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आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं

आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं
आज हमने इस लेख में आपको बताया की bitcoin क्या होता है और इसकी क्या इम्पॉर्टन्ट है । आशा है की आप लोगों को ये लेख पसंद आया होगा अगर आपको बिटकॉइन माइनिंग के बारे में कुछ कमी लगी होगी या आपको समझ नहीं आया होगा तो आप जरूर कमेन्ट करके पूछें । दूसरे लेख में हमने बिटकॉइन के बारे में विस्तार से समझाया है आप उसको जरूर एक बार पढ़ें । Bitcoin Kya hota hai

क्रिप्टोकरेंसी: एक्सचेंज ने रोका कारोबार

भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज जेबपे ने हाल ही में प्लेटफॉर्म पर क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं रोक दिया है। साथ ही, अगर आपने एक्सचेंज से अपने रुपये नहीं निकाले हैं या फिर उनको किसी आभासी मुद्रा में तब्दील नहींं किया है तो आपको अपने रुपयों के लिए अनिश्चितकाल के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि रुपयों से क्रिप्टोकरेंसी खरीद चुके लोगों को थोड़ी राहत आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं मिली है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बैंक को आभासी मुद्राओं में कारोबार करने वालों को सहायता देने से मना कर चुका है। इसके बावजूद भी कई लोग व्यक्तिगत तौर पर अपने रुपये क्रिप्टो वॉलेट में सहेजे हुए हैं। आरबीआई के निर्देश से केवल क्रिप्टो वॉलेट से रुपये के लेनदेन पर रोक लगी है लेकिन अगर किसी व्यक्ति के वॉलेट में पहले ही रुपये जमा हैं तो वह कारोबार कर सकता है। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बेलफ्रिक्स आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं ग्रुप के मुख्य नवोन्मेष अधिकारी संतोष पालावेश कहते हैं, 'वॉलेट में शेष रुपयों से कई लोग क्रिप्टोकरेंसी में खरीद-फरोख्त कर रहे हैं। वे रुपयों में क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं।' इन्हें 'आईएनआर' या 'फिएट 1 करेंसी' कारोबार कहा जा रहा है। जेबपे का कहना है कि आरबीआई प्रतिबंधों के चलते एक्सचेंज और उसके ग्राहकों को कारोबार करने से रोका जा रहा है। क्रिप्टोकरेंसी एकक्सचेंज वजीरएक्स के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी कहते हैं, 'आरबीआई के प्रतिबंधों के चलते दूसरे एक्सचेंजों को भी इस तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसमेंं बने रहने के लिए एक्सचेंजों को नए तरीके आजमाने होंगे और निवेशकों तथा कारोबारियों के लिए दूसरे उपाय सामने लाने होंगे।'

Bitcoin का प्रयोग क्यों किया जाता है?

इसका प्रयोग हम आनलाइन पेमेंट करने के लिए करते हैं ।लोग एक दूसरे के साथ बिटकॉइन के माध्यम से बिना किसी क्रेडिट कार्ड,डैविट कार्ड या बैंक के माध्यम से आसानी transaction करते हैं । उनको किसी प्रकार की दिक्कत भी नहीं होती है । इससे आप आराम से अनलाइन हर चीज खरीद बिक्री कर कर सकते हैं । Bitcoin Kya hota hai

अब तो जैसे जैसे इंटरनेट दुनियाँ पर अपनी पकड़ बढ़ा रहा है वैसे-वैसे बिटकॉइन के विस्तार का भी मार्ग प्रशस्त हो रहा है और इसका प्रयोग ज्यादातर अनलाइन डेवलपर्स,नॉन प्रॉफ़िट ऑरगेनाइजेसन और इन्टरप्रीन्यौर वर्ग के लोग बहुत तेजी से कर रहे है। अतः इसका दर्जा ग्लोबल लेवल पर बढ़ता जा रहा है ।

बिटकॉइन वॉलेट क्या होता है?

