच्छे आर्टिकल लिखने के लिए मोटिवेट करते है.
दोस्तो एक जरूरी बात,अगर आपको हमारे वेबसाईट पर लिखे आर्टिकल पसंद आते है,और आप अपनी खुशी से हमारी टीम को कुछ Monetary Support करना चाहते हो,तो आप नीचे दिए गए QR Code के जरिए हमें सपोर्ट कर सकते हो,धन्यवाद.
एसबीआई में करेंट अकाउंट खुलवाने पर क्या-क्या फायदें मिलते हैं, जानिए डिटेल में सबकुछ
भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) करेंट अकाउंट पर कई तरह की सुविधाएं देता है. एसबीआई करंट अकाउंट (SBI Current Account) छोटे व्यवसायियों, पेशेवरों, व्यापारियों के लिए उपयुक्त है, जो समस्त सुविधाओं सहित करंट अकाउंट काम लागत पर चाहते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : September 06, 2021, 14:23 IST
SBI Current Account: अगर आप भी सेविंग अकाउंट के अलावा करेंट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं पहले इसके फायदें नुकसान जान लीजिए. भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) करेंट अकाउंट पर कई तरह की सुविधाएं देता है. एसबीआई करंट अकाउंट (SBI Current Account) छोटे व्यवसायियों, पेशेवरों, व्यापारियों के लिए उपयुक्त है, जो समस्त सुविधाओं सहित करंट अकाउंट काम लागत पर चाहते हैं.
एसबीआई करंट अकाउंट में हर महीने मुफ्त 5 लाख रुपये जमा करने की सुविधा मिलती है. एसबीआई के करंट अकाउंट में ग्राहकों को हर महीने मिनिमम बैलेंस यानी मंथली एवरेज बैलेंस बनाए रखना होता है. करंट अकाउंट में 5,000 रुपये बैलेंस रखना होता है. एसबीआई में हर वह व्यक्ति करेंट अकाउंट ओपन कर सकता है जिसके पास वैलिड केवाईसी है.
ये मिलते हैं फायदे
-इसमें पहला 50 चेक की बुक फ्री में मिलती है.
-मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, पहले साल फ्री एटीएम कार्ड भी दिए जाते हैं.
-बैंक में रेगुलर करेंट अकाउंट में हर महीने 5 लाख रुपये तक नकद फ्री में जमा कर सकते हैं.
-एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में पैसे फ्री में ट्रांसफर कर सकते हैं.
-कस्टमर्स के लिए मैक्सिमम बैलेंस की कोई लिमिट नहीं होती है. नॉमिनेशन की सुविधा है.
वीडियो कॉल पर घर बैठे खोलें खाता
एसबीआई में खाता खुलवाने के लिए बैंक की शाखा जाने की जरूरत नहीं है. आप घर बैठे अकाउंट खुलवा सकते करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में हैं. यह काम वीडियो कॉल से हो जाएगा. SBI ने अपने मोबाइल बैंकिंग ऐप- YONO पर वीडियो KYC के जरिये अकाउंट खोलने की सुविधा शुरू की है.
इस सुविधा के जरिये ग्राहक बिना ब्रांच गए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में अपना खाता खुलवा सकेंगे. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित यह डिजिटल पहल संपर्क रहित और पेपरलेस प्रॉसेस है.
वीडियो केवाईसी (Video KYC) सुविधा एसबीआई (SBI) में एक नया बचत खाता खोलने की योजना बना रहे ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी.
ये है प्रोसेस
इस नई सुविधा का लाभ करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में उठाने के लिए आपको केवल योनो ऐप (YONO App) डाउनलोड करना होगा. एंड्रॉयड मोबाइल यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से और आईफोन यूजर्स एप्पल स्टोर से इसे डाउनलोड कर सकते हैं. अब इसे ओपन करें. ‘New to SBI’ पर क्लिक करें और ‘Insta Plus Savings Account’ चुनें.
ऐप में अपना आधार विवरण दर्ज करें और आधार वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद आपको अपना व्यक्तिगत विवरण यानी नाम, पता, मोबाइल नंबर वगैरह डालना होगा. केवाईसी प्रक्रिया (KYC Process) को पूरा करने के लिए आपको वीडियो कॉल शेड्यूल करना होगा. वीडियो केवाईसी (Video KYC) के सफल होने पर आपका अकाउंट आसानी से खुल जाएगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|