जैसा की हमने आप लोगों को ऊपर ही बता दिया है की बिटकॉइन एक प्रकार की आभासी डिजिटल मुद्रा होती है अतः इसको ना हम छु सकते हैं और नाहीं घर में रख सकते हैं । इसको हम सिर्फ इलेक्ट्रानिक्ली स्टोर कर सकते हैं । इसके लिए एक वॉलेट होता है जो कई प्रकार का होता है जैसे-मोबाइल वॉलेट,डेस्कटॉप वॉलेट,हार्डवेयर वॉलेट और ऑनलाइन बेस्ड वालेट। Bitcoin Kya hota hai

इनमें किसी में भी जाकर आप अपना अकाउंट बना सकते हैं । नॉर्मली देखा गया है की जहाँ भी हम अकाउंट बनाते हैं तो हमें एक अड्रेस के रूप में ‘यूनिक आईडी’ मिल जाती है । ये यूनिक आईडी आपको हमेशा याद रखना है और जब भी आप बिटकॉइन कमाएं आप इस कमाए गए बिटकॉइन आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं को ऑनलाइन ही अपने वॉलेट आकॉउन्ट में इस यूनिक आईडी के माध्यम से स्टोर कर सकते हैं ।

जब भी आप बिटकॉइन खरीदना या बेचना चाहते हैं तो इस वालेट की हमेशा जरूरत पड़ेगी । एक बात का और ध्यान रखें की जब भी आप बिटकॉइन बेच रहे हैं तो उसके बदले आपको जो भी पैसा मिलता है उसको आप चाहें तो इस वॉलेट से अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवा सकते हैं ।

बिटकॉइन ब्लॉक चयन क्या होता है?

जिस प्रकार हम आप नॉर्मली अनलाइन खरीद बिक्री करते हैं,ट्रांजेकसन करते हैं,पेमेंट ट्रांसफर करते हैं या पेमेंट आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं मंगाते हैं तो इन सब का रिकार्ड बैंक के पास होता है एक स्टेटमेंट के रूप में । आपको जब रिकार्ड चाहिए तो आप बैंक जाकर या अनलाइन चेक कर पाते हैं ।

क्या आपने काभी विचार किया है की जब बिटकॉइन का कोई मालिक नहीं है तो इसका रिकार्ड कहाँ मिलेगा? आपको बता दें की इसके द्वारा किए गए transaction का रिकार्ड एक पब्लिक लेजर(अकाउंट)में स्टोर होता है । इसे ही Bitcoin Blockchain कहा जाता है । Bitcoin Blockchain ही पेमेंट के आदान प्रदान का प्रमाण बन जाता है । Bitcoin Kya hota hai

तो क्या क्रिप्टो करेंसी लीगल हो गई?

बजट में हुए इस ऐलान के बाद ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगा कर इसे लीगल कर दिया है? जवाब है- नहीं. इसे ऐसे समझिए, सरकार सिर्फ उस डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लीगल यानी वैध मानती है, जिसे Reserve Bank of India-RBI जारी करता है या करेगा. मतलब अभी जो Bitcoin जैसी Crypto Currency हैं, वो वैध नहीं है. बजट भाषण के बाद पत्रकारों से सवाल-जवाब में वित्तमंत्री ने साफ किया कि क्रिप्टो की वैधता को लेकर सरकार में चर्चा जारी है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क के बाहर जो भी क्रिप्टोकरेंसी हैं, वे करेंसी नहीं हैं. अगर कोई आपसे कहे कि ये लीगल हो गई हैं तो जब तक सरकार नहीं कहती, मानिएगा नहीं. यहां पर गौर करने की बात ये भी है कि सरकार अप्रैल से शुरू होने वाले कारोबारी साल में अपनी डिजिटल करेंसी लाने की भी तैयारी में है जिसका जिक्र वित्तमंत्री ने अपने भाषण में किया. जाहिर है ये करेंसी पूरी तरह लीगल होगी.

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं निवेश कर सकेंगे.

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.

प्रचार के कारण कोई कॉइन ख़रीदना

आपको क्रिप्टोकरेंसी में कभी भी सिर्फ इसलिए निवेश नहीं करना चाहिए क्योंकि इसे किसी लोकप्रिय व्यक्ति द्वारा प्रचारित किया जा रहा है। इसकी बहुत संभावना होती है कि वे बाजार की आपूर्ति का एक बड़ा हिस्सा रखते हों। यदि काफी लोग उस कॉइन को खरीदते हैं जो वे कम करते हैं, तो लोकप्रिय व्यक्ति अपने कॉइन को बेचकर अच्छा लाभ कमाने का फैसला कर सकता है, जिससे नियमित निवेशकों को नुकसान हो सकता है।

प्रसिद्ध व्यक्तियों द्वारा प्रचारित सभी कॉइन से बचें क्योंकि उच्च गुणवत्ता वाले कॉइन को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए विज्ञापन की आवश्यकता नहीं होती है। किसी कॉइन को खरीदने से पहले उसके व्हाइटपेपर को पढ़ना बेहतर होता है, और यह आपको किसी भी धोखेबाजी का शिकार होने से बचा सकता है।

सोशल मीडिया की वजह से कोई कॉइन ख़रीदना

सोशल मीडिया साइट्स जैसे रेडिट, ट्विटर और इंस्टाग्राम उन कॉइन के शिलिंग पेज से भरे हुए होते हैं जिनके बारे में आपने शायद कभी नहीं सुना होगा या जोखिम वाले कॉइन होंगे। यदि आप लंबे समय तक होल्ड कर के रखें तो कीमतों के ‘आसमान में जाने’ की बात करते हैं। आपको ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी जो किसी एक ख़ास कॉइन के लिए प्रचार करता है, उसे या तो डेवलपर्स द्वारा भुगतान आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं किया जाता है या उसने प्रोजेक्ट में बहुत अधिक समय और पैसा लगाया है, जिसके परिणामस्वरूप वे इसके पक्ष में झुके हुए हैं।

सोशल मीडिया पर प्रचार के बहकावे में आने से बचने के लिए, DYOR या अपना खुद का शोध करना महत्वपूर्ण है। अपना खुद का शोध करना यह पता लगाने का एक तरीका है कि कॉइन में भविष्य की क्षमता है या नहीं या सिर्फ नए लोगों को लुभाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा कोई घोटाला है।

मार्केट क्रैश आने की वजह से बेचना

यह एक ऐसी गलती है जिसका शिकार अनुभवी ट्रेडर भी कई अवसरों पर हो सकते हैं। इक्विटी और क्रिप्टो इकोसिस्टम दोनों में मार्केट क्रैश का डर बना रहता है। लोग अक्सर यह भूल जाते हैं कि मार्केट में गिरावट कभी स्थाई नहीं होती। एक क्रैश के बाद जल्द या बाद में पंप आता है। इस मामले में, सबसे अच्छा समाधान सिर्फ होल्ड करना होता है। या कम से कम, कीमतों के नीचे होने पर न बेचना होता है। क्योंकि हम सभी जानते हैं, मार्केट अप्रत्याशित है। फरवरी में, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के कारण बड़े पैमाने पर क्रैश की आशंका थी। अगले दिन, ये आशंकाएं गलत निकलीं क्योंकि मार्केट असल में नीचे की बजाए ऊपर चला गया।

सबसे बड़ी गलती जो कोई व्यक्ति कर सकता है, वह है अपने पोर्टफोलियो में विविधता नहीं लाना और अपने सभी फंडों को एक ही कॉइन में निवेश करना। हालांकि कई बार में यह एक बार हो सकता है, मगर ज्यादातर ऐसा नहीं होता और यह बेहद ख़राब आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं विचार है। किसी भी कॉइन में बड़ा निवेश एक बड़ा जोखिम है, क्योंकि एक छोटी सी गिरावट भी आपके मुनाफे का एक बड़ा प्रतिशत कम कर सकती है।

निष्कर्ष

“क्रिप्टो में निवेश करते समय क्या चीज़ें न करें” की इस सूची को देखने के बाद, उम्मीद है, आप कुछ सामान्य गलतियों के बारे में थोड़ा अधिक जान गए होंगे जो एक क्रिप्टो ट्रेडर कर सकता है, चाहे वे कितने समय से व्यापार कर रहा हो। इस जानकारी के बाद, आप अगला निवेश किस कॉइन में करने की सोच रहे हैं?

अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में आपको बिटकॉइन खरीदना चाहिए या नहीं इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।

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